पटना: बिहार पंचायत चुनाव (Panchayat Election) के लिए मतदान की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, प्रशासन की तैयारी जोरों पर है. मसौढ़ी प्रखंड के सबसे घोर नक्सल प्रभावित (Naxal Affected Area) बारा गांव में इस बार मतदाताओं ने कड़ी सुरक्षा की मांग की है. ये गांव कई हिंसक घटनाओं का गवाह रहा है. पांच महीने पहले पैक्स चुनाव मे 50 से अधिक राउंड गोलियां चली थी, जिससे मतदाताओं में आज भी दहशत है.
ये भी पढ़ें- पंचायत चुनाव: नक्सलियों के साजिश की हर कोशिश को नाकाम करने के लिए पुलिस ने बनायी रणनीति
मसौढ़ी प्रखंड का अति संवेदनशील घोषित नक्सल बूथ कहे जाने वाले बारा गांव में इस बार सभी मतदाता चिंतित हैं कि कहीं इस बार भी हिंसक घटना ना हो जाए. जिसको लेकर अभी से ही सभी मतदाताओं ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि इस बार मतदान केंद्र पर सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की जाए. ग्रामीणों ने अर्धसैनिक बल मंगाने की मांग की है.
बताया जाता है कि पिछले कई चुनाव में कई तरह की हिंसक घटनाएं हो चुकी है. 50 से अधिक राउंड गोलीबारी भी हो चुकी है. पिछले 5 महीने पहले हुए पैक्स के चुनाव में दो पक्षों में जमकर गोलीबारी हुई थी. हालांकि, उस वक्त पुलिस मौजूद रही थी.
ये भी पढ़ें- पंचायत चुनाव को लेकर SSB और पुलिस का इंडो-नेपाल बॉर्डर पर सर्च ऑपरेशन
एसडीएम, डीएसपी समेत तमाम आला अधिकारियों की मौजूदगी में कुछ दूरी पर घंटों गोलीबारी होती रही थी. जिसको लेकर इस बार मतदान को लेकर ग्रामीणों ने चिंता जाहिर करते हुए सरकार से सुरक्षा की मांग की है. बारा पंचायत में तकरीबन 11 गांव आते हैं, जहां पर 16 हजार वोटर्स हैं. ऐसे में बारा गांव में 2 मतदान केंद्र बने हुए हैं, जिसको लेकर कड़ी सुरक्षा की मांग की गई है.
बता दें कि मसौढ़ी प्रखंड के सबसे अतिसंवेदनशील नक्सल प्रभावित क्षेत्र बारा गांव में जहां पर कई नक्सल संगठन से जुड़े लोगों की मौजूदगी अभी भी रहती है, वहां के ग्रामीणों ने कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान कराए जाने की मांग की है. हालांकि, हर बार नक्सल बूथ के नाम पर तैयारी तो होती है, लेकिन गोलियां जरूर चलती है. ऐसे में ग्रामीणों ने कड़ी सुरक्षा की मांग की है.