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लाउडस्पीकर विवाद पर बीजेपी नेता बोले- धार्मिक नहीं, वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखें - ईटीवी न्यूज

बिहार धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाने को लेकर विवाद (Controversy Over Removing Loudspeakers) रोजाना बढ़ता ही जा रहा है. इसे लेकर बिहार में सत्तारूढ़ एनडीए में ही विरोध नजर आ रहा है. विपक्षी आरजेडी ने तो यहां तक कह दिया है कि मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए बीजेपी ऐसे विषयों को उठाती है. अब भाजपा इसके पक्ष में वैज्ञानिक कारण गिना रही है. पढ़ें पूरी खबर.

Loudspeaker Controversy in Bihar
Loudspeaker Controversy in Bihar
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Published : Apr 30, 2022, 2:27 PM IST

पटना: बिहार में लाउडस्पीकर विवाद की एंट्री (Loudspeaker Controversy in Bihar) होने के बाद घमासान मचा हुआ है. बीजेपी इसे मुद्दा बना चुकी है. वहीं बीजेपी, विपक्षी पार्टियों समेत अपनी सरकार से सवाल पूछ रही है कि ध्वनि प्रदूषण को कम करने की जगह सियासत क्यों हो रही है. बीजेपी ने यूपी की तर्ज पर बिहार में भी लाउडस्पीकर हटाने (Removing Loudspeakers from Religious Places in Bihar) की मांग की है. पार्टी की ओर से कहा गया है कि जब यूपी में 21 हजार से ज्यादा लाउडस्पीकर उतारे जा चुके हैं. हजारों की आवाज को कम किया जा चुका है. कहीं कोई विवाद नहीं हुआ तो बिहार में इसपर क्यों सियासत की जा रही है?

ये भी पढ़ें: लाउडस्पीकर विवाद पर तेजस्वी बोले - 'बेरोजगारी पर चर्चा होनी चाहिए ना की नींद पर'

बीजेपी ने साफ किया कि सरकार को लाउडस्पीकर को लेकर एक कानून बनाए और मानव जीवन को राहत देने का काम करे. जिससे आने वाली पीढ़ी ध्वनि प्रदूषण से परेशान नहीं हो. लाउडस्पीकर विवाद को धर्म से ना जोड़कर ध्वनि प्रदूषण से जोड़कर देखें तो पता चलेगा कि ये आवाज प्राणियों के लिए कितनी घातक है. इस घातक शोर को यूपी की तर्ज पर कानून बनाकर रोका जाए.

ध्वनि प्रदूषण मनुष्य के कितना घातक: बीजेपी प्रवक्ता डॉक्टर रामसागर सिंह ने कहा कि इसे ध्वनि प्रदूषण से जोड़कर देखें तो पता चलेगा कि ये मनुष्य के लिए कितना घातक है. जो लोग इसे नहीं समझते हैं, वे इसे धर्म से जोड़कर राजनीति कर रहे हैं. मेरा मानना है कि यूपी के तर्ज पर बिहार में भी ऐसा कानून बने जिससे ध्वनि प्रदूषण को रोका जाए. डॉक्टर रामसागर सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी इसको लेकर कई आदेश दिए हैं. इसके वाबजूद सभी राज्यो में इसे लागू नहीं करना दुर्भाग्यपूर्ण है. अब समय आ गया है कि बिहार में भी इसको लेकर कानून बने. जो लोग इसका वैज्ञानिक कारण नहीं समझते हैं, वही इस पर बहस कर रहे हैं.

बीजेपी प्रवक्ता डॉक्टर रामसागर सिंह

'यूपी में 21 हजार लाउडस्पीकर हटाया गया. हजारों लाउडस्पीकर का साउंड कम किया गया. वहां कहीं विरोध नहीं हुआ. बिहार में विरोध क्यों हो रहा है? इसपर अलग से कानून बनाकर मानव जीवन को राहत देने का काम सरकार को करना चाहिए जिससे आने वाली पीढ़ी ध्वनि प्रदूषण से परेशान नहीं.'-डॉक्टर रामसागर सिंह, बीजेपी प्रवक्ता

तेजस्वी ने बोला था बीजेपी पर हमला: बता दें कि लाउडस्पीकर के मुद्दे पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इसमें जो वजह दिया गया है कि इस वजह से नींद टूट जाती है, लोगों को तकलीफ होती है, वो वजह उचित नहीं. बेरोजगारी से लोगों की जिंदगी तबाह हो रही है. चर्चा बेरोजगारी पर होनी चाहिए ना की नींद पर. वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि लाउड स्पीकर बैन की बात करना फालतू है. नीतीश ने कहा कि, 'बिहार में इन सब चीजों से हमलोग सहमत नहीं है. यह सब फालतू चीज है, जिसको जो कहना है कहे. हम सहमत नहीं हैं.' बता दें कि इससे पहले भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कह चुके है कि, पूजा के नाम पर विवाद करने वालों का धर्म से कोई मतलब नहीं. इस विषय पर विवाद करने वाला सही आदमी नहीं हो सकता.

'मेरा सवाल है जब कोई बेरोजगार है, उसको रोजगार नहीं मिलती, जिंदगी तबाह हो जाती है. ज्यादा चर्चा किस पर करनी चाहिए? महंगाई से कमर टूट जाती है, भविष्य खराब हो जाता है, उस पर चर्चा होनी चाहिए कि एक नींद की बात है.' -नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव

गौरतलब है कि बीजेपी विधायक संजय सरावगी और बिहार सरकार के मंत्री जनक राम ने भी लाउडस्पीकर हटाने की बात कही है. जनक राम ने कहा है कि कानून बनाकर मंदिरों और मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाया जाएगा. इस मुद्दे को लेकर उन्होंने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Leader of Opposition Tejashwi Yadav) पर भी निशाना साधा था.

ये भी पढ़ें: शाहनवाज हुसैन बोले- 'पहले अजान लाउडस्पीकर से नहीं होता था.. इसे धर्म से जोड़ना ठीक नहीं'

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पटना: बिहार में लाउडस्पीकर विवाद की एंट्री (Loudspeaker Controversy in Bihar) होने के बाद घमासान मचा हुआ है. बीजेपी इसे मुद्दा बना चुकी है. वहीं बीजेपी, विपक्षी पार्टियों समेत अपनी सरकार से सवाल पूछ रही है कि ध्वनि प्रदूषण को कम करने की जगह सियासत क्यों हो रही है. बीजेपी ने यूपी की तर्ज पर बिहार में भी लाउडस्पीकर हटाने (Removing Loudspeakers from Religious Places in Bihar) की मांग की है. पार्टी की ओर से कहा गया है कि जब यूपी में 21 हजार से ज्यादा लाउडस्पीकर उतारे जा चुके हैं. हजारों की आवाज को कम किया जा चुका है. कहीं कोई विवाद नहीं हुआ तो बिहार में इसपर क्यों सियासत की जा रही है?

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बीजेपी ने साफ किया कि सरकार को लाउडस्पीकर को लेकर एक कानून बनाए और मानव जीवन को राहत देने का काम करे. जिससे आने वाली पीढ़ी ध्वनि प्रदूषण से परेशान नहीं हो. लाउडस्पीकर विवाद को धर्म से ना जोड़कर ध्वनि प्रदूषण से जोड़कर देखें तो पता चलेगा कि ये आवाज प्राणियों के लिए कितनी घातक है. इस घातक शोर को यूपी की तर्ज पर कानून बनाकर रोका जाए.

ध्वनि प्रदूषण मनुष्य के कितना घातक: बीजेपी प्रवक्ता डॉक्टर रामसागर सिंह ने कहा कि इसे ध्वनि प्रदूषण से जोड़कर देखें तो पता चलेगा कि ये मनुष्य के लिए कितना घातक है. जो लोग इसे नहीं समझते हैं, वे इसे धर्म से जोड़कर राजनीति कर रहे हैं. मेरा मानना है कि यूपी के तर्ज पर बिहार में भी ऐसा कानून बने जिससे ध्वनि प्रदूषण को रोका जाए. डॉक्टर रामसागर सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी इसको लेकर कई आदेश दिए हैं. इसके वाबजूद सभी राज्यो में इसे लागू नहीं करना दुर्भाग्यपूर्ण है. अब समय आ गया है कि बिहार में भी इसको लेकर कानून बने. जो लोग इसका वैज्ञानिक कारण नहीं समझते हैं, वही इस पर बहस कर रहे हैं.

बीजेपी प्रवक्ता डॉक्टर रामसागर सिंह

'यूपी में 21 हजार लाउडस्पीकर हटाया गया. हजारों लाउडस्पीकर का साउंड कम किया गया. वहां कहीं विरोध नहीं हुआ. बिहार में विरोध क्यों हो रहा है? इसपर अलग से कानून बनाकर मानव जीवन को राहत देने का काम सरकार को करना चाहिए जिससे आने वाली पीढ़ी ध्वनि प्रदूषण से परेशान नहीं.'-डॉक्टर रामसागर सिंह, बीजेपी प्रवक्ता

तेजस्वी ने बोला था बीजेपी पर हमला: बता दें कि लाउडस्पीकर के मुद्दे पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इसमें जो वजह दिया गया है कि इस वजह से नींद टूट जाती है, लोगों को तकलीफ होती है, वो वजह उचित नहीं. बेरोजगारी से लोगों की जिंदगी तबाह हो रही है. चर्चा बेरोजगारी पर होनी चाहिए ना की नींद पर. वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि लाउड स्पीकर बैन की बात करना फालतू है. नीतीश ने कहा कि, 'बिहार में इन सब चीजों से हमलोग सहमत नहीं है. यह सब फालतू चीज है, जिसको जो कहना है कहे. हम सहमत नहीं हैं.' बता दें कि इससे पहले भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कह चुके है कि, पूजा के नाम पर विवाद करने वालों का धर्म से कोई मतलब नहीं. इस विषय पर विवाद करने वाला सही आदमी नहीं हो सकता.

'मेरा सवाल है जब कोई बेरोजगार है, उसको रोजगार नहीं मिलती, जिंदगी तबाह हो जाती है. ज्यादा चर्चा किस पर करनी चाहिए? महंगाई से कमर टूट जाती है, भविष्य खराब हो जाता है, उस पर चर्चा होनी चाहिए कि एक नींद की बात है.' -नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव

गौरतलब है कि बीजेपी विधायक संजय सरावगी और बिहार सरकार के मंत्री जनक राम ने भी लाउडस्पीकर हटाने की बात कही है. जनक राम ने कहा है कि कानून बनाकर मंदिरों और मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाया जाएगा. इस मुद्दे को लेकर उन्होंने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Leader of Opposition Tejashwi Yadav) पर भी निशाना साधा था.

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