पटना: कोरोना वायरस का संक्रमण अपने पांव तेजी से पसार रहा है. संक्रमितों की संख्या में रोजाना बढ़ोतरी होती जा रही है. हर सेक्टर में इसका प्रभाव देखने को मिल रहा है. लेकिन बैंकिंग सेक्टर लॉकडाउन में भी लगातार कार्यरत हैं.
बड़ी संख्या में बैंक कर्मी कोरोना पॉजिटिव
इन हालातों में बड़ी संख्या में बैंक कर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. फिर भी बैंकिंग का काम रुका नहीं है. बात करें अगर स्टेट बैंक की तो पटना जोन में बैंक के करीब 300 ब्रांच है. इनमें 3000 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं. लगभग 300 कर्मचारी कोरोना वायरस से संक्रमित हुए. इनमें 5 लोगों की मौत हो गई.
बैंक ऑफ इंडिया के 75 कर्मी संक्रमित
बैंक ऑफ इंडिया के पटना जोन में 124 ब्रांच हैं. इनमें कुल 54 कर्मी कोरोना संक्रमित हुए और तीन कर्मियों की मौत हुई. वहीं यूनियन बैंक के कुल 260 ब्रांच हैं. इनमें 1500 से अधिक कर्मी कार्यरत हैं. 75 कर्मी कोरोना संक्रमित हुए और 1 की मौत हुई.
इंडियन बैंक के 236 लोग कोरोना पॉजिटिव
इसके अलावा इंडियन बैंक की कोरोना रिपोर्ट कार्ड पर नजर डाले तो बैंक के कुल 470 ब्रांच है. इन ब्रांचों में 25 सौ से अधिक कर्मी कार्य करते हैं. इन कर्मियों में 236 लोग कोरोना पॉजिटिव हुए. वहीं संक्रमित मरीजों में 1 कर्मी की मौत हुई.
बैंकिंग का काम जारी
हालांकि इतनी संख्या में बैंक कर्मियों के पॉजिटिव होने के बाद भी बैंकिंग का काम जारी है. बैंक की ओर से हरसंभव कोशिश की जा रही है कि ग्राहकों को कोई समस्या न हो सकें. आई बॉक के अध्यक्ष ठाकुर अरुण कुमार सिन्हा ने बताया कि बैंक कर्मी कम होने के कारण जो कर्मी कार्य कर रहे हैं उनका वर्क लोड बड़ गया है. इसके बाद भी लोगों को समस्या नहीं होने दी जा रही है.
बैंक काफी महत्वपूर्ण-आई बॉक अध्यक्ष
अध्यक्ष अरुण कुमार सिन्हा ने कहा कि इस विपदा की घड़ी में हमारा कर्तव्य है कि लोगों की अधिक से अधिक मदद की जाए. हम समझते हैं कि बैंक काफी महत्वपूर्ण है. इसलिए हम कोशिश करते हैं कि लोग ब्रांच में कम आए और अपना ज्यादातर काम ऑनलाइन कर ले.
लगातार काम कर रहे बैंक कर्मी
अध्यक्ष ने कहा कि जिन लोगों को ऑनलाइन कामों में समस्या है वह ब्रांच आते हैं. ऐसे में हमारी कोशिश होती है कि उनका काम जल्द से जल्द करवा दिया जाए, ताकि वे जल्दी घर लौट सके. संक्रमण बढ़ने से कर्मियों में डर तो है, लेकिन लोगों को समस्या ना हो इसके लिए लगातार काम कर रहे हैं.