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Bihar Shikshak Niyojan: अगस्त में होने वाली शिक्षक नियोजन काउंसलिंग में हो सकते हैं बड़े फेरबदल

अगस्त महीने में बिहार में सबसे ज्यादा प्रखंड, नगर निकाय और पंचायतों में काउंसलिंग की प्रक्रिया होनी है. अगस्त में उन जगहों पर काउंसलिंग होगी, जहां नये दिव्यांग अभ्यर्थियों ने आवेदन दिया है. इस बारे में एक बड़ी खबर आ रही है कि काउंसलिंग की प्रक्रिया में बदलाव को लेकर फैसला हो सकता है. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Jul 26, 2021, 3:57 PM IST

Bihar Shikshak Niyojan
Bihar Shikshak Niyojan

पटना: बिहार के करीब 100 से ज्यादा नगर निकाय, करीब 400 प्रखंड और करीब 4000 पंचायत नियोजन इकाइयों में करीब 65000 शिक्षक पदों के लिए काउंसलिंग ( Bihar Shikshak Niyojan Counseling ) की प्रक्रिया होनी है. इस बाबत शिक्षा विभाग ने 2 अगस्त, 4 अगस्त और 9 अगस्त की तिथि इसके लिए चिन्हित की है, लेकिन इस तिथि में बदलाव के साथ-साथ संपूर्ण नियोजन की प्रक्रिया में बदलाव को लेकर कुछ फैसला हो सकता है.

सूत्रों के मुताबिक, शिक्षा विभाग ( Bihar Education Department ) ने जुलाई महीने में हुई काउंसलिंग प्रक्रिया में अभ्यर्थियों को हो रही परेशानी और व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी की शिकायतों को देखते हुए कई महत्वपूर्ण बदलाव करने का फैसला कर लिया है.

ये भी पढ़ें- 'परेशान न हों STET पास अभ्यर्थी, भविष्य में नियुक्तियों में मिलेगा मौका'- शिक्षा मंत्री

प्रारंभिक शिक्षकों के नियोजन में प्राथमिक और मध्य विद्यालयों के लिए नियोजन होना है. जानकारी के मुताबिक, कक्षा 6 से 8 के शिक्षकों के लिए सबसे पहले शिक्षा विभाग काउंसलिंग की प्रक्रिया पूरी कराएगा. इस दौरान एक विषय सोशल साइंस के लिए सबसे ज्यादा अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है और कोरोना गाइडलाइंस के तहत भीड़ से बचने और गाइडलाइंस का पालन कराने के लिए सोशल साइंस विषय की काउंसलिंग अलग से आयोजित की जा सकती है.

शिक्षक अभ्यर्थियों ने भी सरकार से यह मांग की थी कि जिस जिले में प्रखंड की संख्या ज्यादा है और जहां अभ्यर्थियों की संख्या ज्यादा है, वहां 2 दिनों में काउंसलिंग कराई जाए.

ये भी पढ़ें- 92 हजार नियोजित शिक्षकों पर लटकी तलवार! नहीं किया ये काम तो होगी सैलरी की रिकवरी, FIR भी दर्ज

'विषयवार कैंप लगाने से अभ्यर्थियों को फायदा होगा और विशेष रूप से सोशल साइंस में अगर अलग से काउंसलिंग कराई जाती है तो कोरोना गाइडलाइंस का पालन कराते हुए आसानी से काउंसलिंग का काम हो पाएगा'- राजेश कुमार, शिक्षक अभ्यर्थी

खबर है कि इसको लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक शिक्षा विभाग में बुलाई गई है. बैठक में इस बात को लेकर चर्चा होनी है कि किस तरह कक्षा 6 से 8 का और उसके बाद कक्षा 1 से 5 की काउंसलिंग कराई जाए, ताकि एक जगह पर भीड़ कम से कम इकट्ठा हो और अभ्यर्थियों को भी कोई परेशानी ना हो.

ये भी पढ़ें: शिक्षक अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर ट्विटर पर चला रहे कैंपेन, 10 लाख ट्वीट का लक्ष्य, जाने क्या है हैश टैग

इधर, गड़बड़ी कि शिकायत मिलने पर कार्रवाई का सिलसिला भी जारी है. 12 जुलाई को जमुई में एक प्रखंड में झारखंड के अभ्यर्थियों को नियोजन में शामिल नहीं कराने की शिकायत मिलने के बाद जमुई के चकाई प्रखंड के सभी पंचायत नियोजन इकाइयों की काउंसलिंग और चयन प्रक्रिया को निरस्त किया गया है.

वहीं, जिन अभ्यर्थियों के सर्टिफिकेट फर्जी पाए जा रहे हैं उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई जा रही है. शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, रोहतास की 2 महिला अभ्यर्थियों के खिलाफ फर्जी TET सर्टिफिकेट के साथ आवेदन करने को लेकर एफआईआर दर्ज कराई गई है.

पटना: बिहार के करीब 100 से ज्यादा नगर निकाय, करीब 400 प्रखंड और करीब 4000 पंचायत नियोजन इकाइयों में करीब 65000 शिक्षक पदों के लिए काउंसलिंग ( Bihar Shikshak Niyojan Counseling ) की प्रक्रिया होनी है. इस बाबत शिक्षा विभाग ने 2 अगस्त, 4 अगस्त और 9 अगस्त की तिथि इसके लिए चिन्हित की है, लेकिन इस तिथि में बदलाव के साथ-साथ संपूर्ण नियोजन की प्रक्रिया में बदलाव को लेकर कुछ फैसला हो सकता है.

सूत्रों के मुताबिक, शिक्षा विभाग ( Bihar Education Department ) ने जुलाई महीने में हुई काउंसलिंग प्रक्रिया में अभ्यर्थियों को हो रही परेशानी और व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी की शिकायतों को देखते हुए कई महत्वपूर्ण बदलाव करने का फैसला कर लिया है.

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प्रारंभिक शिक्षकों के नियोजन में प्राथमिक और मध्य विद्यालयों के लिए नियोजन होना है. जानकारी के मुताबिक, कक्षा 6 से 8 के शिक्षकों के लिए सबसे पहले शिक्षा विभाग काउंसलिंग की प्रक्रिया पूरी कराएगा. इस दौरान एक विषय सोशल साइंस के लिए सबसे ज्यादा अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है और कोरोना गाइडलाइंस के तहत भीड़ से बचने और गाइडलाइंस का पालन कराने के लिए सोशल साइंस विषय की काउंसलिंग अलग से आयोजित की जा सकती है.

शिक्षक अभ्यर्थियों ने भी सरकार से यह मांग की थी कि जिस जिले में प्रखंड की संख्या ज्यादा है और जहां अभ्यर्थियों की संख्या ज्यादा है, वहां 2 दिनों में काउंसलिंग कराई जाए.

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'विषयवार कैंप लगाने से अभ्यर्थियों को फायदा होगा और विशेष रूप से सोशल साइंस में अगर अलग से काउंसलिंग कराई जाती है तो कोरोना गाइडलाइंस का पालन कराते हुए आसानी से काउंसलिंग का काम हो पाएगा'- राजेश कुमार, शिक्षक अभ्यर्थी

खबर है कि इसको लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक शिक्षा विभाग में बुलाई गई है. बैठक में इस बात को लेकर चर्चा होनी है कि किस तरह कक्षा 6 से 8 का और उसके बाद कक्षा 1 से 5 की काउंसलिंग कराई जाए, ताकि एक जगह पर भीड़ कम से कम इकट्ठा हो और अभ्यर्थियों को भी कोई परेशानी ना हो.

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इधर, गड़बड़ी कि शिकायत मिलने पर कार्रवाई का सिलसिला भी जारी है. 12 जुलाई को जमुई में एक प्रखंड में झारखंड के अभ्यर्थियों को नियोजन में शामिल नहीं कराने की शिकायत मिलने के बाद जमुई के चकाई प्रखंड के सभी पंचायत नियोजन इकाइयों की काउंसलिंग और चयन प्रक्रिया को निरस्त किया गया है.

वहीं, जिन अभ्यर्थियों के सर्टिफिकेट फर्जी पाए जा रहे हैं उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई जा रही है. शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, रोहतास की 2 महिला अभ्यर्थियों के खिलाफ फर्जी TET सर्टिफिकेट के साथ आवेदन करने को लेकर एफआईआर दर्ज कराई गई है.

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