पटना: राजधानी पटना के आईएमए सभागार (IMA Auditorium) में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) बिहार इकाई की तरफ से अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया. इस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ जेए जय लाल शामिल हुए.
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इस मौके पर आईएमए राष्ट्रीय और आईएमए बिहार (IMA Bihar) के कई पदाधिकारी मौजूद रहे. कार्यक्रम में कोरोना के दौरान कोविड ड्यूटी (Covid Duty) करने वाले कई चिकित्सकों (Many Physicians) को विशिष्ट चिकित्सा सम्मान से सम्मानित किया गया. कोरोना ड्यूटी में कोरोना संक्रमण से जान गंवाए चिकित्सकों को आईएमए शहीद चिकित्सक का दर्जा देता है.
ऐसे में इस कार्यक्रम में कोरोना ड्यूटी में शहीद हुए डॉ आनंद गोपाल की पत्नी कुमारी प्रियम को आईएमए मुख्यालय के कोविड-19 शहीद फंड से 10,00000 की सहायता राशि का चेक डॉ जेए जय लाल के द्वारा दिया गया. स्वागत भाषण में आई एम ए के राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्वाचित डॉक्टर सहजानंद प्रसाद सिंह ने कहा कि आधुनिक चिकित्सा पद्धति को मिक्सोपैथी से बचाने की जरूरत है.
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महासचिव डॉ जयेश लेले भी कार्यक्रम में शामिल हुए. वहीं बिहार आईएमए के कार्यकारी अध्यक्ष डॉक्टर अजय कुमार ने कहा कि देशभर में ड्यूटी के दौरान कोरोना की चपेट में आने की वजह से सोलह सौ चिकित्सकों ने जान गवाई हैं. जिनमें लगभग से 600 के करीब ही सरकारी चिकित्सक है और बाकी 1000 प्राइवेट क्षेत्र में प्रैक्टिस करने वाले चिकित्सक हैं.
'स्वास्थ्य कर्मियों को केंद्र सरकार के द्वारा दी जाने वाली क्षतिपूर्ति बीमा राशि में सरकारी क्षेत्र और निजी क्षेत्र के चिकित्सकों के बीच भेदभाव सही नहीं है. और इसका वह पुरजोर विरोध करते रहे हैं. नेशनल आईएमए को इस बात का प्रयास करना चाहिए कि केंद्र सरकार स्वास्थ्यकर्मी क्षतिपूर्ति बीमा राशि का लाभ प्राइवेट क्षेत्र में प्रैक्टिस करने वाले चिकित्सकों को भी दें. इसके लिए पुरजोर आवाज बुलंद करने की जरूरत है.' : डॉक्टर अजय कुमार, कार्यकारी अध्यक्ष, बिहार आईएमए
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'आइएमए बिहार ने संक्रमण के दूसरे लहर में जिस प्रकार से सरकार के साथ मिलकर संक्रमण से निपटने की दिशा में कार्य किया. वह सराहनीय है. देश में सर्वाधिक चिकित्सक दूसरी लहर में बिहार से ही जान गंवाए. कारगिल युद्ध से भी अधिक शहादत कोरोना में चिकित्सकों की हुई है. आईएमए की तरफ से अब तक 30 चिकित्सकों के परिजनों को 10 लाख रुपये की सहायता राशि दी गई है.' : डॉ रवि वांडखेडकर, मुख्य चुनाव आयुक्त, आईएमए
'कोरोना से ही दो की क्षतिपूर्ति का मामला राज्य के स्वास्थ्य विभाग के पास है. राज्य सरकार जिस चिकित्सक को कोविड-19 शहीद घोषित करेगी उन्हें बीमा राशि स्वतः मिल जाएगी. इसलिए राज्य आईएमए अपनी पूरी क्षमता से राज्य सरकार पर इसके लिए दबाव डालें. डॉ एके एन सिन्हा के नाम पर इंस्टिट्यूट बिहार में पहले से चल रहा है और इसे एक मेडिकल यूनिवर्सिटी के रूप में स्थापित करने के लिए काम शुरू हो चुका है और उन्हें पूरा उमीद है कि आने वाले दिनों में जल्द ही एके एन सिन्हा मेडिकल यूनिवर्सिटी आईएमए के तरफ से शुरू हो जाएगा.' : डॉक्टर जेए जय लाल, राष्ट्रीय अध्यक्ष, आईएमए
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