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दिल्ली में बंगला खाली कराने पर बोले चिराग- 'ये तरीका ठीक नहीं, मैं जानता हूं किसके दबाव में किया गया ऐसा'

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Published : Apr 2, 2022, 6:43 PM IST

लोकसभा सांसद चिराग पासवान (Lok Sabha MP Chirag Paswan) से उनके दिवंगत पिता रामविलास पासवान को आवंटित बंगले को खाली करा लिया गया है. बंगला खाली होने के बाद पहली बार चिराग पासवान शनिवार को पटना पहुंचे. चिराग पासवान ने पटना एयरपोर्ट पर बंगला खाली होने पर अपना नाराजगी व्यक्त की. पढ़ें पूरी खबर..

Chirag Paswan
Chirag Paswan

पटना: लोक जनशक्ति पार्टी (Lok Janshakti Party) के संस्थापक और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के दिल्ली के 12 जनपथ बंगला खाली कराए जाने पर लोजपा (रामविलास) बीजेपी, जदयू और केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस पर आक्रामक (LJPR aggressive on BJP) दिख रही है. एलजेपीआर के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान बंगला खाली होने के बाद पहली बार पटना पहुंचे. एयरपोर्ट पर चिराग पासवान ने बीजेपी, जदयू और चाचा पशुपति पारस पर अपनी नाराजगी जाहिर की.

ये भी पढ़ें- राम विलास पासवान को आवंटित बंगला कराया गया खाली, सालभर पहले मिला था नोटिस

संविधान निर्माता बाबा साहब की प्रतिमा को बाहर फेंका गयाः एलजेपीआर के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने 12 जनपथ वाला बंगला खाली होने पर कहा कि ये आवास हमें खाली करना था. मैं उस लायक नहीं था कि ऐसे आवास में रहूं, लेकिन जिस तरह इसको खाली कराया गया है वो तरीका ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि आवास खाली कराने के दौरान जिस तरह मेरे पिताजी की तस्वीर और संविधान निर्माता बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर की प्रतिमा को बाहर फेंका गया, वो उचित नहीं है.

नीतीश कुमार के दबाव में बंगला खाली कराने का आरोपः चिराग पासवान ने कहा कि पूरे देश के लोगों ने देखा कि पुलिस का क्या व्यवहार था और किस तरह आवास खाली करवाया गया. रामविलास पासवान को आप पदम भूषण देते हैं और उनके परिवार के साथ ये सलूक कहीं से भी ठीक नहीं है. चिराग ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दबाव में बंगला खाली कराने का आरोप लगाते हुए जमकर निशाना साधा और कहा कि इस मामले में कहीं ना कहीं उनका भी दबाव से इनकार नहीं किया जा सकता है.

चाचा पशुपति पारस पर चिराग ने लगाए कई आरोपः अपने चाचा पशुपति कुमार पारस पर भी चिराग ने कई आरोप लगाया और कहा कि इन लोगों का भी इस मामले में सरकार पर पूरा दबाव रहा है. चिराग ने कहा कि मेरे पिताजी ने अपने 50 साल के राजनीतिक जीवन में कभी भी दिल्ली में घर नहीं खरीदा. मुझे आज भी गर्व है कि बंगले के लिए वो कभी भी सरकार की नीतियों का विरोध करने से पीछे नहीं हटे और जो भी हुआ है वो किसी के दबाव में ही हुआ है. जनता सब देख रही है, जनता इसका जबाव जरूर देगी.

राम विलास पासवान अक्टूबर 2020 तक 12 जनपथ वाले बंगले में रहते थेः पूर्व केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान 12 जनपथ वाले बंगले में रहते थे. सरकार की ओर से खाली करा लिया गया है. एक साल पहले आवास खाली कराने का नोटिस दिया गया था. सरकार ने अपने आदेश को लागू कराने के लिए एक टीम भी भेजी थी. टीम ने बंगला का सारा सामान बाहर फेंककर उसे खाली कर दिया था. राम विलास पासवान का अक्टूबर 2020 में 74 साल की उम्र में निधन हो गया था.

ये भी पढ़ें- रामविलास पासवान के सरकारी बंगले को खाली करने के आदेश पर रोक से हाईकोर्ट का इनकार

ये भी पढ़ें- मोदी के 'हनुमान' से खाली कराया गया पासवान का बंगला, LJPR बोली- 'ऐसा सलूक कहीं से जायज नहीं'

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पटना: लोक जनशक्ति पार्टी (Lok Janshakti Party) के संस्थापक और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के दिल्ली के 12 जनपथ बंगला खाली कराए जाने पर लोजपा (रामविलास) बीजेपी, जदयू और केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस पर आक्रामक (LJPR aggressive on BJP) दिख रही है. एलजेपीआर के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान बंगला खाली होने के बाद पहली बार पटना पहुंचे. एयरपोर्ट पर चिराग पासवान ने बीजेपी, जदयू और चाचा पशुपति पारस पर अपनी नाराजगी जाहिर की.

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संविधान निर्माता बाबा साहब की प्रतिमा को बाहर फेंका गयाः एलजेपीआर के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने 12 जनपथ वाला बंगला खाली होने पर कहा कि ये आवास हमें खाली करना था. मैं उस लायक नहीं था कि ऐसे आवास में रहूं, लेकिन जिस तरह इसको खाली कराया गया है वो तरीका ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि आवास खाली कराने के दौरान जिस तरह मेरे पिताजी की तस्वीर और संविधान निर्माता बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर की प्रतिमा को बाहर फेंका गया, वो उचित नहीं है.

नीतीश कुमार के दबाव में बंगला खाली कराने का आरोपः चिराग पासवान ने कहा कि पूरे देश के लोगों ने देखा कि पुलिस का क्या व्यवहार था और किस तरह आवास खाली करवाया गया. रामविलास पासवान को आप पदम भूषण देते हैं और उनके परिवार के साथ ये सलूक कहीं से भी ठीक नहीं है. चिराग ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दबाव में बंगला खाली कराने का आरोप लगाते हुए जमकर निशाना साधा और कहा कि इस मामले में कहीं ना कहीं उनका भी दबाव से इनकार नहीं किया जा सकता है.

चाचा पशुपति पारस पर चिराग ने लगाए कई आरोपः अपने चाचा पशुपति कुमार पारस पर भी चिराग ने कई आरोप लगाया और कहा कि इन लोगों का भी इस मामले में सरकार पर पूरा दबाव रहा है. चिराग ने कहा कि मेरे पिताजी ने अपने 50 साल के राजनीतिक जीवन में कभी भी दिल्ली में घर नहीं खरीदा. मुझे आज भी गर्व है कि बंगले के लिए वो कभी भी सरकार की नीतियों का विरोध करने से पीछे नहीं हटे और जो भी हुआ है वो किसी के दबाव में ही हुआ है. जनता सब देख रही है, जनता इसका जबाव जरूर देगी.

राम विलास पासवान अक्टूबर 2020 तक 12 जनपथ वाले बंगले में रहते थेः पूर्व केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान 12 जनपथ वाले बंगले में रहते थे. सरकार की ओर से खाली करा लिया गया है. एक साल पहले आवास खाली कराने का नोटिस दिया गया था. सरकार ने अपने आदेश को लागू कराने के लिए एक टीम भी भेजी थी. टीम ने बंगला का सारा सामान बाहर फेंककर उसे खाली कर दिया था. राम विलास पासवान का अक्टूबर 2020 में 74 साल की उम्र में निधन हो गया था.

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