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बोले पूर्व खनन मंत्री जनक राम.. दलित की बात सुनना नीतीश कुमार को नागवार गुजरता था - Etv Bihar News

बिहार में महागठबंधन की सरकार के गठन के साथ ही भाजपा के नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर काफी हमलावर हैं. इसी कड़ी में पूर्व खनन मंत्री जनक राम ने कहा कि मुख्यमंत्री को दलितों से नफरत है. पढ़ें पूरी खबर...

जनक राम, पूर्व मंत्री
जनक राम, पूर्व मंत्री
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Published : Aug 19, 2022, 9:37 PM IST

Updated : Aug 19, 2022, 10:09 PM IST

पटनाः बिहार के पूर्व मंत्री जनक राम ने राज्य में बनी नई सरकार एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा (BJP MLA Janak Ram Attack CM Nitish Kumar) है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार सिर्फ नाम के मुख्यमंत्री हैं. वो मुखौटा है और सरकार लालू यादव चला रहे हैं. उन्होंने कहा कि राजद अध्यक्ष लालू यादव के बाद फिर बिहार में जीजा-साले का राज कायम हो गया है. उन्होंने कहा कि जनता नीतीश जी से जानना चाहती हैं की आपने क्यों एनडीए छोड़ा और महागठबंधन में शामिल हुए. जनक राम ने कहा कि एनडीए को मैंडेट जंगल राज से मुक्ति पाने के लिए मिला था, लेकिन नीतीश ने उसी जंगल राज से हाथ मिलाकर बिहार की जनता को धोखा देने का काम किया है. जनक राम ने आगे कहा कि, बिहार में नौकरी की बात पर कहा कि जब हम लोग विभाग में रिक्त पदों की बात नीतीश कुमार से करते थे तो मुख्यमंत्री झल्ला जाते थे. मुख्यमंत्री को दलित से नफरत है. दलित का सामने बैठ जाना मुख्यमंत्री को नागवार गुजरता था.

पढ़ें-जीरो टॉलरेंस की नीति पर सख्त रहने वाले सीएम नीतीश की खामोशी का क्या है कारण, यहां जानें..

"बिहार में जंगलराज पार्ट 3 शुरू हो गया है और बिहार में जंगलराज के हवाले करने का काम नीतीश कुमार ने किया है. इसके लिए उन्हें बिहार की जनता और बीजेपी कभी माफ नहीं करेगी. इंडिया के साथ भारत का दलित समाज कांग्रेस मुक्त भारत बनाने की सपना देख रहा था. लेकिन उन सभी पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विश्वासघात किया है."- जनक राम, पूर्व खनन मंत्री

नीतीश ने किया जनादेश का अपमानः जनक राम ने आरोप लगाया नीतीश कुमार ने उप राष्ट्रपति नहीं बनाए जाने के कारण जनता के जनादेश का अपमान किया और जिसके खिलाफ जनता ने जनादेश दिया. उसके साथ जाकर फिर से मुख्यमंत्री बन गए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जनता जानना चाहती है कि उन्होंने एनडीए क्यों छोड़ा और महागठबंधन में शामिल क्यों हुए. देश का उपराष्ट्रपति नहीं बनने की सजा नीतीश कुमार ने बिहार की 13 करोड़ जनता को दिया है.

जनता के सवालों का जवाब दे सरकारः आज जनता पूछ रही है कि बिहार की सरकार क्यों लाचार है, गुंडों की सरकार क्यों है. उन्होंने कहा कि एनडीए को मैंडेट जंगलराज से मुक्ति पाने के लिए मिला था एनडीए के शासन में दलित शोषित और वंचितों का विकास हो रहा था लेकिन यह नीतीश कुमार से देखा नहीं गया. जनक राम ने कहा कि कांग्रेस के खिलाफ नीतीश कुमार का पॉलिटिकल कैरियर शुरू हुआ. उनका उदय हुआ और आज फिर से नीतीश कुमार कांग्रेस से जाकर मिल गए हैं.




मुख्यमंत्री को दलित से नफरत हैः पूर्व मंत्री जनक राम ने कहा कि जब वह विभाग में थे और मुख्यमंत्री के पास विभाग की बातों को लेकर जाते थे तो मुख्यमंत्री झल्ला जाते थे. विभाग में पड़ी हुई रिक्तियों को भरने की बात करते थे तो मुख्यमंत्री नजरअंदाज करते थे और यह बताता है कि मुख्यमंत्री को दलित से नफरत है और दलित का सामने बैठ जाना मुख्यमंत्री को नागवार गुजरता था. बालू की कीमत मुख्यमंत्री के निर्देश पर कई गुना बढ़ गए और गरीबों को घर बनाना मुश्किल हो गया. जनक राम ने कहा कि आज मुख्यमंत्री के खिलाफ जितने भी शब्द प्रयोग किए जाते हैं. जितने भी अपशब्द हैं. सभी राजद के तरफ से मिले हैं. जैसे कि पेट में कई दांत है. दांत का ऑपरेशन कर देंगे, इत्यादि अनेकों प्रकार के जो अपशब्द हैं. वह राजद ने हीं कहे हैं. 2014 में गोपालगंज में मुख्यमंत्री अपने कैंडिडेट की जमानत नहीं बचा पाए थे आज वह प्रधानमंत्री बनने का सपना पाले हुए हैं.


साले के मंत्री बनते ही बहनोई सरकार चलाने लगे हैंः जनक राम ने कहा कि आज बिहार की जनता मुख्यमंत्री के इस बदलाव से डरी हुई है और भयभीत है. लेकिन भारतीय जनता पार्टी जनता को डरने और भयभीत नहीं होने देगी. लालू यादव के समय में बिहार में सत्ता के कई केंद्र से और लालू यादव के मुख्यमंत्री काल के दौरान उनके साले सरकार चलाते थे और आज फिर से देखने को मिलने लगा है कि साले के मंत्री बनते ही बहनोई सरकार चलाने लगे हैं. कभी जीजा के राज में साला सरकार चलाते थे और आज साले के राज में जीजा सरकार चला रहे हैं. इन सभी स्थितियों को देखते हुए मुख्यमंत्री भी अब घुटन महसूस कर रहे हैं.

नीतीश कुमार सिर्फ मुखौटा हैंः जनक राम ने कहा कि सरकार बदलते ही देखा कैसे की चाचा भतीजे का प्यार सामने आया. बीजेपी के साथ इतने समय तक रहने पर भी बीजेपी का कोई नेता मुख्यमंत्री का कमर नहीं पकड़ पाया लेकिन भतीजा मुख्यमंत्री का कमर पकड़ के गले लग रहा है. आज प्रदेश में सरकार लालू यादव की चल रही है और नीतीश कुमार सिर्फ मुखौटा है.

पढ़ें- बिहार के कानून मंत्री पर अपहरण का केस, जिस दिन सरेंडर करना था उसी दिन ली शपथ

पटनाः बिहार के पूर्व मंत्री जनक राम ने राज्य में बनी नई सरकार एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा (BJP MLA Janak Ram Attack CM Nitish Kumar) है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार सिर्फ नाम के मुख्यमंत्री हैं. वो मुखौटा है और सरकार लालू यादव चला रहे हैं. उन्होंने कहा कि राजद अध्यक्ष लालू यादव के बाद फिर बिहार में जीजा-साले का राज कायम हो गया है. उन्होंने कहा कि जनता नीतीश जी से जानना चाहती हैं की आपने क्यों एनडीए छोड़ा और महागठबंधन में शामिल हुए. जनक राम ने कहा कि एनडीए को मैंडेट जंगल राज से मुक्ति पाने के लिए मिला था, लेकिन नीतीश ने उसी जंगल राज से हाथ मिलाकर बिहार की जनता को धोखा देने का काम किया है. जनक राम ने आगे कहा कि, बिहार में नौकरी की बात पर कहा कि जब हम लोग विभाग में रिक्त पदों की बात नीतीश कुमार से करते थे तो मुख्यमंत्री झल्ला जाते थे. मुख्यमंत्री को दलित से नफरत है. दलित का सामने बैठ जाना मुख्यमंत्री को नागवार गुजरता था.

पढ़ें-जीरो टॉलरेंस की नीति पर सख्त रहने वाले सीएम नीतीश की खामोशी का क्या है कारण, यहां जानें..

"बिहार में जंगलराज पार्ट 3 शुरू हो गया है और बिहार में जंगलराज के हवाले करने का काम नीतीश कुमार ने किया है. इसके लिए उन्हें बिहार की जनता और बीजेपी कभी माफ नहीं करेगी. इंडिया के साथ भारत का दलित समाज कांग्रेस मुक्त भारत बनाने की सपना देख रहा था. लेकिन उन सभी पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विश्वासघात किया है."- जनक राम, पूर्व खनन मंत्री

नीतीश ने किया जनादेश का अपमानः जनक राम ने आरोप लगाया नीतीश कुमार ने उप राष्ट्रपति नहीं बनाए जाने के कारण जनता के जनादेश का अपमान किया और जिसके खिलाफ जनता ने जनादेश दिया. उसके साथ जाकर फिर से मुख्यमंत्री बन गए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जनता जानना चाहती है कि उन्होंने एनडीए क्यों छोड़ा और महागठबंधन में शामिल क्यों हुए. देश का उपराष्ट्रपति नहीं बनने की सजा नीतीश कुमार ने बिहार की 13 करोड़ जनता को दिया है.

जनता के सवालों का जवाब दे सरकारः आज जनता पूछ रही है कि बिहार की सरकार क्यों लाचार है, गुंडों की सरकार क्यों है. उन्होंने कहा कि एनडीए को मैंडेट जंगलराज से मुक्ति पाने के लिए मिला था एनडीए के शासन में दलित शोषित और वंचितों का विकास हो रहा था लेकिन यह नीतीश कुमार से देखा नहीं गया. जनक राम ने कहा कि कांग्रेस के खिलाफ नीतीश कुमार का पॉलिटिकल कैरियर शुरू हुआ. उनका उदय हुआ और आज फिर से नीतीश कुमार कांग्रेस से जाकर मिल गए हैं.




मुख्यमंत्री को दलित से नफरत हैः पूर्व मंत्री जनक राम ने कहा कि जब वह विभाग में थे और मुख्यमंत्री के पास विभाग की बातों को लेकर जाते थे तो मुख्यमंत्री झल्ला जाते थे. विभाग में पड़ी हुई रिक्तियों को भरने की बात करते थे तो मुख्यमंत्री नजरअंदाज करते थे और यह बताता है कि मुख्यमंत्री को दलित से नफरत है और दलित का सामने बैठ जाना मुख्यमंत्री को नागवार गुजरता था. बालू की कीमत मुख्यमंत्री के निर्देश पर कई गुना बढ़ गए और गरीबों को घर बनाना मुश्किल हो गया. जनक राम ने कहा कि आज मुख्यमंत्री के खिलाफ जितने भी शब्द प्रयोग किए जाते हैं. जितने भी अपशब्द हैं. सभी राजद के तरफ से मिले हैं. जैसे कि पेट में कई दांत है. दांत का ऑपरेशन कर देंगे, इत्यादि अनेकों प्रकार के जो अपशब्द हैं. वह राजद ने हीं कहे हैं. 2014 में गोपालगंज में मुख्यमंत्री अपने कैंडिडेट की जमानत नहीं बचा पाए थे आज वह प्रधानमंत्री बनने का सपना पाले हुए हैं.


साले के मंत्री बनते ही बहनोई सरकार चलाने लगे हैंः जनक राम ने कहा कि आज बिहार की जनता मुख्यमंत्री के इस बदलाव से डरी हुई है और भयभीत है. लेकिन भारतीय जनता पार्टी जनता को डरने और भयभीत नहीं होने देगी. लालू यादव के समय में बिहार में सत्ता के कई केंद्र से और लालू यादव के मुख्यमंत्री काल के दौरान उनके साले सरकार चलाते थे और आज फिर से देखने को मिलने लगा है कि साले के मंत्री बनते ही बहनोई सरकार चलाने लगे हैं. कभी जीजा के राज में साला सरकार चलाते थे और आज साले के राज में जीजा सरकार चला रहे हैं. इन सभी स्थितियों को देखते हुए मुख्यमंत्री भी अब घुटन महसूस कर रहे हैं.

नीतीश कुमार सिर्फ मुखौटा हैंः जनक राम ने कहा कि सरकार बदलते ही देखा कैसे की चाचा भतीजे का प्यार सामने आया. बीजेपी के साथ इतने समय तक रहने पर भी बीजेपी का कोई नेता मुख्यमंत्री का कमर नहीं पकड़ पाया लेकिन भतीजा मुख्यमंत्री का कमर पकड़ के गले लग रहा है. आज प्रदेश में सरकार लालू यादव की चल रही है और नीतीश कुमार सिर्फ मुखौटा है.

पढ़ें- बिहार के कानून मंत्री पर अपहरण का केस, जिस दिन सरेंडर करना था उसी दिन ली शपथ

Last Updated : Aug 19, 2022, 10:09 PM IST
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