पटना: बिहार में ठंड (Cold in Bihar) का आगमन अब 24 नवंबर के बाद होगा. पटना के अनीसाबाद स्थित इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट (Indian Metrological Department) के वैज्ञानिकों की मानें तो प्रदेश में नवंबर के चौथे सप्ताह के अंत से ठंड का आगमन होगा. पहले जो मौसम का पूर्वानुमान (Weather forecast) था, उसके तहत 16 नवंबर से प्रदेश में ठंड शुरू होने वाला था लेकिन बंगाल की खाड़ी में बना डिप्रेशन की वजह से ठंड का आगमन आगे खिसक गया है. मौसम विभाग की तरफ से 19 से 25 नवंबर के बीच दक्षिणी बिहार में माध्यम से अधिक दर्जे की बारिश होने की भी आशंका व्यक्त की गई है.
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पटना स्थित भारत मौसम विज्ञान विभाग के वैज्ञानिक आशीष कुमार ने बताया कि अगर अभी के मॉडल एनालिसिस को देखा जाए तो आने वाले 10 दिनों तक न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी और नवंबर के चौथे सप्ताह से न्यूनतम तापमान में कमी आएगी और थोड़ी ठंड देखने को मिलेगी. उन्होंने बताया कि अभी बंगाल की खाड़ी में एक डिप्रेशन पैदा हुआ जो तमिलनाडु के कोस्ट से टकराया. इस वजह से अभी के समय एक ट्रफ तमिलनाडु से गंगेटिक वेस्ट बंगाल तक बना हुआ है और इस कारण बिहार में पूर्वी हवाएं का प्रवाह बढ़ गया है और इसके परिणाम स्वरूप न्यूनतम तापमान में वृद्धि देखने को मिल रही है.
मौसम वैज्ञानिक आशीष कुमार ने बताया कि साउथ अंडमान सी और थाईलैंड की कोस्ट पर एक और लो प्रेशर बन गया है. लो प्रेशर के वजह से यह आगे चलकर डिप्रेशन बनेगा और 15 नवंबर तक यह डिप्रेशन बन जाएगा. इसका जो मूवमेंट का डायरेक्शन है, वह पश्चिम और उत्तर पश्चिम की दिशा में होगा. यह डिप्रेशन 18 तारीख को आंध्र प्रदेश के कोस्ट में आने का अनुमान है. इस कारण अगले 10 दिनों तक अभी के समय बिहार में पूर्वी हवा का प्रवाह होगा और न्यूनतम तापमान में दो से 3 डिग्री की बढ़ोतरी देखने को मिलेगी.
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मौसम वैज्ञानिक आशीष कुमार ने बताया कि मौसम विभाग की तरफ से अगले 2 सप्ताह का जो फोरकास्ट जारी किया जाता है, उसके मुताबिक अभी 19 नवंबर से 25 नवंबर तक बिहार में खासकर दक्षिण बिहार के क्षेत्र में सामान्य से अधिक दर्जे की बारिश होने की संभावना बन रही है. बारिश के बाद ठंड की शुरुआत होगी. उन्होंने बताया कि अगर ठंड को लेकर अनुमान किया जाए तो इस बार ठंड का ड्यूरेशन अधिक दिनों का होगा. मौसम विभाग के मॉडल गाइडेंस के तहत जो बुलेटिन हुआ है, उसके तहत इस बार अधिक दिनों तक ठंड पड़ने का अनुमान लगाया जा रहा है. इस बार अधिक ठंड पड़ने की वजह यह है कि इस बार वायुमंडल में आद्रता अधिक है और इस बार पश्चिमी विक्षोभ भी ज्यादा बने हैं. मानसून का समय भी इस बार अधिक दिन का रहा है. ऐसे में यह उम्मीद की जा रही है कि इस बार फरवरी के आखिरी तक ठंड देखने को मिलेगी और अगले 3 महीने में कई कड़ाके की सर्द वाले दिन भी देखने को मिलेंगे.