पटनाः बिहार की राजधानी पटना के मसौढ़ी में स्थानीय लोग इन दिनों गंभीर जल संकट से परेशान (Drinking Water Problem In Masaurhi) हैं. जल संकट के कारण लोगों में काफी आक्रोश है. पानी की जुगाड़ में लोग सुबह से ही बाल्टी-डिब्बा लेकर इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं. कई गांवों में लोगों ने आरोप लगाया कि शिकायत के बाद भी कोई अधिकारी नहीं सुनते हैं.
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हर घर नल का जल योजना अधूराः प्रखंड के कई इलाके में सरकारी चापाकल खराब पड़ा हुआ (Hand Pump not Working in Masaurhi) है. वहीं मसौढ़ी में हर घर नल का जल योजना फेल है. कई जगह पर योजना आधा-अधूरा, तो कहीं पूरा होने के बाद पानी लोगों के घरों तक नहीं पहुंच पा रहा है. मसौढ़ी प्रखंड के 17 पंचायत में 245 वार्ड है, जिसमें 34 ऐसे वार्ड हैं, जहां पर अभी तक टावर बना है लेकिन टंकी नहीं लगी है. 17 वार्डों में मोटर खराब पड़ा हुआ है. 10 वार्डों में पाइप लाइन क्षतिग्रस्त है.
शिकायत नहीं सुनते हैं अधिकारीः प्रखंड के चकलमा गांव निवासी सुनीता देवी, संजू देवी, वीणा देवी, सत्यानंद पासवान, कांति देवी, उर्मिला देवी और रविरंजन पासवान ने बताया कि गांव में सरकार नाम की चीज ही नहीं है. ना कोई जनप्रतिनिधि सुनने को तैयार हैं और ना ही प्रखंड में बैठे हुए पदाधिकारी. आवेदन देकर थक चुके हैं कि गांव में पानी की समस्या को दूर किया जाये.
बोले अधिकारीः पंचायती राज पदाधिकारी विनय कुमार ने कहा कि सरकार कि ओर से आदेश आया है कि जिस गांव के वार्ड में नल जल खराब है, उसे टीम बनाकर ठीक कराया जाए. साथ ही इसके खराब पड़े सरकारी चापकाल को भी ठीक कराने का आदेश मिला है. जल्द इस पर काम किया जायेगा. इसके लिए वार्डों में पड़ें फंड का उपयोग किया जायेगा.
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