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कोरोना की तीसरी लहर में मुरझाया पटना में फूलों का कारोबार, बोले दुकानदार- 'रोजी-रोटी पर फिर आई आफत'

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Published : Jan 8, 2022, 6:21 PM IST

कोरोना की तीसरी लहर की (Corona Third Wave In Patna) वजह से राजधानी पटना में फूलों का व्यापार करने वाले हजारों लोगों को नुकसान झेलना पड़ रहा है. दरअसल 6 जनवरी से लेकर 21 जनवरी तक सरकार ने धार्मिक स्थलों का बंद रखने का आदेश दिया है. पढ़ें पूरी खबर...

कोरोना की तीसरी लहर में पटना में मुरझाया फूलों का कारोबार
कोरोना की तीसरी लहर में पटना में मुरझाया फूलों का कारोबार

पटना: बिहार में कोरोना की तीसरी लहर ने रफ्तार पकड़ ली है. संक्रमण पर काबू पाने के लिए राज्य सरकार ने नाइट कर्फ्यू समेत कई पाबंदियों को 21 जनवरी तक के लिए लागू किया है. इस आदेश के मुताबिक धार्मिक स्थलों और बड़े मंदिरों को भी बंद रखा गया है. ऐसे में तीसरी लहर का असर एक बार फिर फूलों के कारोबार पर भी पड़ा है. मंदिर बंद रहने और विवाह में समेत कई आयोजनों को सीमित किये जाने से पटना में फूलों का व्यापार चौपट हो ( Flower Business Collapsed Due To Third Wave ) गया है.

ये भी पढ़ें : 11 बार कोरोना टीका लेने वाले बुजुर्ग ने स्वास्थ्य विभाग को लिखा पत्र, कहा- मैंने झूठ बोला था, स्वास्थ्यकर्मी निर्दोष

मांग व बिक्री घटने से फूलों की खेती करने वाले किसानों व दुकानदारों की आर्थिक स्थिति डगमगा गई है. राजधानी पटना में दर्जनों जगहों पर बड़े-बड़े फूलों की मंडी है, जहां हजारों की संख्या में फूल बिक्रेता फूल बेचकर अपनी आजीविका चलाते हैं. मंदिर और धार्मिक स्थल बन्द होने से उनके कारोबार पर बहुत बड़ा असर पड़ा है. फूल बिक्रेताओं ने बताया कि, हमलोगों का रोजी- रोटी चौपट हो गया है. किस तरह गुजारा करें समझ में नहीं आ रहा है. आर ब्लॉक फूल मंडी में फूल के व्यापारी प्रमोद मालाकार का कहना है कि मंदिर और धार्मिक स्थल बंद है. फूल मंडी में कोई व्यापार ( Third Wave Effect On Buisnesss ) नहीं हो रहा है.

देखें वीडियो

'सिर्फ अपने घरों में पूजा करने के लिए लोग फूल लोग खरीद रहे हैं. साथ ही पटना गुरुद्वारा में प्रकाश पर्व स्थगित होने से 3 लाख से ऊपर का आर्डर आया था कैंसिल हो गया. सारा रोजगार ही चौपट हो गया है. पता नहीं किस तरह परिवार का भरण पोषण होगा. कुछ समझ में नहीं आ रहा है.' :- प्रमोद मालाकार, फूल बिक्रेता
ये भी पढ़ें : ब‍िना टीका लगे ही फोन पर आ गया वैक्सीन लेने का मैसेज, किशनगंज में टीकाकरण अभियान पर सवाल


वहीं, महावीर मंदिर स्थित फूल मंडी में फूल बेच रहे दिनेश मालाकार ने बताया कि मंदिर और धार्मिक स्थल बंद होने के बावजूद कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. ये सच है कि बंद होना भी जरूरी है लेकिन फूल बेचने वालों को सबसे ज्यादा नुकसान हो रहा है. जनवरी के अंतिम सप्ताह से शादी का सीजन शुरू होने वाला है, जिसमें कई जगहों का ऑर्डर कैंसिल हो गया है.

'अगर ऐसा माहौल रहा गया तो हम लोग दाने- दाने को मोहताज हो जाएंगे. बिहार सरकार से मांग भी करते हैं कि अलग से मालाकार समाज और फूलों का व्यापार करनेवाले लोगों को आर्थिक सहायता दें.' :- दिनेश मालाकार, फूल बिक्रेता

इसे भी पढ़ें : खुशखबरीः दरभंगा एयरपोर्ट पर बन रहा है 1400 यात्री क्षमता वाला टर्मिनल, फ्लाईओवर का निर्माण भी शुरू

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पटना: बिहार में कोरोना की तीसरी लहर ने रफ्तार पकड़ ली है. संक्रमण पर काबू पाने के लिए राज्य सरकार ने नाइट कर्फ्यू समेत कई पाबंदियों को 21 जनवरी तक के लिए लागू किया है. इस आदेश के मुताबिक धार्मिक स्थलों और बड़े मंदिरों को भी बंद रखा गया है. ऐसे में तीसरी लहर का असर एक बार फिर फूलों के कारोबार पर भी पड़ा है. मंदिर बंद रहने और विवाह में समेत कई आयोजनों को सीमित किये जाने से पटना में फूलों का व्यापार चौपट हो ( Flower Business Collapsed Due To Third Wave ) गया है.

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मांग व बिक्री घटने से फूलों की खेती करने वाले किसानों व दुकानदारों की आर्थिक स्थिति डगमगा गई है. राजधानी पटना में दर्जनों जगहों पर बड़े-बड़े फूलों की मंडी है, जहां हजारों की संख्या में फूल बिक्रेता फूल बेचकर अपनी आजीविका चलाते हैं. मंदिर और धार्मिक स्थल बन्द होने से उनके कारोबार पर बहुत बड़ा असर पड़ा है. फूल बिक्रेताओं ने बताया कि, हमलोगों का रोजी- रोटी चौपट हो गया है. किस तरह गुजारा करें समझ में नहीं आ रहा है. आर ब्लॉक फूल मंडी में फूल के व्यापारी प्रमोद मालाकार का कहना है कि मंदिर और धार्मिक स्थल बंद है. फूल मंडी में कोई व्यापार ( Third Wave Effect On Buisnesss ) नहीं हो रहा है.

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'सिर्फ अपने घरों में पूजा करने के लिए लोग फूल लोग खरीद रहे हैं. साथ ही पटना गुरुद्वारा में प्रकाश पर्व स्थगित होने से 3 लाख से ऊपर का आर्डर आया था कैंसिल हो गया. सारा रोजगार ही चौपट हो गया है. पता नहीं किस तरह परिवार का भरण पोषण होगा. कुछ समझ में नहीं आ रहा है.' :- प्रमोद मालाकार, फूल बिक्रेता
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वहीं, महावीर मंदिर स्थित फूल मंडी में फूल बेच रहे दिनेश मालाकार ने बताया कि मंदिर और धार्मिक स्थल बंद होने के बावजूद कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. ये सच है कि बंद होना भी जरूरी है लेकिन फूल बेचने वालों को सबसे ज्यादा नुकसान हो रहा है. जनवरी के अंतिम सप्ताह से शादी का सीजन शुरू होने वाला है, जिसमें कई जगहों का ऑर्डर कैंसिल हो गया है.

'अगर ऐसा माहौल रहा गया तो हम लोग दाने- दाने को मोहताज हो जाएंगे. बिहार सरकार से मांग भी करते हैं कि अलग से मालाकार समाज और फूलों का व्यापार करनेवाले लोगों को आर्थिक सहायता दें.' :- दिनेश मालाकार, फूल बिक्रेता

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