पटना: बिहार विधानसभा चुनाव इस साल के अंत तक होने हैं. सभी पार्टियों ने चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. एनडीए का कहना है की चुनाव की तैयारी वर्चुअल तरीके से हो, लेकिन सभी विपक्षी दल इससे सहमत नहीं है. उनका कहना है कि यह लोकतंत्र का हनन है. बिहार विधानसभा चुनाव के संबंध में भाकपा माले चुनाव आयोग को 29 जून को अपना ज्ञापन सौंपेगी.
'सत्ताधारी पार्टियों के लिए ही है वर्चुअल प्रचार का तरीका'
भाकपा माले के राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि वर्चुअल प्रचार का तरीका बीजेपी और सत्ताधारी पार्टियों के लिए ही है. इन पार्टियों के पास काफी पैसे हैं, लेकिन जो कमजोर और जो छोटे दल हैं वो इस तरीके की वर्चुअल रैली नहीं कर सकते. ना ही उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर है और ना ही उनके पास उतने पैसे हैं.
चुनाव आयोग को सौंपेगी ज्ञापन
राज्य सचिव ने कहा कि इसी मुद्दे को लेकर सोमवार को हमारा प्रतिनिधि मंडल चुनाव आयोग जाएगा और ज्ञापन सौंपेगा. आयोग को कुछ ऐसा तरीका निकालना होगा, जिससे कोरोना से बचाव के साथ जनता की व्यापक भागीदारी हो. साथ ही सभी पार्टियों को प्रचार करने का समान मौका मिले. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि पूरा विपक्ष साथ मिलकर लड़े. इससे जनता में उत्साह बढ़ेगा और हम जन विरोधी सरकार बीजेपी को हरा पाएंगे.