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शराबबंदी को लेकर बिहार PHQ ने कसी कमर, सभी SP को रोजाना थानेदारों से फीडबैक लेने का निर्देश

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सख्त निर्देश के बाद बिहार पुलिस हर हाल में शराबबंदी कानून ( Prohibition Law in Bihar ) को सख्ती से लागू करने में जुटी है. मुख्यालय ने सभी जिलों के एसपी को रोजाना थानेदारों से फीड बैक लेने का आदेश दिया है. पढ़ें पूरी खबर...

शराबबंदी को लेकर बिहार PHQ ने कसी कमर
शराबबंदी को लेकर बिहार PHQ ने कसी कमर
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Published : Nov 29, 2021, 2:16 PM IST

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की समीक्षा बैठक के बाद से शराबबंदी कानून (Liquor Ban In Bihar) सख्ती से लागू करने को लेकर बिहार पुलिस मुख्यालय (Bihar Police Headquarters ) पूरी तरह गंभीर नजर आ रही है. पटना सहित सूबे के सभी जिलों में पुलिस कर्मियों को सख्ती से शराबबंदी कानून का पालन करवाने का आदेश दिया गया है. ऐसे में राजधानी समेत सभी जिलों में पुलिस लगातार अभियान चलाकर शराब माफियाओं और पीने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है.

ये भी पढ़ें : बिहार PHQ ने केंद्र को भेजा सुझाव- 'अपहरण- दंगे के आंकड़े अलग अलग करें जारी'

दरअसल, राज्य सरकार और बिहार पुलिस मुख्यालय का मानना है कि शराबबंदी कानून (Prohibition Law in Bihar) को राजधानी पटना में अगर सख्ती से पालन करवाया जाएगा तो उसका असर कहीं न कहीं सूबे के जिलों में देखने को मिलेगा. जिस वजह से शहरी इलाकों के हर थानेदारों को टास्क दिया गया कि रोजाना 3 से 4 होटलों की तलाशी ली जाए. इसके अलावे सभी रोजाना चौक-चौराहों पर अभियान चलाकर शराबी और शराब के धंधेबाजों को गिरफ्तार करें.

शराबबंदी लागू करने को लेकर पुलिस का अभियान


इसे भी पढ़ें : पंचायत चुनाव के दौरान पुलिसकर्मियों को नहीं मिलेगा अवकाश, पुलिस मुख्यालय ने लगायी रोक!

बिहार पुलिस मुख्यालय का मानना है कि शराबी अक्सर शराब पीने के बाद पान सिगरेट और गुटका का सेवन जरूर करते हैं. जिस वजह से मुख्य चौक चौराहा के पान की गुमटी चाय की दुकान पर ही तलाशी अभियान चलाई जाए. शराबबंदी कानून को लेकर लगातार विपक्ष के द्वारा होम डिलीवरी को लेकर सरकार पर निशाना साधने के बाद राजधानी पटना में होम डिलीवरी करनेवालों को दबोचने के लिए पटना पुलिस को पुलिस मुख्यालय के तरफ से सादी वर्दी में भी पुलिस कर्मियों को लगाने का निर्देश दिया गया है.

दरअसल, पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती कहीं ना कहीं होम डिलीवरी करने वालों को रोकना है. जिस वजह से सादी वर्दी में भी पुलिस कर्मी तैनात रहेगी. पटना पुलिस के द्वारा होम डिलीवरी करने के दौरान पहले जिन इलाकों से शराब के धंधेबाजो को गिरफ्तारी किया गया है. उन इलाकों में सूची बनाकर अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है. वहीं जेल गए शराब तस्करों की लिस्ट बनाकर उनका पता लगाने का निर्देश दिया गया कि जेल से छूटने के बाद शराब तस्कर क्या कर रहे हैं.

साथ ही रोजाना थानेदारों से जिले के एसपी को फीडबैक लेने को कहा गया है. सभी थानेदारों को शाम 6 बजे से रात 10 बजे तक के अपने क्षेत्र में गश्ती करने का निर्देश दिया गया है. इसके अलावा सभी थानेदारों को अपने अपने क्षेत्र के मुख्य चौक चौराहों पर चेकिंग लगाकर कम से कम 50 से बाइक चालकों को ब्रेथ एनालाइजर से चेक करने का निर्देश दिया गया है. शहरी क्षेत्र और ग्रामीण क्षेत्रों के सभी थानेदारों को अपने क्षेत्र के मुसहरी क्षेत्र में भी छापेमारी प्रतिदिन करने का निर्देश दिया गया है.

बता दें कि सूबे में में शराबबंदी (Liquor Ban in Bihar) कानून को सख्ती से लागू कराने के लिए राज्य सरकार कई कदम उठा रही है. पुलिस भी काफी सक्रिय हो गयी है. इसी कड़ी में एक ही स्थान पर 6 वर्ष से अधिक समय से तैनात सिपाही से लेकर इंस्पेक्टर तक के अधिकारियों का तबादला करने का निर्देश पुलिस मुख्यालय ने दिया है. डीजीपी संजीव कुमार सिंघल (Bihar DGP Sanjeev Kumar Singhal) ने 6 वर्ष की अवधि पूरा कर चुके पुलिसकर्मियों के तबादले का निर्देश दिया है. दरअसल, सिपाही से लेकर इंस्पेक्टर तक किसी भी जिला बल में कार्यरत पुलिसकर्मी 6 वर्ष के लिए ही एक स्थान पर रहते हैं. इस वजह से डीजीपी ने सभी रेंज आईजी और डीआईजी को 6 वर्ष पूर्ण कर चुके पुलिसकर्मियों के तबादले का आदेश जारी किया है.

ये भी पढ़ें : थानों में अब चौकीदार नहीं करेंगे मुंशी का काम, 10 साल के अनुभवी सिपाहियों को मिलेगी जिम्मेदारी

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पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की समीक्षा बैठक के बाद से शराबबंदी कानून (Liquor Ban In Bihar) सख्ती से लागू करने को लेकर बिहार पुलिस मुख्यालय (Bihar Police Headquarters ) पूरी तरह गंभीर नजर आ रही है. पटना सहित सूबे के सभी जिलों में पुलिस कर्मियों को सख्ती से शराबबंदी कानून का पालन करवाने का आदेश दिया गया है. ऐसे में राजधानी समेत सभी जिलों में पुलिस लगातार अभियान चलाकर शराब माफियाओं और पीने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है.

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दरअसल, राज्य सरकार और बिहार पुलिस मुख्यालय का मानना है कि शराबबंदी कानून (Prohibition Law in Bihar) को राजधानी पटना में अगर सख्ती से पालन करवाया जाएगा तो उसका असर कहीं न कहीं सूबे के जिलों में देखने को मिलेगा. जिस वजह से शहरी इलाकों के हर थानेदारों को टास्क दिया गया कि रोजाना 3 से 4 होटलों की तलाशी ली जाए. इसके अलावे सभी रोजाना चौक-चौराहों पर अभियान चलाकर शराबी और शराब के धंधेबाजों को गिरफ्तार करें.

शराबबंदी लागू करने को लेकर पुलिस का अभियान


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बिहार पुलिस मुख्यालय का मानना है कि शराबी अक्सर शराब पीने के बाद पान सिगरेट और गुटका का सेवन जरूर करते हैं. जिस वजह से मुख्य चौक चौराहा के पान की गुमटी चाय की दुकान पर ही तलाशी अभियान चलाई जाए. शराबबंदी कानून को लेकर लगातार विपक्ष के द्वारा होम डिलीवरी को लेकर सरकार पर निशाना साधने के बाद राजधानी पटना में होम डिलीवरी करनेवालों को दबोचने के लिए पटना पुलिस को पुलिस मुख्यालय के तरफ से सादी वर्दी में भी पुलिस कर्मियों को लगाने का निर्देश दिया गया है.

दरअसल, पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती कहीं ना कहीं होम डिलीवरी करने वालों को रोकना है. जिस वजह से सादी वर्दी में भी पुलिस कर्मी तैनात रहेगी. पटना पुलिस के द्वारा होम डिलीवरी करने के दौरान पहले जिन इलाकों से शराब के धंधेबाजो को गिरफ्तारी किया गया है. उन इलाकों में सूची बनाकर अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है. वहीं जेल गए शराब तस्करों की लिस्ट बनाकर उनका पता लगाने का निर्देश दिया गया कि जेल से छूटने के बाद शराब तस्कर क्या कर रहे हैं.

साथ ही रोजाना थानेदारों से जिले के एसपी को फीडबैक लेने को कहा गया है. सभी थानेदारों को शाम 6 बजे से रात 10 बजे तक के अपने क्षेत्र में गश्ती करने का निर्देश दिया गया है. इसके अलावा सभी थानेदारों को अपने अपने क्षेत्र के मुख्य चौक चौराहों पर चेकिंग लगाकर कम से कम 50 से बाइक चालकों को ब्रेथ एनालाइजर से चेक करने का निर्देश दिया गया है. शहरी क्षेत्र और ग्रामीण क्षेत्रों के सभी थानेदारों को अपने क्षेत्र के मुसहरी क्षेत्र में भी छापेमारी प्रतिदिन करने का निर्देश दिया गया है.

बता दें कि सूबे में में शराबबंदी (Liquor Ban in Bihar) कानून को सख्ती से लागू कराने के लिए राज्य सरकार कई कदम उठा रही है. पुलिस भी काफी सक्रिय हो गयी है. इसी कड़ी में एक ही स्थान पर 6 वर्ष से अधिक समय से तैनात सिपाही से लेकर इंस्पेक्टर तक के अधिकारियों का तबादला करने का निर्देश पुलिस मुख्यालय ने दिया है. डीजीपी संजीव कुमार सिंघल (Bihar DGP Sanjeev Kumar Singhal) ने 6 वर्ष की अवधि पूरा कर चुके पुलिसकर्मियों के तबादले का निर्देश दिया है. दरअसल, सिपाही से लेकर इंस्पेक्टर तक किसी भी जिला बल में कार्यरत पुलिसकर्मी 6 वर्ष के लिए ही एक स्थान पर रहते हैं. इस वजह से डीजीपी ने सभी रेंज आईजी और डीआईजी को 6 वर्ष पूर्ण कर चुके पुलिसकर्मियों के तबादले का आदेश जारी किया है.

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