पटना: केंद्रीय गृह मंत्रालय (Union Home Ministry) के तहत कार्य करने वाले राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के अनुसार कोविड-19 (COVID-19) वैश्विक महामारी और उसके कारण लगाए गए लॉकडाउन (Lockdown) के चलते 2020 में चोरी, डकैती और महिलाओं एवं बच्चों के खिलाफ हिंसा जैसे अपराधों में कमी आई है.
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लेकिन, देश में 2020 में प्रतिदिन औसतन 80 हत्या के मामले सामने आए हैं. साल में कुल 29,193 मौत हुईं है. वहीं 2019 में ये आंकड़ा 28,915 हत्याओं की तुलना में एक प्रतिशत की वृद्धि थी, जिसमें प्रतिदिन औसतन 79 हत्या के मामले सामने आए थे. पूरे देश भर में हत्या के मामले में 1% की वृद्धि हुई है.
हत्या के मामलों में उत्तर प्रदेश टॉप पर है. 2020 में हत्या के सबसे ज्यादा 3,779 केस उत्तर प्रदेश में दर्ज किए गए. इसके बाद बिहार में 3,150 केस, महाराष्ट्र में 2,163 केस, मध्य प्रदेश में 2,101 केस और पश्चिम बंगाल में 1,948 केस दर्ज किए गए.
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एनआरसीबी की रिपोर्ट के अनुसार जिन लोगों की हत्या हुई उनमें 38.5 प्रतिशत 30-45 वर्ष आयु वर्ग के थे, जबकि 35.9 प्रतिशत 18-30 वर्ष की आयु वर्ग के थे. वहीं, 16.4 प्रतिशत 45-60 वर्ष आयु वर्ग के और 4 प्रतिशत 60 वर्ष से ज्यादा उम्र के थे, जबकि बाकी नाबालिग थे.
वहीं, 2019 में 1,05,036 के मुकाबले 2020 में अपहरण के 84,805 केस दर्ज किए गए हैं. 2020 में सबसे ज्यादा 12,913 अपहरण के मामले उत्तर प्रदेश में दर्ज किए गए. इसके बाद पश्चिम बंगाल में 9,309, महाराष्ट्र में 8,103, बिहार में 7,889 और मध्य प्रदेश में 7,320 केस दर्ज किए गए. हालांकि, पूरे देश की बात करें तो अपहरण के मामले में साल 2019 की तुलना में 2020 में 19% की गिरावट दर्ज की गई है.
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इसके अलावा अनुसूचित जाति के खिलाफ बढ़ रहे अपराधों में सबसे ज्यादा 12,714 मामले उत्तर प्रदेश से आए हैं. वहीं, दूसरे स्थान पर 7,368 केस बिहार में दर्ज किए गए. 7,017 मामलों के साथ राजस्थान तीसरे नंबर पर है. चौथे नंबर पर 6,899 केस के साथ मध्य प्रदेश और 2,569 केस के साथ महाराष्ट्र पांचवे स्थान पर है.
अनुसूचित जाति अत्याचार मामले में भी साल 2019 की तुलना में 2020 में वृद्धि हुई है. वहीं, साइबर क्राइम मामले में भी बिहार अन्य राज्यों की तुलना में पीछे नहीं है. साइबर क्राइम के मामले में भी बिहार चौथे नंबर पर है.
बता दें कि एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक, पूरे देश में 2020 में बलात्कार के प्रतिदिन औसतन करीब 77 मामले दर्ज किए गए. पिछले साल दुष्कर्म के कुल 28,046 मामले दर्ज किए गए. देश में ऐसे सबसे अधिक मामले राजस्थान में और दूसरे नंबर पर उत्तर प्रदेश में दर्ज किए गए.
केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आने वाले एनसीआरबी ने कहा कि पिछले साल पूरे देश में महिलाओं के विरूद्ध अपराध के कुल 3,71,503 मामले दर्ज किए गए जो 2019 में 4,05,326 थे और 2018 में 3,78,236 थे. एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, 2020 में महिलाओं के विरूद्ध अपराध के मामलों में से 28,046 बलात्कार की घटनाएं थी जिनमें 28,153 पीड़िताएं हैं. पिछले साल कोविड-19 के कारण लॉकडाउन लगाया गया था.