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मसौढ़ी में खाद की किल्लत से बढ़ी परेशानी, अखिल भारतीय किसान महासभा के बैनर तले विरोध मार्च जारी

पटना के मसौढ़ी में खाद नहीं मिलने से किसान परेशान हैं. किसानों का कहना है कि लंबी लंबी लाइन लगाने के बावजूद खाद नहीं मिल रही है. अखिल भारतीय किसान महासभा ने मसौढ़ी में खाद संकट को लेकर शहर में जुलूस मार्च निकालते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की है. पढ़ें पूरी खबर..

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Published : Aug 27, 2022, 9:04 AM IST

पटना: राजधानी पटना के मसौढ़ी में इन दिनो खाद संकट (shortage of fertilizers in masaurhi) गहराता जा रहा है. खाद की किल्लत को लेकर आए दिन कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन और सड़क जाम की खबरें आ रही हैं. ऐसे में मसौढ़ी में अखिल भारतीय किसान महासभा के बैनर तले विरोध मार्च (Protest march of All India Kisan Mahasabha) निकाला गया. शहरों में जुलूस प्रदर्शन करते हुए सरकार से मसौढ़ी में खाद आपूर्ति बढ़ाने की मांग कर रहे हैं ताकि पर्याप्त मात्रा में किसानों को खाद मिल सके.

यह भी पढ़ें- बेतिया: खाद की कालाबाजारी को लेकर किसानों का प्रदर्शन, डीलर का लाइसेंस रद्द करने की मांग

घंटों देर लाइन में लगने के बाद भी नहीं मिल रहा खाद: किसान महासभा के बैनर तले मसौढ़ी में खाद संकट को लेकर शहर में जुलूस मार्च निकालते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी किया है. स्टेशन रोड, मेन रोड, कर्पूरी चौक से लेकर सभी जगह पर लोगों ने विरोध मार्च निकाला है. आंदोलनकारियों ने बताया कि किसान खाद लेने के लिए सुबह 5:00 बजे से लंबी लाइन लगाते हैं. वहीं अपनी बारी आने पर कभी खाद खत्म भी हो जाता है. ऐसे में घंटों देर लाइन में लगने के बावजूद भी खाद नहीं मिल पा रहा है.

विरोध प्रदर्शन से हो रही सड़क जाम की समस्या : बताया जा रहा है कि कोई किसान का अगर 10 एकड़ में खेती किया है. उसे महज दो बोरा ही खाद दिया जा रहा है. ऐसे में 10 एकड़ और 20 एकड़ में खेती करने वाले किसानों को महज दो बोरा खाद से क्या होगा ऐसे में वैसे बड़े किसानों को भी बड़े पैमाने पर खाद की आपूर्ति किया जाना चाहिए. वहीं पूरे मसौढ़ी में 34 लाइसेंस दुकानदार है. लेकिन पांच ही खाद दुकानदारों को खाद की आपूर्ति की जा रही है. जिसको लेकर दुकानदारों की भी समस्या बढ गई है. बड़ी संख्या में लोग लंबी लाइन लगाकर खाद लेने को विवश है. विरोध प्रदर्शन हो रहा है सड़क जाम की नौबत बन रही है.

"खाद को लेकर रोजाना मारामारी हो रही है, खाद दुकानों पर रोजाना हो हंगामे की नौबत बन रही है. खाद आपूर्ति बढ़ाने की मांग को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहा है. महज पांच ही डीलर के सहारे पूरा मसौढी के ग्रामीण एवं शहरी के किसान खाद ले पा रहे हैं. ऐसे में अखिल भारतीय किसान महासभा के बैनर तले पूरे मसौढ़ी शहर में विरोध मार्च निकालते हुए सरकार से खाद आपूर्ति बढ़ाने एवं खाद की कालाबाजारी को बंद करने की मांग कर रहे हैं. मसौढ़ी में हर 2 दिन पर खाद का रैक आ रहा है लेकिन इसमें सबसे बड़ी समस्या यह है कि मसौढ़ी में जितने भी लाइसेंस धारी हैं. उतने में से आधे से भी कम खाद दुकानदार को खाद वितरण करने के लिए खाद्य आपूर्ति हो रही है. ऐसे में कुछ दुकान पर बहुत भीड़ जमा हो रही है. लगातार हम लोग स्थानीय प्रशासन की मदद से खाद का वितरण करवा रहे हैं." - शकील अहमद खां, कृषि पदाधिकारी

यह भी पढ़ें- कैमूर में खाद लेने दुकान पर पहुंची किसानों की भीड़, पुलिस की मौजूदगी में दिया गया यूरिया


पटना: राजधानी पटना के मसौढ़ी में इन दिनो खाद संकट (shortage of fertilizers in masaurhi) गहराता जा रहा है. खाद की किल्लत को लेकर आए दिन कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन और सड़क जाम की खबरें आ रही हैं. ऐसे में मसौढ़ी में अखिल भारतीय किसान महासभा के बैनर तले विरोध मार्च (Protest march of All India Kisan Mahasabha) निकाला गया. शहरों में जुलूस प्रदर्शन करते हुए सरकार से मसौढ़ी में खाद आपूर्ति बढ़ाने की मांग कर रहे हैं ताकि पर्याप्त मात्रा में किसानों को खाद मिल सके.

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घंटों देर लाइन में लगने के बाद भी नहीं मिल रहा खाद: किसान महासभा के बैनर तले मसौढ़ी में खाद संकट को लेकर शहर में जुलूस मार्च निकालते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी किया है. स्टेशन रोड, मेन रोड, कर्पूरी चौक से लेकर सभी जगह पर लोगों ने विरोध मार्च निकाला है. आंदोलनकारियों ने बताया कि किसान खाद लेने के लिए सुबह 5:00 बजे से लंबी लाइन लगाते हैं. वहीं अपनी बारी आने पर कभी खाद खत्म भी हो जाता है. ऐसे में घंटों देर लाइन में लगने के बावजूद भी खाद नहीं मिल पा रहा है.

विरोध प्रदर्शन से हो रही सड़क जाम की समस्या : बताया जा रहा है कि कोई किसान का अगर 10 एकड़ में खेती किया है. उसे महज दो बोरा ही खाद दिया जा रहा है. ऐसे में 10 एकड़ और 20 एकड़ में खेती करने वाले किसानों को महज दो बोरा खाद से क्या होगा ऐसे में वैसे बड़े किसानों को भी बड़े पैमाने पर खाद की आपूर्ति किया जाना चाहिए. वहीं पूरे मसौढ़ी में 34 लाइसेंस दुकानदार है. लेकिन पांच ही खाद दुकानदारों को खाद की आपूर्ति की जा रही है. जिसको लेकर दुकानदारों की भी समस्या बढ गई है. बड़ी संख्या में लोग लंबी लाइन लगाकर खाद लेने को विवश है. विरोध प्रदर्शन हो रहा है सड़क जाम की नौबत बन रही है.

"खाद को लेकर रोजाना मारामारी हो रही है, खाद दुकानों पर रोजाना हो हंगामे की नौबत बन रही है. खाद आपूर्ति बढ़ाने की मांग को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहा है. महज पांच ही डीलर के सहारे पूरा मसौढी के ग्रामीण एवं शहरी के किसान खाद ले पा रहे हैं. ऐसे में अखिल भारतीय किसान महासभा के बैनर तले पूरे मसौढ़ी शहर में विरोध मार्च निकालते हुए सरकार से खाद आपूर्ति बढ़ाने एवं खाद की कालाबाजारी को बंद करने की मांग कर रहे हैं. मसौढ़ी में हर 2 दिन पर खाद का रैक आ रहा है लेकिन इसमें सबसे बड़ी समस्या यह है कि मसौढ़ी में जितने भी लाइसेंस धारी हैं. उतने में से आधे से भी कम खाद दुकानदार को खाद वितरण करने के लिए खाद्य आपूर्ति हो रही है. ऐसे में कुछ दुकान पर बहुत भीड़ जमा हो रही है. लगातार हम लोग स्थानीय प्रशासन की मदद से खाद का वितरण करवा रहे हैं." - शकील अहमद खां, कृषि पदाधिकारी

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