पटना (सिटी): तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब (Takht Shri Harmandir Ji Patna Sahib) के प्रमुख ग्रन्थी दिवंगत भाई राजेन्द्र सिंह की मौत (Death of Brother Rajendra Singh) को हत्या बताया जा रहा है. कमिटी के प्रधान एवं जत्थेदार पर हत्या का आरोप लग रहा है. दिवंगत ग्रन्थी के पुत्र सरदार दया सिंह ने कहा कि हमारे पिता की मौत साजिश के तहत हत्या है.
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चौक थाना क्षेत्र के हरमंदिर गली स्तिथ तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब गुरुद्वारा के प्रमुख ग्रन्थी दिवंगत भाई राजेन्द्र सिंह की मौत के बाद बंधक कमिटी में हड़कंप मचा हुआ है. हत्या का मामला चौक थाना में दर्ज होते ही प्रबंधक कमिटी में हड़कंप मच गया. दिवंगत ग्रन्थी के पुत्र सरदार दया सिंह ने कहा कि हमारे पिता की मौत साजिश के तहत हत्या की गई है. आरोपी ग्रन्थी पद से हटाना चाह रह थे, जब पिता जी नहीं माने तो उन्हें दुनिया से ही हटा दिया है. 13 जनवरी की सुबह ग्रन्थी यानी हमारे पिता अपने ही कमरे में लहूलुहान स्तिथि में तड़प रहे थे.
'हम लोग आनन-फानन में गुरुगोविंद सिंह अस्पताल ले गये. जहां, चिकित्सकों ने गम्भीर हालत देख कर उन्हें पीएमसीएच रेफर कर दिया. लेकिन, 17 जनवरी की सुबह इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. हमारे पिता जी को मानसिक और शारीरिक यातनाएं दी गई हैं.' - सरदार दया सिंह, दिवंगत ग्रन्थी के पुत्र
दिवंगत ग्रन्थी राजेन्द्र सिंह की मौत पर बेटा दया सिंह ने कहा कि हमारे पिता की मौत नहीं, बल्कि सुनियोजित तरीके से हत्या की गई है. उन्होंने प्रधान अवतार सिंह हीत एवम प्रमुख जत्थेदार ज्ञानी रणजीत सिंह गौहर एवं मस्कीन पर हत्या का आरोप लगाया है. अब ग्रन्थी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सारा पर्दा हट पाएगा. फिलहाल ग्रन्थी के परिजन एवम प्रबंधक कमिटी के पूर्व सदस्य हरप्रीत सिंह जौहल ने भी वर्तमान प्रधान एवम जत्थेदार को कसूरवार माना है.
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