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JDU सदस्य सदन से रहे गायब तो बोले BJP विधायक- 'कहीं कोई इज्जत नहीं उतरी है'

विधानसभा में सर्वश्रेष्ठ विधायकों के चयन पर चर्चा हुई. सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही कि इसमें जेडीयू के सदस्यों ने हिस्सा नहीं लिया. इससे उहापोह की स्थिति बनी रही. हालांकि बीजेपी विधायक हरि भूषण ठाकुर बचौल ने अपनी तरह से इसपर सफाई दी. पढ़ें पूरी खबर...

BJP MLA Hari Bhushan Thakur Bachol
BJP MLA Hari Bhushan Thakur Bachol
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Published : Jun 28, 2022, 5:25 PM IST

पटना : बिहार विधानसभा में आज दूसरे हाफ में अजीब स्थिति पैदा हो गयी. पहले हाफ में हंगामे के बाद दो बार सदन को स्थगित करना पड़ा था लेकिन दूसरे हाफ में जब सर्वश्रेष्ठ विधायक के चयन को लेकर चर्चा हो रही थी तो विपक्ष के साथ जेडीयू के सदस्यों ने भी सदन का बहिष्कार कर दिया. अब इसको लेकर कई तरह के कयास लगने लगे हैं. हालांकि बीजेपी के फायरब्रांड विधायक हरि भूषण ठाकुर बचौल (BJP MLA Hari Bhushan Thakur Bachol) ने इसको लेकर सफाई दी है.

ये भी पढ़ें - बोले तेजस्वी यादव- अग्निपथ आंदोलन में गिरफ्तार किए गए युवकों को रिहा करे सरकार

''कहीं कोई इज्जत नहीं उतरी है. जेडीयू के भी सदस्य सदन के अंदर मौजूद थे. जेडीयू के मंत्री भी शामिल थे. उत्कृष्ठ विधायक पर विचार विमर्श किया गया है. सारे लोग मौजूद थे, कहीं कोई कंफ्यूजन नहीं है. सदन के अंदर चर्चा हुई है. उसको और व्यापक ढंग से चर्चा की जाएगी. बहुत अच्छा मौका था. देश और बिहार में यह पहली बार हो रहा है. उत्कृष्ठ विधायक की बात बिहार से शुरू हुई है. उसमें जेडीयू के मंत्री, विधायक सभी शामिल थे.''- हरि भूषण ठाकुर बचौल, विधायक, बीजेपी

"कोई मामला नहीं है हमलोग लेट से आए हैं, इसलिए सदन में नहीं गए. पार्टी के तरफ से कोई इंस्ट्रक्शन नहीं मिला था. दस मिनट में तो सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी. कहीं कोई परेशानी नहीं है." - पंकज मिश्रा, विधायक, जदयू

पहले पहुंचे JDU के 2 मंत्री बाद में वो भी निकल गए : बता दें कि बिहार विधानसभा में दूसरे हाफ में जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्ष तो पहले ही बहिष्कार किया था, जेडीयू के भी केवल दो मंत्री पहुंचे थे. हालांकि कुछ देर में दोनों मंत्री सुनील कुमार और शीला मंडल भी बाहर निकल गए. एक भी जेडीयू का विधायक सदन में मौजूद नहीं था. केवल बीजेपी के विधायक ही सर्वश्रेष्ठ विधायक के चयन को लेकर जो चर्चा हुई उसमें शामिल थे. यहां यह बताना भी जरूरी है कि अग्निपथ योजना को लेकर जेडीयू ने भी पुनर्विचार करने का आग्रह किया था.

विधानसभा में मौजूद रहने के बावजूद सदन की कार्यवाही में नहीं लिए हिस्सा : बीजेपी-जेडीयू के बीच इस मुद्दे पर विरोधाभास अब साफ दिखने लगा है. जेडीयू के सदस्य व मंत्री श्रवण कुमार विधानसभा स्थित चेंबर में बैठे रहे तो वहीं उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी भी सदन में नहीं गए. विपक्ष और जदयू सदस्यों की अनुपस्थिति में सर्वश्रेष्ठ विधायक के चयन पर कुछ देर ही चर्चा चल सकी.

पटना : बिहार विधानसभा में आज दूसरे हाफ में अजीब स्थिति पैदा हो गयी. पहले हाफ में हंगामे के बाद दो बार सदन को स्थगित करना पड़ा था लेकिन दूसरे हाफ में जब सर्वश्रेष्ठ विधायक के चयन को लेकर चर्चा हो रही थी तो विपक्ष के साथ जेडीयू के सदस्यों ने भी सदन का बहिष्कार कर दिया. अब इसको लेकर कई तरह के कयास लगने लगे हैं. हालांकि बीजेपी के फायरब्रांड विधायक हरि भूषण ठाकुर बचौल (BJP MLA Hari Bhushan Thakur Bachol) ने इसको लेकर सफाई दी है.

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''कहीं कोई इज्जत नहीं उतरी है. जेडीयू के भी सदस्य सदन के अंदर मौजूद थे. जेडीयू के मंत्री भी शामिल थे. उत्कृष्ठ विधायक पर विचार विमर्श किया गया है. सारे लोग मौजूद थे, कहीं कोई कंफ्यूजन नहीं है. सदन के अंदर चर्चा हुई है. उसको और व्यापक ढंग से चर्चा की जाएगी. बहुत अच्छा मौका था. देश और बिहार में यह पहली बार हो रहा है. उत्कृष्ठ विधायक की बात बिहार से शुरू हुई है. उसमें जेडीयू के मंत्री, विधायक सभी शामिल थे.''- हरि भूषण ठाकुर बचौल, विधायक, बीजेपी

"कोई मामला नहीं है हमलोग लेट से आए हैं, इसलिए सदन में नहीं गए. पार्टी के तरफ से कोई इंस्ट्रक्शन नहीं मिला था. दस मिनट में तो सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी. कहीं कोई परेशानी नहीं है." - पंकज मिश्रा, विधायक, जदयू

पहले पहुंचे JDU के 2 मंत्री बाद में वो भी निकल गए : बता दें कि बिहार विधानसभा में दूसरे हाफ में जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्ष तो पहले ही बहिष्कार किया था, जेडीयू के भी केवल दो मंत्री पहुंचे थे. हालांकि कुछ देर में दोनों मंत्री सुनील कुमार और शीला मंडल भी बाहर निकल गए. एक भी जेडीयू का विधायक सदन में मौजूद नहीं था. केवल बीजेपी के विधायक ही सर्वश्रेष्ठ विधायक के चयन को लेकर जो चर्चा हुई उसमें शामिल थे. यहां यह बताना भी जरूरी है कि अग्निपथ योजना को लेकर जेडीयू ने भी पुनर्विचार करने का आग्रह किया था.

विधानसभा में मौजूद रहने के बावजूद सदन की कार्यवाही में नहीं लिए हिस्सा : बीजेपी-जेडीयू के बीच इस मुद्दे पर विरोधाभास अब साफ दिखने लगा है. जेडीयू के सदस्य व मंत्री श्रवण कुमार विधानसभा स्थित चेंबर में बैठे रहे तो वहीं उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी भी सदन में नहीं गए. विपक्ष और जदयू सदस्यों की अनुपस्थिति में सर्वश्रेष्ठ विधायक के चयन पर कुछ देर ही चर्चा चल सकी.

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