पटना: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ( RJD Leader Tejashwi Yadav ) 'बेरोजगारी हटाओ यात्रा' ( Berojgari Hatao Yatra ) निकालने वाले हैं. इसको लेकर पूरी तैयारी भी हो गई है. यात्रा के लिए विशेष रथ भी तैयार हो गया है. रथ राबड़ी आवास भी पहुंच गया है, लेकिन बिहार में कोरोना संक्रमण की जो स्थिति है, उसे देखकर तो ऐसा ही लगता है कि तीसरी लहर ने तेजस्वी की सारी तैयारी पर पानी फेर दिया है.
दरअसल, 27 अक्टूबर 2021 को तेजस्वी यादव ने घोषणा की थी कि बिहार में देश का सबसे बड़ा 'बेरोजगार रैला' ( Berojgar Raila ) करेंगे. उन्होंने कहा था कि रैला करने से पहले प्रदेश में 'बेरोजगारी हटाओ यात्रा' निकालेंगे. यह यात्रा खरमास बाद, यानी 14 जनवरी से निकालने की तैयारी में हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि कोरोना वायरस की लहर ने तेजस्वी की सारी तैयारियों पर पानी फेर दिया है.
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बता दें कि बिहार में कोरोना संक्रमण बेलगाम हो गया है. रोज मिलने वाले नए संक्रमितों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि देखी जा रही है. स्वास्थ्य विभाग (Bihar Health Department) के द्वारा मंगलवार को जारी हेल्थ अपडेट के मुताबिक प्रदेश में बीते 24 घंटे में 893 नए संक्रमितों की पहचान हुई.
इसी के साथ ही सूबे में कुल संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 2222 हो गया है.प्रदेश में बीते 24 घंटे में सबसे ज्यादा मामले पटना में दर्ज किए गए. यहां रिकॉर्ड 565 मामले मिलने से हड़कंप मच गया. वहीं, गया में 99 नए संक्रमितों की पहचान हुई. मुजफ्फरपुर में 47 मामले, वैशाली, समस्तीपुर में 10-10 और वैशाली में 14 लोगों की कोविड जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. अन्य जिलों से भी मामले सामने आए हैं.
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इधर, कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार ने प्रदेश में 6 जनवरी से 21 जनवरी तक नाइट कर्फ्यू का ऐलान कर दिया है. इसके तहत रात के आठ बजे से लेकर सुबह के पांच बजे तक सख्ती लागू रहेंगी. दुकानों को रात के आठ बजे तक ही खुलने की अनुमति दी गई है. वहीं, सभी सरकारी कार्यालय एवं गैर सरकारी कार्यालयों को 50% उपस्थिति के साथ खोलने के लिए निर्देशित किया गया है.
प्री स्कूल से लेकर आठवीं तक के स्कूल/शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे. इन्हें ऑनलाइन ही शिक्षा दी जाएगी. वहीं नवमी से उपर की कक्षाओं के विद्यार्थियों की पढ़ाई संस्थानों में 50 फीसदी उपस्थिति के साथ की जाएगी. मंदिरों को भी श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया है. सभी सिनेमा हॉल, शॉपिंग मॉल, क्लब, स्विमिंग पूल, स्टेडियम जिम, पार्क एवं उद्यान को जहां बंद कर दिया गया है, वहीं रेस्टोरेंट एवं खाने की दुकानों को आधी क्षमता के साथ संचालिक करने की अनुमति दी गई है.
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गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव 2020 से पहले, बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में 19 लाख लोगों को रोजगार देने का वादा किया था. वहीं, आरजेडी ने 10 लाख लोगों को नौकरी देने का वादा किया था. हालांकि तेजस्वी यादव सत्ता में नहीं आए. ऐसे में तेजस्वी लगातार नीतीश सरकार पर हमला करते रहते हैं और पूछते हैं कि अब तक कितने लोगों को रोजगार दिया गया है. चुनाव से पहले जो वादा किया गया था, उसका क्या हुआ?
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव लगातार कहते रहते हैं कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार अपने वादों को पूरा करने में पूरी तरह विफल रही है. जनता अब और इंतजार नहीं कर सकती. बिहार में कोई डबल इंजन की सरकार नहीं है, बल्कि यहां ट्रबल इंजन की सरकार है.
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