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चिराग के खासमखास सौरभ पांडे के जवाब से हिल जाएगा पारस गुट, चिट्ठी जारी कर किया पलटवार - पशुपति पारस

लोजपा और पासवान परिवार के अंदर मचे कलह के लिए सौरभ पांडे (Saurabh Pandey) को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. आखिर कौन हैं सौरभ पांडे और उन्होंने चिट्ठी जारी कर क्या सफाई दी है. पढ़ें खबर...

chirag paswan
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Published : Jun 21, 2021, 2:36 PM IST

पटना: एलजेपी के पांच सांसदों ने पार्टी से अलग होने का फैसला कर लिया है. अब चिराग पार्टी में अकेले ही रह गए हैं. हालांकि, चिराग गुट के सौरभ पांडे (Saurabh Pandey) की इन दिनों काफी चर्चा है. सौरभ पांडे को लोजपा (Lok Janshakti Party) की मौजूदा हालत के लिए जिम्मेदार बताया जा रहा है. इस बीच, सौरभ पांडेय ने एक चिट्ठी जारी की है.

रामविलास पासवान द्वारा लिखा गई चिट्ठी

सौरभ पांडेय ने अपने ट्विटर अकाउंट पर चिट्ठी जारी किया है. जिसमें सौरभ ने लिखा है कि, ''ये रामविलास पासवान द्वारा लिखा गई चिट्ठी है, जो उन्होंने 1 जनवरी 2020 को लिखी थी. चिट्ठी में राजनीतिक हालात पर चिंतन और चिराग पासवान की मेहनत की तारीफ की गई थी और दोनों को आगे बढ़कर पार्टी के लिए काम करने के लिए कहा गया था.''

ये भी पढ़ें- पटना में LJP दफ्तर पर दावा ठोकने पहुंच गए पशुपति पारस, हुआ भव्य स्वागत

'सौरभ मंजिल अभी दूर है...'
सौरभ पांडे ने आगे लिखा, 'तुम लोगों के सहयोग से चिराग सांसद, राष्ट्रीय अध्यक्ष और सदन में नेता है. देश के बड़े लोगों में चिराग का स्थान है, 2013 में चिराग राजनीति में आया और कम वक्त में शिखर पर पहुंच गया. तुम दोनों ने पिछले कुछ सालों में काफी मेहनत की है, उसी का ये परिणाम है. लेकिन, सौरभ मंजिल अभी दूर है, दो लक्ष्य हैं पहला बिहार और फिर देश.'

  • जिसने मेहनत देखी है अब वो हैं नहीं , जिसने पार्टी को आगे बढ़ाने की ज़िद्द देखी है अब वो हैं नहीं।आइए हम सब चिराग के नेतृत्व में चलें।@LJP4India @iChiragPaswan

    1 जनवरी 2020 को आदरणीय स्वर्गीय राम विलास पासवान जी द्वारा लिखा गया पत्र। pic.twitter.com/MQRZO7CkMl

    — Saurabh Ms Pandey (@SaurabhMSPandey) June 21, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बता दें कि चिराग पासवान (Chirag Paswan) और लोजपा के चाणक्य कहे जाने वाले सौरभ पांडे (Saurabh Pandey) को लेकर काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है. बताया जाता है कि तीन महीने पहले भी पशुपति पारस ने चिराग पासवान से सौरभ पांडे को निकालने की बात कही थी.

''हम चिराग पासवान को अपना आइडियल मानते हैं और मानते रहेंगे, लेकिन जब से सौरभ पांडे लोजपा में आए हैं तब से पूरी तरह से पार्टी टूट के कगार पर पहुंच गई है. अभी भी कुछ बिगड़ा नहीं है, अगर सौरभ पांडे को चिराग पासवान पार्टी से निकाल देते हैं, तो पार्टी एकजुट रहेगी.'' - दिनेश पासवान, लोजपा नेता

कौन हैं सौरभ पांडे

लोक जनशक्ति पार्टी के युवा नेता सौरभ पांडे, चिराग पासवान के दोस्त है और साथ काम करते हैं. वैसे सौरभ पांडेय की एक पहचान चिराग के चाणक्य तौर पर भी है. 2014 लोकसभा चुनावों के बाद से उनका कद पार्टी में तेजी से बढ़ा है.

सौरभ पांडे खुद राजनीतिक परिवार से आते हैं.

पिता मणिशंकर पांडे उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य रह चुके हैं.

मणिशंकर पांडे ने 2018 में एलजेपी में शामिल हो गए. एलजेपी की यूपी ईकाई के अध्यक्ष हैं.

सौरभ पेशे से वकील हैं. मुंबई हाईकोर्ट में प्रैक्टिस भी की है.

'बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट' ड्राफ्ट कमिटी के सदस्य भी रह चुके हैं.

अब तक लोजपा में क्या हुआ है ?
लोजपा में पारस गुट की तरफ से बगावत के बाद चिराग पासवान की लोजपा की तरफ से पारस गुट से जुड़े सांसदों को बाहर का रास्ता दिखाया जा चुका है, लेकिन लोजपा पर पारस गुट ने भी अपना दावा कर दिया है. इससे पहले लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान चुनाव आयोग में पारस गुट के खिलाफ शिकायत कर चुके हैं. इसके अलावा चिराग ने लोकसभा स्पीकर से भी मुलाकात कर खुद की पार्टी का पक्ष और पारस गुट की शिकायत की. साथ ही स्पीकर से अनुरोध किया कि पशुपति पारस को लोकसभा में लोजपा संसदीय दल का नेता बनाये जाने के फैसले की समीक्षा करें, क्योंकि ये पार्टी संविधान के खिलाफ है.

ये भी पढ़ें- LJP Split: सांसद वीणा देवी ने कहा- असली लोजपा हमलोगों की, नहीं टूटी पार्टी

ये भी पढ़ें- RJD और कांग्रेस ने एक सुर में कहा- JDU की 'तीर' ने ही 'बंगले' में लगाई है 'आग', असली LJP चिराग

ये भी पढ़ें- लोजपा में टूट का मामला पहुंचा कोर्टः पशुपति कुमार पारस पर धोखाधड़ी का परिवाद दर्ज

ये भी पढे़ं- दलों को तोड़ने में लालू अव्वल तो नीतीश पुरोधा, 1990 से हो रहा 'खेला'

पटना: एलजेपी के पांच सांसदों ने पार्टी से अलग होने का फैसला कर लिया है. अब चिराग पार्टी में अकेले ही रह गए हैं. हालांकि, चिराग गुट के सौरभ पांडे (Saurabh Pandey) की इन दिनों काफी चर्चा है. सौरभ पांडे को लोजपा (Lok Janshakti Party) की मौजूदा हालत के लिए जिम्मेदार बताया जा रहा है. इस बीच, सौरभ पांडेय ने एक चिट्ठी जारी की है.

रामविलास पासवान द्वारा लिखा गई चिट्ठी

सौरभ पांडेय ने अपने ट्विटर अकाउंट पर चिट्ठी जारी किया है. जिसमें सौरभ ने लिखा है कि, ''ये रामविलास पासवान द्वारा लिखा गई चिट्ठी है, जो उन्होंने 1 जनवरी 2020 को लिखी थी. चिट्ठी में राजनीतिक हालात पर चिंतन और चिराग पासवान की मेहनत की तारीफ की गई थी और दोनों को आगे बढ़कर पार्टी के लिए काम करने के लिए कहा गया था.''

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'सौरभ मंजिल अभी दूर है...'
सौरभ पांडे ने आगे लिखा, 'तुम लोगों के सहयोग से चिराग सांसद, राष्ट्रीय अध्यक्ष और सदन में नेता है. देश के बड़े लोगों में चिराग का स्थान है, 2013 में चिराग राजनीति में आया और कम वक्त में शिखर पर पहुंच गया. तुम दोनों ने पिछले कुछ सालों में काफी मेहनत की है, उसी का ये परिणाम है. लेकिन, सौरभ मंजिल अभी दूर है, दो लक्ष्य हैं पहला बिहार और फिर देश.'

  • जिसने मेहनत देखी है अब वो हैं नहीं , जिसने पार्टी को आगे बढ़ाने की ज़िद्द देखी है अब वो हैं नहीं।आइए हम सब चिराग के नेतृत्व में चलें।@LJP4India @iChiragPaswan

    1 जनवरी 2020 को आदरणीय स्वर्गीय राम विलास पासवान जी द्वारा लिखा गया पत्र। pic.twitter.com/MQRZO7CkMl

    — Saurabh Ms Pandey (@SaurabhMSPandey) June 21, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बता दें कि चिराग पासवान (Chirag Paswan) और लोजपा के चाणक्य कहे जाने वाले सौरभ पांडे (Saurabh Pandey) को लेकर काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है. बताया जाता है कि तीन महीने पहले भी पशुपति पारस ने चिराग पासवान से सौरभ पांडे को निकालने की बात कही थी.

''हम चिराग पासवान को अपना आइडियल मानते हैं और मानते रहेंगे, लेकिन जब से सौरभ पांडे लोजपा में आए हैं तब से पूरी तरह से पार्टी टूट के कगार पर पहुंच गई है. अभी भी कुछ बिगड़ा नहीं है, अगर सौरभ पांडे को चिराग पासवान पार्टी से निकाल देते हैं, तो पार्टी एकजुट रहेगी.'' - दिनेश पासवान, लोजपा नेता

कौन हैं सौरभ पांडे

लोक जनशक्ति पार्टी के युवा नेता सौरभ पांडे, चिराग पासवान के दोस्त है और साथ काम करते हैं. वैसे सौरभ पांडेय की एक पहचान चिराग के चाणक्य तौर पर भी है. 2014 लोकसभा चुनावों के बाद से उनका कद पार्टी में तेजी से बढ़ा है.

सौरभ पांडे खुद राजनीतिक परिवार से आते हैं.

पिता मणिशंकर पांडे उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य रह चुके हैं.

मणिशंकर पांडे ने 2018 में एलजेपी में शामिल हो गए. एलजेपी की यूपी ईकाई के अध्यक्ष हैं.

सौरभ पेशे से वकील हैं. मुंबई हाईकोर्ट में प्रैक्टिस भी की है.

'बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट' ड्राफ्ट कमिटी के सदस्य भी रह चुके हैं.

अब तक लोजपा में क्या हुआ है ?
लोजपा में पारस गुट की तरफ से बगावत के बाद चिराग पासवान की लोजपा की तरफ से पारस गुट से जुड़े सांसदों को बाहर का रास्ता दिखाया जा चुका है, लेकिन लोजपा पर पारस गुट ने भी अपना दावा कर दिया है. इससे पहले लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान चुनाव आयोग में पारस गुट के खिलाफ शिकायत कर चुके हैं. इसके अलावा चिराग ने लोकसभा स्पीकर से भी मुलाकात कर खुद की पार्टी का पक्ष और पारस गुट की शिकायत की. साथ ही स्पीकर से अनुरोध किया कि पशुपति पारस को लोकसभा में लोजपा संसदीय दल का नेता बनाये जाने के फैसले की समीक्षा करें, क्योंकि ये पार्टी संविधान के खिलाफ है.

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