पटना: बिहार सरकार के मंत्री नीरज कुमार बबलू (Minister Neeraj Kumar Bablu) ने पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) के बयान पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि मांझी एनडीए के नेता हैं. लेकिन आजकल जिस प्रकार के बयान दे रहे हैं, वह ठीक नहीं है. अब उनकी बातों में उम्र का असर दिख रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि जो लोग आज जातीय जनगणना (Caste Census) की बात कर रहे हैं, वो जनसंख्या नियंत्रण कानून के बारे में क्यों नहीं कुछ बोल रहे हैं. वे नहीं जानते कि जनसंख्या जिस तरह बढ़ रही है, वो विस्फोटक है.
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उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना से पहले बिहार में अल्पसंख्यकों की आबादी की गणना होनी चाहिए क्योंकि उनकी संख्या कितना बढ़ी है. इसकी जानकारी भी सरकार को लेनी चाहिए. उन्होंने कहा कि जिस तरह उनकी जनसंख्या बढ़ी है, अब वो अल्पसंख्यक है या नहीं, इसकी जानकारी तो लोगों को होनी चाहिए. मंत्री ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण कानून पर सबसे पहले विचार होना चाहिए. उसके बाद जातीय जनगणना की बात की जानी चाहिए.
आपको बता दें कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा था कि जाति जनगणना को लेकर बिहार में सर्वदलीय बैठक होनी चाहिए. फिर से प्रधानमंत्री को एक बार इस मुद्दे पर पुनर्विचार को कहा जाना चाहिए. निश्चित तौर पर मांझी के इस बयान को लेकर ही आज नीरज कुमार बबलू ने इस तरह की प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि जनसंख्या नियंत्रण कानून के बाद ही जातीय जनगणना पर कोई बात होनी चाहिए.
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