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बिहार में 15 से 18 वर्ष के 57.87 फीसदी बच्चों को मिली कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक, 12-15 वर्ष के बच्चों की सूची हो रही तैयार

कोरोना महामारी से बचाव (protection from corona pandemic) के लिए केंद्र और राज्य सरकारों ने युद्धस्तर पर वैक्सीनेशन अभियान चलाया. इसका सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहा है. हालांकि बिहार में बच्चों के कोरोना टीकाकरण की गति थोड़ी धीमी है. अभी तक यहां 15 से 18 वर्ष के 57.87 फीसदी बच्चों को कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक मिली है. इसी बीच 12 से 15 वर्ष के बच्चों के वैक्सीनेशन की सुगबुगाहट शुरू हो गयी है. पढ़ें पूरी खबर.

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Published : Feb 23, 2022, 10:40 AM IST

पटना: भारत सरकार ने कोरोना के कोर्बेवैक्स वैक्सीन को 12 से 18 वर्ष तक के बच्चों के लिए मंजूरी (Corbevax Vaccine Approval) दे दी है. उम्मीद जताई जा रही है कि सरकार आने वाले दिनों में जल्द ही अब 12 से 15 वर्ष के बच्चों का टीकाकरण शुरू करेगी. 15 से 18 वर्ष के बच्चों का टीकाकरण पूर्व से ही चल रहा है. हालांकि इसमें बिहार की रफ्तार (corona vaccination in bihar) काफी स्लो है.

ये भी पढ़ें: Bihar budget 2022: कोरोना काल में बजट का आकार बढ़ाना बिहार सरकार के सामने बड़ी चुनौती

अभी तक 15 से 18 वर्ष के 83.46 लाख टार्गेट बच्चों में 48,24,885 बच्चों को ही फर्स्ट डोज का टीका लगा है. यह लगभग 58 परसेंट है. 12 से 15 वर्ष के बच्चों के वैक्सीनेशन (corona vaccine to children in bihar) की सुगबुगाहट के बीच शिक्षा विभाग ने प्रदेश के स्कूलों से इस एज ग्रुप के बच्चों का आंकड़ा जुटाना शुरू कर दिया है.

डाटा जुटाने की तैयारी में प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन पहले से ही बच्चों का डाटा तैयार करने में जुटा है. प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन (Private School And Children Welfare Association) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शमायल अहमद ने जानकारी दी कि पूर्व में भी सभी प्राइवेट स्कूलों ने 15 से 18 वर्ष के बच्चों का आंकड़ा कलेक्ट कर सरकार को दिया था. इसी प्रकार 12 से 15 वर्ष के बच्चों के आंकड़े जुटाए जा रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने एसोसिएशन से जुड़े प्रदेश के 25,000 स्कूलों को यह निर्देश दिया है कि सभी स्कूल 15 से 18 वर्ष के बच्चों का शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन जल्द कंप्लीट करें. स्कूल में जब भी वैक्सीनेशन कैंप लगे, यह सुनिश्चित करें कि उस दिन टार्गेट एज ग्रुप के सभी बच्चे वैक्सीनेटेड हों.

इसी बीच प्रदेश में अगर पूर्व से 15 से 18 वर्ष के बच्चों के चल रहे वैक्सीनेशन अभियान की बात करें तो अब तक 15 से 18 वर्ष के 61,70,776 बच्चों का वैक्सीनेशन हुआ है. इसमें फर्स्ट डोज की संख्या 48,24,885 है. सेकंड डोज की संख्या 13,45,881 है. प्रदेश में अभी तक 57.87 प्रतिशत बच्चों को पहले डोज का टीका लगा है. पटना जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एसपी विनायक ने जानकारी दी की पटना जिला में 15 से 18 वर्ष के बच्चों की संख्या 4.93 लाख है. जिसमें 2.42 लाख बच्चों ने पहले डोज का टीका ले लिया है. 84000 बच्चों ने वैक्सीन का दूसरा डोज भी ले लिया है.

ये भी पढ़ें: कोरोना से तबाह मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को 'बजट बूस्टर' की दरकार.. प्रदेश के डॉक्टर्स को बड़ी उम्मीदें

पटना जिले में लगभग 49 फीसदी के करीब 15 से 18 वर्ष के बच्चों का वैक्सीनेशन हुआ है. परीक्षा का सीजन होने की वजह से बच्चों का फर्स्ट डोज वैक्सीनेशन शत-प्रतिशत कंप्लीट करने में थोड़ी बाधा आ रही है. स्कूलों में परीक्षाएं जैसे ही समाप्त होंगी, वैक्सीनेशन की गति तेज हो जाएगी. आने वाले दिनों में जल्द शत-प्रतिशत बच्चों का वैक्सीनेशन कंप्लीट कर लिया जाएगा.

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पटना: भारत सरकार ने कोरोना के कोर्बेवैक्स वैक्सीन को 12 से 18 वर्ष तक के बच्चों के लिए मंजूरी (Corbevax Vaccine Approval) दे दी है. उम्मीद जताई जा रही है कि सरकार आने वाले दिनों में जल्द ही अब 12 से 15 वर्ष के बच्चों का टीकाकरण शुरू करेगी. 15 से 18 वर्ष के बच्चों का टीकाकरण पूर्व से ही चल रहा है. हालांकि इसमें बिहार की रफ्तार (corona vaccination in bihar) काफी स्लो है.

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अभी तक 15 से 18 वर्ष के 83.46 लाख टार्गेट बच्चों में 48,24,885 बच्चों को ही फर्स्ट डोज का टीका लगा है. यह लगभग 58 परसेंट है. 12 से 15 वर्ष के बच्चों के वैक्सीनेशन (corona vaccine to children in bihar) की सुगबुगाहट के बीच शिक्षा विभाग ने प्रदेश के स्कूलों से इस एज ग्रुप के बच्चों का आंकड़ा जुटाना शुरू कर दिया है.

डाटा जुटाने की तैयारी में प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन पहले से ही बच्चों का डाटा तैयार करने में जुटा है. प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन (Private School And Children Welfare Association) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शमायल अहमद ने जानकारी दी कि पूर्व में भी सभी प्राइवेट स्कूलों ने 15 से 18 वर्ष के बच्चों का आंकड़ा कलेक्ट कर सरकार को दिया था. इसी प्रकार 12 से 15 वर्ष के बच्चों के आंकड़े जुटाए जा रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने एसोसिएशन से जुड़े प्रदेश के 25,000 स्कूलों को यह निर्देश दिया है कि सभी स्कूल 15 से 18 वर्ष के बच्चों का शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन जल्द कंप्लीट करें. स्कूल में जब भी वैक्सीनेशन कैंप लगे, यह सुनिश्चित करें कि उस दिन टार्गेट एज ग्रुप के सभी बच्चे वैक्सीनेटेड हों.

इसी बीच प्रदेश में अगर पूर्व से 15 से 18 वर्ष के बच्चों के चल रहे वैक्सीनेशन अभियान की बात करें तो अब तक 15 से 18 वर्ष के 61,70,776 बच्चों का वैक्सीनेशन हुआ है. इसमें फर्स्ट डोज की संख्या 48,24,885 है. सेकंड डोज की संख्या 13,45,881 है. प्रदेश में अभी तक 57.87 प्रतिशत बच्चों को पहले डोज का टीका लगा है. पटना जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एसपी विनायक ने जानकारी दी की पटना जिला में 15 से 18 वर्ष के बच्चों की संख्या 4.93 लाख है. जिसमें 2.42 लाख बच्चों ने पहले डोज का टीका ले लिया है. 84000 बच्चों ने वैक्सीन का दूसरा डोज भी ले लिया है.

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पटना जिले में लगभग 49 फीसदी के करीब 15 से 18 वर्ष के बच्चों का वैक्सीनेशन हुआ है. परीक्षा का सीजन होने की वजह से बच्चों का फर्स्ट डोज वैक्सीनेशन शत-प्रतिशत कंप्लीट करने में थोड़ी बाधा आ रही है. स्कूलों में परीक्षाएं जैसे ही समाप्त होंगी, वैक्सीनेशन की गति तेज हो जाएगी. आने वाले दिनों में जल्द शत-प्रतिशत बच्चों का वैक्सीनेशन कंप्लीट कर लिया जाएगा.

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