पटनाः सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने बीएसपीएचसीएल कॉलोनी स्थित ऊर्जा ऑडिटोरियम में बिजली विभाग की 3452.11 करोड़ की विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास (CM Inaugurated Many Schemes Of Bihar Energy Department) किया. इसके साथ ही कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 12,657 करोड़ रुपये लागत की स्मार्ट प्री-पेड मीटर (Smart Prepaid Meter) की राज्यव्यापी योजना के कार्यान्वयन की शुरुआत की. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजली के क्षेत्र में काफी काम किए गए हैं. हर घर तक बिजली पहुंचा दी गई है. अब स्मार्ट मीटर 2025 तक सभी घरों में लगा दिया जाएगा. ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव की अध्यक्षता में कार्यक्रम का आयोजन हुआ.
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इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सरकार बिजली में लोगों को सब्सिडी दे रही है. लेकिन मुफ्त में (CM Nitish Says free electricity wrong) बिजली देना गलत है. आज 725.26 करोड़ रुपये की योजना का उद्घाटन किया गया है, जबकि 2726.85 करोड़ रुपये की विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास किया गया है. आज वितरण कंपनियों के अधीन कुल 325 करोड़ रुपये लागत की 48 विद्युत शक्ति उपकेंद्र का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया गया है. 874 करोड़ रूपये की लागत से कुल 7 ग्रिड सब स्टेशन से वितरण प्रणाली तक ट्रांसमिशन लाइन तथा 817.35 करोड़ रूपये लागत की बक्सर ताप विद्युत प्रतिष्ठान से विद्युत निकासी हेतु संचरण लाइन के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया गया है.
'ऊर्जा ऑडिटोरियम काफी अच्छा बना है. इसके लिए मैं आप सभी को बधाई देता हूं. ऊर्जा विभाग की सहमति से इस ऑडिटोरियम का उपयोग दूसरे लोग भी कर सकेंगे. बिजली के क्षेत्र में काफी काम हो रहे हैं. पहले बिहार में बिजली की क्या स्थिति थी? वर्ष 2005 में बिहार में मात्र 700 मेगावाट बिजली की आपूर्ति होती थी. आज बिहार में 6,627 मेगावाट बिजली की खपत हो रही है. हमने हर घर बिजली पहुंचा दी है. घर तक बिजली पहुंचाने का लक्ष्य दिसंबर 2018 तक निर्धारित किया गया था, जिसे दो माह पूर्व ही अक्टूबर 2018 में ही पूरा कर लिया गया.' :- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री
उन्होंने कहा कि बिहार में बिजली की जरुरत और ज्यादा बढ़ रही है. उसके लिए हमलोग बिजली की आपूर्ति की सारी व्यवस्था कर रहे हैं. पावर प्लांट से लोगों के घर तक बिजली पहुंचाने के लिए कई चरणों में काम करना पड़ता है, जिसे ऊर्जा विभाग बेहतर ढंग से क्रियान्वित कर रहा है. बिहार पहला राज्य है जहां सभी शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के 19 किलोवाट भार क्षमता तक के विद्युत कनेक्शन, सुविधा एप्प के माध्यम से लोगों को ऑनलाइन बिजली का कनेक्शन दिया जा रहा है.
'सौर ऊर्जा के क्षेत्र में भी काफी काम हो रहे हैं. 200 मेगावाट का सौर ऊर्जा संयंत्र बिहार में लगने जा रहा है. जमुई और बांका में 100-100 मेगावाट का सौर ऊर्जा संयंत्र पर काम शुरु होगा. सतलज जल विद्युत निगम लिमिटेड संयंत्र लगाने जा रहा है. इस पर 1000 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जायेगी. इस पर तेजी से काम चल रहा है. देश में बिहार ऐसा पहला राज्य है, जहां स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाया जा रहा है. वर्ष 2019 से बिहार में स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगना शुरु हो चुका है. पहली बार बिहार में ऐसा हो रहा है. यह हमलोगों का कंसेप्ट है.' :- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री
नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य सरकार के पैसे से ही इस काम को पूरा किया जायेगा. बिहार में स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाया जायेगा. विद्युत विभाग हर घर ने लक्ष्य निर्धारित किया है कि पांच चरणों में मार्च 2025 तक हर घर तक स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगा दिया जायेगा. मेरी इच्छा है कि इसे निर्धारित समय से पहले पूरा किया जाय. पहले बिजली बिल को लेकर सबसे ज्यादा शिकायतें आती थीं. हमने इसको लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम में शामिल किया ताकि लोगों की शिकायतों का समाधान हो सके. स्मार्ट प्री-पेड मीटर से बिजली का दुरुपयोग नहीं हो सकेगा.
'बिजली के उपभोक्ताओं को भी इससे फायदा होगा. इससे सबको लाभ होगा. लोग जितनी बिजली की खपत करेंगे, उन्हें उतने का ही बिजली बिल देना पड़ेगा. बिजली के उपभोक्ताओं को राज्य सरकार अपनी तरफ से सब्सिडी देती है. खरीद से कम दर पर उपभोक्ताओं को बिजली उपलब्ध करायी जा रही है. कुछ लोग मुफ्त में बिजली देने की मांग करते रहते हैं. मुफ्त में बिजली देने की भावना गलत है.' :- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि एक पिछड़ा राज्य होकर भी लोगों के हित में सड़क निर्माण से लेकर हर घर तक बिजली पहुंचाने के साथ-साथ अन्य विकास के कार्य भी तेजी से किये गये हैं. बिहार में सड़क और बिजली के क्षेत्र में काफी काम हुए हैं. अब निजी क्षेत्र से बिजली खरीदनी नहीं पड़ेगी. राज्य को जितनी बिजली की जरुरत होगी. वह केंद्र सरकार के माध्यम से ही मिल जायेगी. इसके लिए मैं केंद्र सरकार को धन्यवाद देता हूं.
'राज्य में बिजली के जर्जर तारों को बदल दिया गया है. कोरोना के दौर में भी ऊर्जा विभाग ने काफी मेहनत से काम किया है. लोगों की बिजली की जरूरत को पूरा करने की हमारी प्रतिबद्धता है. बिजली विभाग के इंजीनियरों को हम बधाई देते हैं. आप लोगों के अच्छा काम करने से हमें प्रसन्नता होती है. मीडिया से आग्रह है कि, बिजली की गड़बड़ियों की सूचना को प्रकाशित करने के साथ ही ऊर्जा विभाग को जरुर दीजिएगा ताकि उसमें सुधार किया जा सके. ऊर्जा विभाग भी कार्यों पर बारीकी से नजर रखें.' :- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री
कार्यक्रम में 3452.11 करोड़ की योजना का सीएम नीतीश कुमार ने उद्घाटन, लोकार्पण और शिलान्यास किया. वहीं 12,657 करोड़ की लागत की स्मार्ट प्रीपेड मीटर की राज्यव्यापी योजना की भी शुरुआत की. पटना सहित कुछ जिलों में अभी स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जा रहे हैं. लेकिन अब ग्रामीण इलाकों में भी मीटर लगाने की तैयारी है.
बता दें कि पूरे बिहार में 2024-25 तक स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का लक्ष्य रखा गया है. देश में बिहार पहला राज्य है, जहां स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने की योजना की शुरुआत की गई है. अब कई राज्यों में इस योजना को लागू किया जा रहा है. बिहार में पिछले 15 सालों में बिजली की खपत में कई गुना वृद्धि हुई है. वहीं बिहार में कई यूनिट से बिजली का उत्पादन भी शुरू हुआ है.
पिछले दिनों एनटीपीसी की बाढ़ थर्मल पावर की तीसरी यूनिट से 660 मेगावाट बिजली का उत्पादन भी शुरू हो गया है. जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री और केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने किया था. एनटीपीसी की बिहार की इकाई से झारखंड, ओडिशा, सिक्किम सहित कई राज्यों को बिजली आपूर्ति की जा रही है. नेपाल को बिजली पहले से दी जा रही है. बिहार में बिजली उत्पादन-आपूर्ति में व्यापक सुधार हुआ है. उसी के तहत आज जिन योजनाओं का उद्घाटन शिलान्यास और लोकार्पण हुआ. उससे बिजली के क्षेत्र में काफी सुधार आएगा.
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