पटना: नौ दिवसीय चैत्र नवरात्र की शुरुआत आज (Chaitra Navratri Starting Today) से हो गयी है, जो 10 अप्रैल तक चलेगा. नवरात्रि के पहले दिन आज मां शैलपुत्री की पूजा उपासना (Chaitra Navratri Puja In Maa Vanadevi Mahadham of Patna) की गयी. चैत्र नवरात्र को लेकर राजधानी पटना से सटे बिहटा प्रखंड के कंचनपुर गांव में अति प्राचीन मां वनदेवी महाधाम में विशेष तैयारी की गई है. कोरोना प्रतिबंध हटने के बाद इस साल चैत्र नवरात्र पर मंदिर प्रशासन की तरफ से विशेष तैयारी की गई है. मंदिर को आकर्षक रूप से सजाया गया है.
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मां शैलपुत्री की शक्तियां अनन्त हैंः सुबह से ही मंदिर में बड़ी संख्या में भक्त पूजा करने मंदिर पहुंच रहे हैं. इसके अलावा इस साल चैत्र नवरात्रि पर ग्रामीणों की ओर से शतचंडी महायज्ञ और भागवत ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया गया है. चैत्र नवरात्रि के पहले दिन मंदिर में कलश की स्थापना की गयी. मां शैलपुत्री की शक्तियां अनन्त हैं. इस दिन उपासना में योगी अपने मन को मूलाधार चक्र में स्थित करते हैं. यहीं से उनकी योगसाधना का आरम्भ होता है. भगवती का वाहन वृषभ, दाहिने हाथ में त्रिशूल और बायें हाथ में कमल सुशोभित है. शैलपुत्री के पूजन से 'मूलाधार चक्र' जाग्रत होता है, जिससे अनेक प्रकार की उपलब्धियों की प्राप्ति जीवन में होती है.
मां विंध्यवासिनी शक्ति पीठ के नाम से भी जाना जाता है महाधाम मंदिरः मां वन देवी महाधाम मंदिर के मुख्य पुजारी शितलेश्वर मिश्र ने बताया कि इस साल काफी अच्छा संयोग है कि चैत्र नवरात्र पर अच्छा शुभ दिन बन रहा है. मां वनदेवी महाधाम में नवरात्रि पर विशेष पूजा की जाती है. इसके अलावा इस साल स्थानीय ग्रामीणों की ओर से शतचंडी महायज्ञ का भी आयोजन किया गया है. दो सालों के कोरोना काल समाप्त होने के बाद सारी प्रतिबंध हटने पर मैय्या के भक्त भी काफी खुश हैं. मां वनदेवी महाधाम में जो भी भक्त सच्चे मन से मुरादें मांगते हैं, मां उनकी मुरादें जरूर पूरा करती हैं. यह मां विंध्यवासिनी शक्ति पीठ के नाम से भी जाना जाता है.
चैत्र नवरात्रि सनातन धर्म के लिए महत्वपूर्ण पर्व हैः महाधाम मंदिर के मुख्य पुजारी शितलेश्वर मिश्र ने आगे बताया कि चैत्र नवरात्रि सनातन धर्म के लिए काफी महत्वपूर्ण पर्व है. माना जाता है कि इस दिन ही सृष्टि की रचना भगवान ब्रह्मा ने की थी. इस वजह से सनातन धर्म में इस दिन को नव संवत्सर के रूप में जाना जाता है. नव संवत्सर यानी प्रकृति के एक नए स्वरूप का आगमन और प्रकृति के इस नए स्वरूप के साथ माता के आगमन को चैत्र नवरात्रि के पर्व के रूप में मनाने का विधान है.
चैत्र नवरात्रि पर माता जागरण कार्यक्रम का हो रहा है आयोजनः मंदिर के स्थानीय पुजारी चंदन मिश्रा बताते हैं कि आज से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है. पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की गई. इस साल भव्य तरीके से मां वनदेवी महाधाम में पूजा की जा रही है. वहीं इस अवसर पर स्थानीय ग्रामीणों की ओर से चैत्र नवरात्रि पर माता जागरण का भी आयोजन किया गया है. प्रशासन की तरफ से भी काफी सहयोग मिल रहा है.
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