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यूपी की सड़कों पर 'बोट रेस' करा रहे मुकेश सहनी, 165 सीटों पर चुनाव लड़ेगी 'VIP'

बिहार के पशुपालन और मत्स्य संसाधन मंत्री मुकेश सहनी (Mukesh Sahani In UP Election) ने अगले साल की शुरुआत में उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में अकेले दम पर 165 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है. उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में सहनी की पार्टी पहली बार चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. पढ़ें पूरी खबर

Mukesh Sahani
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Published : Dec 27, 2021, 6:39 PM IST

पटना/लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लोग अब सड़कों पर 'बोट-रेस' देखेंगे. बिहार में मंत्री और विकासशील पार्टी ऑफ इंडिया (वीआईपी) के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने कहा कि उन्होंने 165 वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया है, जिस पर एक नाव लगी है.

ये भी पढ़ें- बिहार में दोस्ती, यूपी में कुश्ती.. आखिर चाहते क्या हैं मुकेश सहनी?

वीआईपी के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने कहा, नाव मेरी पार्टी का चुनाव चिन्ह है और ये वाहन 165 विधानसभा सीटों को पार करेंगे, जहां निषाद की अच्छी खासी आबादी है. अभियान के लिए ई-रिक्शा को 'नाव' में बदला गया है और इसका उद्देश्य निषाद मतदाताओं के बीच जागरूकता पैदा करना है.'

"नाव मेरे समुदाय की आजीविका का प्रतीक है और परिवहन का यह साधन पर्यावरण के अनुकूल भी है. यह नाव ही था, जिसपर निषाद राज ने भगवान राम को नदी के उस पार पहुंचाया. इसलिए नाव का हमारे लिए बहुत महत्व है." - मुकेश सहनी, अध्यक्ष, वीआईपी

ये भी पढ़ें- बीजेपी को मुकेश सहनी की चुनौती: UP में निषादों को आरक्षण दें, अन्यथा योगी को कभी माफ नहीं करेगा समाज

सहनी ने कहा कि आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में नाव उनके विचारों को 165 निर्वाचन क्षेत्रों में ले जाएगी. वह सीटों की पहचान करने और संभावित उम्मीदवारों के बारे में फैसला करने के लिए पूर्वाचल, अवध और बुंदेलखंड क्षेत्र और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अपने पार्टी कार्यकतार्ओं के साथ बैठक करेंगे.

उन्होंने कहा, "मैं विधानसभा क्षेत्रों का प्रभार देने वालों को उनके निर्वाचन क्षेत्रों में लौटने से पहले प्रचार किट और मोटरबाइक वितरित करूंगा." एक सवाल के जवाब में मुकेश सहनी ने कहा कि वह निषाद समुदाय के अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं और उनकी लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक उनके समुदाय को आरक्षण नहीं दिया जाता.

अपने नाम के आगे 'सन ऑफ मल्लाह' शब्द का प्रयोग करने वाले सहनी ने कहा कि उन्हें उत्तर प्रदेश के चुनावों में अच्छा समर्थन मिलने का भरोसा है क्योंकि अन्य दलों ने अब तक निषादों को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया था और उन्हें उनके अधिकारों से वंचित किया है. बता दें कि वीआईपी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का हिस्सा है.

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पटना/लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लोग अब सड़कों पर 'बोट-रेस' देखेंगे. बिहार में मंत्री और विकासशील पार्टी ऑफ इंडिया (वीआईपी) के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने कहा कि उन्होंने 165 वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया है, जिस पर एक नाव लगी है.

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वीआईपी के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने कहा, नाव मेरी पार्टी का चुनाव चिन्ह है और ये वाहन 165 विधानसभा सीटों को पार करेंगे, जहां निषाद की अच्छी खासी आबादी है. अभियान के लिए ई-रिक्शा को 'नाव' में बदला गया है और इसका उद्देश्य निषाद मतदाताओं के बीच जागरूकता पैदा करना है.'

"नाव मेरे समुदाय की आजीविका का प्रतीक है और परिवहन का यह साधन पर्यावरण के अनुकूल भी है. यह नाव ही था, जिसपर निषाद राज ने भगवान राम को नदी के उस पार पहुंचाया. इसलिए नाव का हमारे लिए बहुत महत्व है." - मुकेश सहनी, अध्यक्ष, वीआईपी

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सहनी ने कहा कि आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में नाव उनके विचारों को 165 निर्वाचन क्षेत्रों में ले जाएगी. वह सीटों की पहचान करने और संभावित उम्मीदवारों के बारे में फैसला करने के लिए पूर्वाचल, अवध और बुंदेलखंड क्षेत्र और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अपने पार्टी कार्यकतार्ओं के साथ बैठक करेंगे.

उन्होंने कहा, "मैं विधानसभा क्षेत्रों का प्रभार देने वालों को उनके निर्वाचन क्षेत्रों में लौटने से पहले प्रचार किट और मोटरबाइक वितरित करूंगा." एक सवाल के जवाब में मुकेश सहनी ने कहा कि वह निषाद समुदाय के अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं और उनकी लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक उनके समुदाय को आरक्षण नहीं दिया जाता.

अपने नाम के आगे 'सन ऑफ मल्लाह' शब्द का प्रयोग करने वाले सहनी ने कहा कि उन्हें उत्तर प्रदेश के चुनावों में अच्छा समर्थन मिलने का भरोसा है क्योंकि अन्य दलों ने अब तक निषादों को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया था और उन्हें उनके अधिकारों से वंचित किया है. बता दें कि वीआईपी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का हिस्सा है.

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