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हार्डकोर नक्सली परशुराम सिंह समेत 5 के खिलाफ NIA कोर्ट में चार्जशीट दाखिल

हार्डकोर नक्सली समेत तीन के खिलाफ NIA ने पटना की विशेष एनआईए कोर्ट में ( Patna NIA Court ) शुक्रवार को चार्जशीट दाखिल कर दी है. सभी अभियुक्तों पर नक्सली संगठन के लिए सक्रिय रूप से काम करने और हथियार गोला बारूद देने का आरोप है. पढ़ें पूरी खबर...

परशुराम सिंह समेत तीन खिलाफ NIA कोर्ट में चार्जसीट दाखिल
परशुराम सिंह समेत तीन खिलाफ NIA कोर्ट में चार्जसीट दाखिल
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Published : Dec 24, 2021, 3:40 PM IST

Updated : Dec 24, 2021, 5:42 PM IST

पटना : हार्डकोर नक्सली परशुराम सिंह (Naxalite Parashuram Singh ) समेत 5 के खिलाफ एनआईए ने चार्जशीट दाखिल कर दिया है. इनके अलावा राकेश कुमार, प्रेमराज, मोहम्मद नसरुद्दीन और संजय कुमार के खिलाफ पटना स्थित एनआईए की विशेष अदालत में चार्जशीट दाखिल (Chargesheet ON Three including Parshuram Singh ) किया गया है. एनआईए के विशेष न्यायाधीश के समक्ष नक्सली संगठन के लिए सक्रिय रूप से काम करने और हथियार गोला बारूद देने का उन सभी पर आरोप है.

इसे भी पढ़ें : हार्डकोर नक्सली के घर पर NIA की तलाशी, ट्रैक्टर भर-भरकर मिले थे विस्फोटक और हथियार

दरअसल, हार्डकोर नक्सली के जहानाबाद, दानापुर स्थित ठिकानों पर एनआईए द्वारा छापेमारी के दौरान विस्फोटक का जखीरा बरामद किया गया था. परशुराम सिंह के घर से एसटीएफ ने 31 मार्च 2021 को 605 पीस डेटोनेटर, 315 बोर का एक राइफल, 7 मैगजीन, 6 राइफल बोल्ट बरामद किया गया था. इसके अलवा 2 वायरलेस सेट, 25 राउंड गोली, तीन पीस पुलिस कमांडो यूनिफॉर्म, एक बंडल इलेक्ट्रिक वायर, 279 डेटोनेटर कैप सेफ्टी फ्यूज, डायनेमो ग्रेनाइट बनाने के लिए 685 पीस से सेफ्टी कैच, 3 पीस ग्रेनेड लॉन्चिंग बेस समेत नक्सली साहित्य भी जब्त किये गये थे.

दरअसल आपको बता दें कि इस केस की गंभीरता और संवेदनशीलता को देखते हुए इसे एनआईए के हवाले कर दिया गया था. 17 जून को एनआईए ने एफआईआर नंबर RC-11/21 दर्ज कर पूरे मामले का अनुसंधान शुरू की थी. जिसके बाद आज एनआईए के द्वारा पटना के सिविल कोर्ट में स्थापित एनआईए के विशेष अदालत में शुक्रवार को चार्जशीट दाखिल किया गया. है.

ये भी पढ़ें : मगध विश्वविद्यालय के VC के खिलाफ जांच करने वाले SP को मिली जान से मारने की धमकी

बता दें कि इस मामले का खुलासा तब हुआ, जब गुप्त सूचना पर एसटीएफ की टीम ने 31 मार्च 2021 को बिस्टल थाना के कड़ौना के रहनेवाले परशुराम सिंह उर्फ नंदलाल जी के घर और दुकान की तलाशी ली थी. इस दौरान बड़े पैमाने पर विस्फोटक सामग्री, हथियार, हथियार निर्माण की सामग्री, माओवादियों से संबंधित दस्तावेज बरामद किए गए थे. विस्फोटक बरामदगी के बाद जहानाबाद में कड़ौना थाना कांड संख्या 246.21 दर्ज किया गया. मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच एनआईए को सौंपी गई. एनआईए ने 17 जून 2021 को चार अभियुक्तों को नामजद करते हुए मामला दर्ज किया.

एनआईए ने जांच में पाया कि सभी सीपीआई (माओवादी) संगठन के सक्रिय सदस्य हैं. ये लोग आतंकी व देशद्रोही गतिविधियों में संलिप्तता होते हुए विस्फोटक सामग्री व हथियारों का निर्माण भी करते हैं. एनआईए ने परशुराम सिंह के अलावा बेटे गौतम कुमार, ग्राम बोहिया थाना अलीपुर, गया निवासी संजय सिंह व ग्राम सलेमपुर थाना करोना निवासी उमेश यादव को अभियुक्त बनाया है. इन लोगों के खिलाफ आर्म्स एक्ट, 16, 17, 18, 19, 20, 38, 40 यूएपीए एक्ट, 4, 5 विस्फोटक पदार्थ अधिनियम व 17 सीएलए एक्ट में मामला दर्ज है.

बताते चलें कि इस मामले की गंभीरता आप इसी से समझ सकते हैं कि बरामद विस्फोटक और हथियारों के लाने के लिए पुलिस की टीम को ट्रैक्टर मंगाना पड़ा था. ये अवैध हथियार और विस्फोटक गिरफ्तार नक्सली के पटना और जहानाबाद स्थित घर से बरामद किए गए थे.

ये भी पढ़ें:जिस पर यूनिवर्सिटी की गरिमा बनाए रखने की जिम्मेदारी, वही क्यों 'भ्रष्टाचार की गंगोत्री' में लगाने लगे डुबकी?

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पटना : हार्डकोर नक्सली परशुराम सिंह (Naxalite Parashuram Singh ) समेत 5 के खिलाफ एनआईए ने चार्जशीट दाखिल कर दिया है. इनके अलावा राकेश कुमार, प्रेमराज, मोहम्मद नसरुद्दीन और संजय कुमार के खिलाफ पटना स्थित एनआईए की विशेष अदालत में चार्जशीट दाखिल (Chargesheet ON Three including Parshuram Singh ) किया गया है. एनआईए के विशेष न्यायाधीश के समक्ष नक्सली संगठन के लिए सक्रिय रूप से काम करने और हथियार गोला बारूद देने का उन सभी पर आरोप है.

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दरअसल, हार्डकोर नक्सली के जहानाबाद, दानापुर स्थित ठिकानों पर एनआईए द्वारा छापेमारी के दौरान विस्फोटक का जखीरा बरामद किया गया था. परशुराम सिंह के घर से एसटीएफ ने 31 मार्च 2021 को 605 पीस डेटोनेटर, 315 बोर का एक राइफल, 7 मैगजीन, 6 राइफल बोल्ट बरामद किया गया था. इसके अलवा 2 वायरलेस सेट, 25 राउंड गोली, तीन पीस पुलिस कमांडो यूनिफॉर्म, एक बंडल इलेक्ट्रिक वायर, 279 डेटोनेटर कैप सेफ्टी फ्यूज, डायनेमो ग्रेनाइट बनाने के लिए 685 पीस से सेफ्टी कैच, 3 पीस ग्रेनेड लॉन्चिंग बेस समेत नक्सली साहित्य भी जब्त किये गये थे.

दरअसल आपको बता दें कि इस केस की गंभीरता और संवेदनशीलता को देखते हुए इसे एनआईए के हवाले कर दिया गया था. 17 जून को एनआईए ने एफआईआर नंबर RC-11/21 दर्ज कर पूरे मामले का अनुसंधान शुरू की थी. जिसके बाद आज एनआईए के द्वारा पटना के सिविल कोर्ट में स्थापित एनआईए के विशेष अदालत में शुक्रवार को चार्जशीट दाखिल किया गया. है.

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बता दें कि इस मामले का खुलासा तब हुआ, जब गुप्त सूचना पर एसटीएफ की टीम ने 31 मार्च 2021 को बिस्टल थाना के कड़ौना के रहनेवाले परशुराम सिंह उर्फ नंदलाल जी के घर और दुकान की तलाशी ली थी. इस दौरान बड़े पैमाने पर विस्फोटक सामग्री, हथियार, हथियार निर्माण की सामग्री, माओवादियों से संबंधित दस्तावेज बरामद किए गए थे. विस्फोटक बरामदगी के बाद जहानाबाद में कड़ौना थाना कांड संख्या 246.21 दर्ज किया गया. मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच एनआईए को सौंपी गई. एनआईए ने 17 जून 2021 को चार अभियुक्तों को नामजद करते हुए मामला दर्ज किया.

एनआईए ने जांच में पाया कि सभी सीपीआई (माओवादी) संगठन के सक्रिय सदस्य हैं. ये लोग आतंकी व देशद्रोही गतिविधियों में संलिप्तता होते हुए विस्फोटक सामग्री व हथियारों का निर्माण भी करते हैं. एनआईए ने परशुराम सिंह के अलावा बेटे गौतम कुमार, ग्राम बोहिया थाना अलीपुर, गया निवासी संजय सिंह व ग्राम सलेमपुर थाना करोना निवासी उमेश यादव को अभियुक्त बनाया है. इन लोगों के खिलाफ आर्म्स एक्ट, 16, 17, 18, 19, 20, 38, 40 यूएपीए एक्ट, 4, 5 विस्फोटक पदार्थ अधिनियम व 17 सीएलए एक्ट में मामला दर्ज है.

बताते चलें कि इस मामले की गंभीरता आप इसी से समझ सकते हैं कि बरामद विस्फोटक और हथियारों के लाने के लिए पुलिस की टीम को ट्रैक्टर मंगाना पड़ा था. ये अवैध हथियार और विस्फोटक गिरफ्तार नक्सली के पटना और जहानाबाद स्थित घर से बरामद किए गए थे.

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Last Updated : Dec 24, 2021, 5:42 PM IST
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