ETV Bharat / city

वन नेशन वन राशन कार्ड योजना का असर, धांधली करने वाले दुकानों में नहीं जा रहे लोग - PDS shopkeeper corruption

वन नेशन वन राशन कार्ड योजना के तहत राज्य के करीब 40 लाख से अधिक राशन कार्ड धारक इसका लाभ ले रहे हैं. योजना लागू होने के बाद राज्य के हजारों धांधली और भ्रष्टाचार करने वाले दुकानदारों की स्थिति बद से बदतर होती दिख रही है. पिछले कई महीनों से राज्य में हजारों ऐसे पीडीएस दुकानें हैं जहां लोगों ने जाकर अनाज लेना बंद कर दिया है.

patna secretariat
सचिवालय पटना
author img

By

Published : Jan 27, 2021, 3:44 PM IST

पटना: बिहार में पीडीएस सिस्टम का लाभ उठाने वाले राशन कार्ड धारक को वन नेशन वन राशन कार्ड योजना का लाभ मिल रहा है. वन नेशन वन राशन कार्ड योजना के तहत राज्य के करीब 40 लाख से अधिक राशन कार्ड धारक इसका लाभ ले रहे हैं.

यह योजना लागू होने के बाद राज्य के हजारों धांधली और भ्रष्टाचार करने वाले पीडीएस दुकानदारों की स्थिति बद से बदतर होती दिख रही है. पिछले कई महीनों से राज्य में हजारों ऐसे पीडीएस दुकानें हैं जहां लोगों ने जाकर अनाज लेना बंद कर दिया है. इस योजना के तहत अब कोई भी राशन कार्ड धारक देश के किसी भी हिस्से से अपने हिस्से का राशन ले सकता है. लॉकडाउन के दौरान और उसके बाद भी बिहार के कई राशन कार्ड धारक अन्य राज्यों में भी अपने हिस्से का राशन लेते रहे हैं. राज्य में 1 करोड़ 76 लाख 89 हजार 945 राशन कार्ड धारकों के लिए 48054 जन वितरण प्रणाली दुकानें हैं.

बिहार में सबसे पहले लागू हुई योजना
योजना के बारे में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के सचिव विनय कुमार बताते हैं कि बिहार पहला राज्य है जिसने वन नेशन वन राशन कार्ड योजना लागू किया. इस योजना के लागू होने के बाद किसी भी राशन कार्ड धारक को किसी तरह का कागज लेकर राशन दुकान जाने की जरूरत नहीं है. सिर्फ राशन कार्ड धारक के अंगूठे का निशान या आंखों की पुतलियों द्वारा पहचान कर उन्हें राशन मुहैया करा दी जाएगी.

देखें वीडियो

विनय कुमार ने "अब लोग स्वतंत्र हैं कि अपने राशन कार्ड के जरिए किसी भी दुकान से अपने हिस्से का राशन ले सकते हैं. अब जन वितरण प्रणाली वाली दुकानें एटीएम की तरह काम करने लगी हैं. उपभोक्ता कहीं भी जाकर अपने हिस्से का अनाज आसानी से ले पा रहे हैं."

"राज्य में हजारों ऐसी दुकानें देखने को मिल रही हैं जहां लोग राशन लेने नहीं जा रहे हैं. इसका सिर्फ एक ही कारण है कि वे दुकानदार धांधली करते थे या उनका व्यवहार धारकों के साथ सही नहीं था. वन नेशन वन राशन कार्ड योजना के तहत राज्य के बाहर भी लाखों लोग इसका फायदा उठा रहे हैं. हर महीने इस योजना के तहत अन्य दुकानों से बिहार में करीब 40 लाख लोग राशन ले रहे हैं. सारा सिस्टम ऑनलाइन होने के कारण जिस दुकान में अधिक ग्राहक जा रहे हैं वहां स्टॉक बढ़ाया जा रहा है."- विनय कुमार, सचिव, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग

सितंबर में 1207 पीडीएस से एक भी उपभोक्ता ने नहीं लिया राशन

जिला पीडीएस दुकान की संख्या

अररिया 34

मधुबनी 133

मुजफ्फरपुर 150

पश्चिम चंपारण 49

पटना 68

पूर्वी चंपारण 71

सारण 93

गया 49

अक्टूबर में 11889 पीडीएस से एक भी उपभोक्ता ने नहीं लिया राशन

जिला पीडीएस दुकान की संख्या

पटना 114

मुजफ्फरपुर 105

गया 104

सारण 84

पूर्वी चंपारण 68

पश्चिम चंपारण 68

मधुबनी 59


नवंबर में 1245 पीडीएस से एक भी उपभोक्ता ने नहीं लिया राशन

जिला पीडीएस दुकान की संख्या

रोहतास 231

गोपालगंज 70

सारण 87

पूर्वी चंपारण 67

मुजफ्फरपुर 98

मधुबनी 57

पटना 57

गया 52

गोपालगंज 70

बेगूसराय 54


दिसंबर में 2445 पीडीएस से एक भी उपभोक्ता ने नहीं लिया राशन

जिला पीडीएस दुकान की संख्या

बेगूसराय 177

पटना 168

गया 133

मुजफ्फरपुर 104

सारण 93

गोपालगंज 92

भागलपुर 70

रोहतास 64

पश्चिम चंपारण 66

मधुबनी 53

पटना: बिहार में पीडीएस सिस्टम का लाभ उठाने वाले राशन कार्ड धारक को वन नेशन वन राशन कार्ड योजना का लाभ मिल रहा है. वन नेशन वन राशन कार्ड योजना के तहत राज्य के करीब 40 लाख से अधिक राशन कार्ड धारक इसका लाभ ले रहे हैं.

यह योजना लागू होने के बाद राज्य के हजारों धांधली और भ्रष्टाचार करने वाले पीडीएस दुकानदारों की स्थिति बद से बदतर होती दिख रही है. पिछले कई महीनों से राज्य में हजारों ऐसे पीडीएस दुकानें हैं जहां लोगों ने जाकर अनाज लेना बंद कर दिया है. इस योजना के तहत अब कोई भी राशन कार्ड धारक देश के किसी भी हिस्से से अपने हिस्से का राशन ले सकता है. लॉकडाउन के दौरान और उसके बाद भी बिहार के कई राशन कार्ड धारक अन्य राज्यों में भी अपने हिस्से का राशन लेते रहे हैं. राज्य में 1 करोड़ 76 लाख 89 हजार 945 राशन कार्ड धारकों के लिए 48054 जन वितरण प्रणाली दुकानें हैं.

बिहार में सबसे पहले लागू हुई योजना
योजना के बारे में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के सचिव विनय कुमार बताते हैं कि बिहार पहला राज्य है जिसने वन नेशन वन राशन कार्ड योजना लागू किया. इस योजना के लागू होने के बाद किसी भी राशन कार्ड धारक को किसी तरह का कागज लेकर राशन दुकान जाने की जरूरत नहीं है. सिर्फ राशन कार्ड धारक के अंगूठे का निशान या आंखों की पुतलियों द्वारा पहचान कर उन्हें राशन मुहैया करा दी जाएगी.

देखें वीडियो

विनय कुमार ने "अब लोग स्वतंत्र हैं कि अपने राशन कार्ड के जरिए किसी भी दुकान से अपने हिस्से का राशन ले सकते हैं. अब जन वितरण प्रणाली वाली दुकानें एटीएम की तरह काम करने लगी हैं. उपभोक्ता कहीं भी जाकर अपने हिस्से का अनाज आसानी से ले पा रहे हैं."

"राज्य में हजारों ऐसी दुकानें देखने को मिल रही हैं जहां लोग राशन लेने नहीं जा रहे हैं. इसका सिर्फ एक ही कारण है कि वे दुकानदार धांधली करते थे या उनका व्यवहार धारकों के साथ सही नहीं था. वन नेशन वन राशन कार्ड योजना के तहत राज्य के बाहर भी लाखों लोग इसका फायदा उठा रहे हैं. हर महीने इस योजना के तहत अन्य दुकानों से बिहार में करीब 40 लाख लोग राशन ले रहे हैं. सारा सिस्टम ऑनलाइन होने के कारण जिस दुकान में अधिक ग्राहक जा रहे हैं वहां स्टॉक बढ़ाया जा रहा है."- विनय कुमार, सचिव, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग

सितंबर में 1207 पीडीएस से एक भी उपभोक्ता ने नहीं लिया राशन

जिला पीडीएस दुकान की संख्या

अररिया 34

मधुबनी 133

मुजफ्फरपुर 150

पश्चिम चंपारण 49

पटना 68

पूर्वी चंपारण 71

सारण 93

गया 49

अक्टूबर में 11889 पीडीएस से एक भी उपभोक्ता ने नहीं लिया राशन

जिला पीडीएस दुकान की संख्या

पटना 114

मुजफ्फरपुर 105

गया 104

सारण 84

पूर्वी चंपारण 68

पश्चिम चंपारण 68

मधुबनी 59


नवंबर में 1245 पीडीएस से एक भी उपभोक्ता ने नहीं लिया राशन

जिला पीडीएस दुकान की संख्या

रोहतास 231

गोपालगंज 70

सारण 87

पूर्वी चंपारण 67

मुजफ्फरपुर 98

मधुबनी 57

पटना 57

गया 52

गोपालगंज 70

बेगूसराय 54


दिसंबर में 2445 पीडीएस से एक भी उपभोक्ता ने नहीं लिया राशन

जिला पीडीएस दुकान की संख्या

बेगूसराय 177

पटना 168

गया 133

मुजफ्फरपुर 104

सारण 93

गोपालगंज 92

भागलपुर 70

रोहतास 64

पश्चिम चंपारण 66

मधुबनी 53

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.