पटना: स्मार्ट सिटी योजना (Smart City Patna ) के अंतर्गत स्मार्ट सिटी एरिया में लोगों को स्वास्थ्यवर्धक, शुद्ध और संवहनीय खानपान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ईट स्मार्ट सिटी चैलेंज (EatSmart Cities Challenge) कैंपेन चलाया जा रहा है. इस कैंपेन के तहत पटना स्मार्ट सिटी मिशन और फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया के तरफ से पटना स्मार्ट सिटी एरिया के अंतर्गत आने वाले शैक्षणिक संस्थान, सरकारी विभागों के ऑफिस, अस्पताल और जेल जहां खाद्य सामग्री बनाने और खिलाने की व्यवस्था है, उन जगहों की हाइजीन ऑडिट (Hygiene Audit) कराई जा रही है.
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पटना स्मार्ट सिटी मिशन की जनसंपर्क अधिकारी हर्षिता कुमारी ने बताया कि केंद्र सरकार के महत्वकांक्षी स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत ईट स्मार्ट सिटी चैलेंज का आयोजन किया गया है, जिसमें देश भर के सभी 100 से अधिक स्मार्ट सिटीज इस प्रतिस्पर्धा में भाग ले रहे हैं.
"इस चैलेंज का उद्देश्य है कि आम जनता को स्वच्छ, शुद्ध और स्वास्थ्यवर्धक भोजन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए. इस चैलेंज के तहत कई काम निर्धारित किए गए हैं जैसे कि ईट राइट कैंपस का सर्टिफिकेट दिलवाना. ईट राइट कैंपस का सर्टिफिकेट उन कैंपस को दिया जाएगा, जहां खाना बनाया जाता है या परोसा जाता है, या जहां डाइनिंग स्पेस है. ईट राइट कैंपस का सर्टिफिकेट मिलने का मतलब है कि उस कैंपस में मिलने वाला भोजन हाइजीनिक है, स्वास्थ्यवर्धक है और संवहनीय है."- हर्षिता कुमारी, जनसंपर्क अधिकारी, पटना स्मार्ट सिटी मिशन
जनसंपर्क अधिकारी हर्षिता ने कहा कि ईट राइट कैंपस के अंतर्गत पटना स्मार्ट सिटी मिशन के द्वारा विभिन्न अस्पतालों, जेल परिसर का निरीक्षण किया गया है. वहां के अधिकारियों को ट्रेनिंग भी दी गई है. इसके बाद वहां हाइजीन ऑडिट की जाएगी. अंक के आधार पर एफएसएसएआई द्वारा संबंधित कैंपस को ईट्राइट कैंपस घोषित किया जाएगा.
जनसंपर्क अधिकारी हर्षिता ने बताया कि ईट राइट कैंपस के अलावा जितने भी शहर में रेस्टोरेंट हैं, मिठाई की दुकानें हैं और मीट मछली की दुकानें हैं, इन सब की भी हाइजीन ऑडिट की जाएगी. उन्होंने कहा कि यह सारा काम 15 अक्टूबर तक करा लेना है. चैलेंज का फेज वन 15 अक्टूबर तक निर्धारित किया गया है. इस चैलेंज के दौरान एक अवेयरनेस कैंपेन भी चलाना है जिसके अंतर्गत लोगों को फोर्टीफाइड फूड्स का सेवन अधिक करने और ट्रांस फैट फूड का इस्तेमाल कम करने के लिए जागरूक किया जाएगा.
ईट राइट कैंपेन के तहत शहर की जितनी भी सरकारी और गैर सरकारी अस्पताल हैं, जहां खाद्य पदार्थ की व्यवस्था है, सरकारी और गैर सरकारी शिक्षण संस्थान, सरकारी और प्राइवेट दफ्तर, जेल जहां कैंटीन और कैफेटेरिया की व्यवस्था है उन्हें इस प्रतिस्पर्धा में भाग लेने के लिए कहा गया है.
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