पटना: बिहार इंटरमीडिएट परीक्षा 2022 (Bihar Inter exam 2022) प्रदेश भर में 1 फरवरी से शुरू हो रही है. इसके लिए बिहार बोर्ड ने प्रदेश भर में 1471 परीक्षा केंद्र बनाए हैं. परीक्षा में इस बार 13,45,939 परीक्षार्थी सम्मिलित हो रहे हैं. इसमें 6,48,518 छात्राएं और 6,97,421 छात्र शामिल हैं. परीक्षा को लेकर के पटना जिले में 84 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. कुल 78856 परीक्षार्थी पटना जिले में परीक्षा देंगे. जिसमें 33817 छात्राएं और 41039 छात्र शामिल है.
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (Bihar School Examination board) के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि इस वर्ष भी विद्यार्थियों के हित में ऑब्जेक्टिव प्रश्नों में शत-प्रतिशत अतिरिक्त प्रश्नों का विकल्प दिया जाएगा. यानी जितने प्रश्नों का हल विद्यार्थियों द्वारा किया जाना है, उससे दोगुनी संख्या में प्रश्न पूछे जाएंगे. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति इंटरमीडिएट वार्षिक सैद्धांतिक परीक्षा 2022 के सफल संचालन के लिए कंट्रोल रूम की स्थापना की है.
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यह कंट्रोल रूम 31 जनवरी सुबह 6:00 बजे से 14 फरवरी शाम 6:00 बजे तक कार्यरत रहेगा. परीक्षा संचालन के क्रम में कोई समस्या होने पर छात्र समिति के कंट्रोल रूम के कांटेक्ट नंबर 0612- 2232227, 2230051 पर संपर्क कर सकते हैं. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति कदाचार मुक्त परीक्षा का संचालन करने के लिए कटिबद्ध है. इसके तहत इंटरमीडिएट परीक्षा सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में होगी. सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने का निर्देश है. इसके अलावा प्रत्येक परीक्षा केंद्रों पर वीडियोग्राफी की भी व्यवस्था है. 500 परीक्षार्थियों पर एक वीडियो ग्राफर की व्यवस्था की गई है.
परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने से पूर्व सभी परीक्षार्थियों की फ्रिस्किंग की जाएगी. महिला परीक्षार्थियों की फ्रिस्किंग के लिए कपड़े का एक घेरा बनाया जाएगा जिसके अंदर फ्रिस्किंग होगी. परीक्षा केंद्र पर हर 25 परीक्षार्थी पर एक वीक्षक की प्रतिनियुक्ति होगी. परीक्षा कक्ष में न्यूनतम 2 वीक्षक तैनात रहेंगे. वह यह परीक्षा शुरू होने के पहले घोषणा पत्र देंगे कि उनके प्रभार के अंतर्गत 25 परीक्षार्थियों की जांच उनके द्वारा कर ली गई है. उनके पास कोई आपत्तिजनक सामग्री नहीं है. परीक्षा कक्ष में परीक्षार्थी और शिक्षक के लिए मोबाइल फोन अंदर ले जाने की मनाही है.
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परीक्षा केंद्र के भीतर केंद्र अधीक्षक के सहयोग हेतु जो भी शिक्षक व अन्य कर्मी उपस्थित रहेंगे, वह भी अपने पास मोबाइल फोन नहीं रखेंगे. प्रवेश पत्र पर परीक्षार्थियों की फोटो का मिलान करने के बाद ही वीक्षक परीक्षार्थियों को परीक्षा के लिए अलाउ करेंगे. यदि किसी परीक्षार्थी का प्रवेश पत्र गुम हो जाता है या घर पर छूट जाता है तो ऐसी स्थिति में उपस्थिति पत्रक में स्कैंड फोटो से उसे पहचान कर रौल सीट से सत्यापित कर परीक्षा में बैठने की औपबंधिक अनुमति दी जाएगी. इसकी सूचना केंद्र अधीक्षक को बोर्ड को देनी होगी.
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति इंटरमीडिएट परीक्षा में शामिल हो रहे विद्यार्थियों के लिए निर्देश दिया है कि परीक्षा शुरू होने के कम से कम 10 मिनट पहले परीक्षा केंद्र में प्रवेश कर लेना आवश्यक है. देर से आने वाले परीक्षार्थी को उस बैठक की परीक्षा में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी. प्रथम पाली की परीक्षा सुबह 9:30 बजे से शुरू होगी. द्वितीय पाली की परीक्षा दोपहर 1:45 बजे से शुरू होगी. सभी परीक्षार्थियों को परीक्षा कक्ष में 15 मिनट का अतिरिक्त समय प्रश्न पत्र, उत्तर पुस्तिका, ओएमआर सीट को समझने के लिए दिया जाएगा.
परीक्षा केंद्र में कैलकुलेटर मोबाइल ब्लूटूथ और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को ले आना वर्जित है. दिव्यांग विद्यार्थी के लिए राइटर की व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी के स्तर पर कार्रवाई की जाएगी और राइटर की सुविधा लेने वाले परीक्षार्थियों को परीक्षा में क्षतिपूर्ति के रूप में 20 मिनट प्रति घंटा का अतिरिक्त समय दिया जाएगा. ठंड को देखते हुए परीक्षार्थियों के लिए इस बार जूता मोजा पहनकर के परीक्षा केंद्र के अंदर प्रवेश की अनुमति दी गई है.
बिहार बोर्ड ने सभी केंद्राधीक्षकों को निर्देश दिया है कि कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे और कोविड-19 के संबंध में राज्य सरकार द्वारा जारी एसओपी और कोविड अनुकूल व्यवहार का अनुपालन अनिवार्य रूप से किया जाए. परीक्षार्थी को परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने से लेकर परीक्षा की समाप्ति के बाद परीक्षा केंद्र से बाहर निकलने तक चेहरे पर मास्क लगाकर रखना अनिवार्य होगा. केंद्राधीक्षक द्वारा सभी परीक्षा केंद्रों पर प्रतिदिन सभी परीक्षा कक्षों और प्रशासनिक कक्षों का सैनिटाइजेशन अनिवार्य रूप से कराया जाना है.
पटना के वीरचंद पटेल पथ स्थित मिलर हाई स्कूल की प्राचार्य लीलावती कुमारी ने बताया कि इंटरमीडिएट परीक्षा के दौरान अलग-अलग दिन में अलग-अलग संख्या में छात्र परीक्षा केंद्र पर आकर परीक्षा में शामिल होंगे. जिस दिन परीक्षार्थियों की संख्या सर्वाधिक रहने वाली है. उस दिन कुल 420 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे. उन्होंने बताया कि छात्रों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन रहे, इसके लिए 2ः1 के रेशियों में क्लास रूम में बच्चों को बैठाया जाएगा यानी कि पहले बेंच पर 2 छात्र बैठेंगे, उसके पीछे एक छात्र और उसके पीछे 2 छात्र.
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उन्होंने बताया कि विद्यालय में 12 कमरे हैं और सीटिंग अरेंजमेंट इस प्रकार होने की वजह से विद्यालय के हॉल में भी 12 बेंच लगाए जा रहे हैं. बोर्ड का साफ निर्देश है कि परीक्षा सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में होगी. ऐसे में परीक्षा सेंटर पर सीसीटीवी कैमरा पहुंच गया है. इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया चल रही है. कोरोना को देखते हुए भी सेंटर पर पर्याप्त व्यवस्था है. बोर्ड की ओर से सैनिटाइजर, मास्क, थर्मल स्कैनर इत्यादि सभी उपकरण पहुंच गए हैं.
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