पटना: जिलाधिकारी कुमार रवि क्वारंटाइन सेंटर की पहचान करने तथा उपलब्ध सुविधा का आकलन करने आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय मीठापुर पहुंचे. उन्होनें कर्मचारी राज्य बीमा निगम अस्पताल बिहटा तथा नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल बिहटा का भी भ्रमण कर जायजा लिया. जिलाधिकारी ने भवन में कमरों की संख्या, शौचालय, पेयजल , सहित कई अन्य सुविधाओं की स्थति के बारे में विस्तृत जानकारी ली.
जिले में प्रशासनिक स्तर पर क्वारंटाइन सेंटर हेतु उपयुक्त स्थल की पहचान करने की प्रक्रिया की शुरूआत हुई है. इस क्रम में जिलाधिकारी ने मंगलवार को शहर के करीब 50 होटल प्रबंधकों/प्रतिनिधियों के साथ समाहरणालय सभागार में बैठक की. साथ ही उन्हें कोविड-19 के संदर्भ में विस्तृत जानकारी भी दी. इस दौरान होटल प्रबंधकों को क्वारंटाइन सेंटर की आवश्यकता एवं उपयोगिता के बारे में अवगत कराया गया.
होटल प्रबंधकों से कोविड-19 के संदर्भ में पूछताछ
होटल प्रबंधकों से होटल में उपलब्ध कमरा, शौचालय, पेयजल, साफ सफाई के बारे में पूछताछ की गई. साथ ही इन बिंदुओं से संबंधित रिपोर्ट भी मांगी गई. उन्होनें बताया की तदनुसार अपेक्षित व्यवस्था नहीं पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उन्होनें जिला प्रशासन द्वारा संचालित आपदा राहत केंद्र पर आवासन और भोजन की वस्तुस्थिती के बारे में विस्त़ृत जानकारी भी दी.
आपदा राहत केंद्र पर आवासन /भोजन की स्थिति
- पटना हाई स्कूल गर्दनीबाग में 46 व्यक्ति आवासित एवं 724 व्यक्ति ने खाना खाया.
- कॉलेज आफ कामर्स में 37 आवासित तथा 550 ने भोजन ग्रहण किया.
- मिलर स्कूल में 24 व्यक्ति आवासित साथ ही 1475 लोगों नें खाना खाया.
- बालिका उच्च विद्यालय बांकीपुर में 18 आवासित और 515 लोगों का हुआ भोजन.
- गायघाट रैन बसेरा में 60 आवासित साथ ही 468 व्यक्तियों नें भोजन ग्रहण किया.
- मैकडोनल चौक राजेंद्रनगर में 24 आवासित और 438 हुआ भोजन.
- मलाही पकड़ी में 40 लोग आवासित 476 का भोजन ग्रहण.
- एस के पुरी सामुदायिक भवन में 65 व्यक्तियों नें भोजन ग्रहण.
- कुनकुन सिंह लेन में 16 आवासित 24 लोगों नें खाना खाया.
- डीएवी सगुना मोड़ पर 14 आवासित साथ ही 534 लोगों नें भोजन ग्रहण किया.
इस प्रकार आपदा राहत केंद्र पर कुल 279 व्यक्ति आवासित तथा 5269 व्यक्तियों ने भोजन ग्रहण किया.