पटनाः बिहार में कोरोना संक्रमण की रफ्तार (Corona Infection In Bihar) को देखते हुए न्यू इयर के सेलिब्रेशन पर ग्रहण लग गया है. कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए 31 दिसंबर से 2 जनवरी तक बिहार के तमाम पार्क, उद्यान और जू को सरकार ने एहतियातन बंद कर दिया है. लेकिन पश्चिम चंपारण स्थित बिहार के इकलौते टाइगर रिजर्व में पर्यटकों की आवाजाही पर कोई रोक नहीं है. लेकिन 1 जनवरी को वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में पिकनिक पर रोक (Ban on picnic in Valmiki Tiger Reserve) लगा दी गई है.
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वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में इस बार रिकॉर्ड पर्यटक पर्यटन का आनंद ले चुके हैं. वहां पहुंचने के लिए पटना और बेतिया के लिए विशेष बसें चलाई जा रही है. पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए टूर पैकेज के तौर पर निश्चित राशि देने पर ना सिर्फ ठहरने और घूमने बल्कि नाश्ता और खाने का भी इंतजाम किया गया है. यही वजह है कि वहां के तमाम कॉटेज फुल हैं और पर्यटकों की आवाजाही पर कोई रोक नहीं है. वहां जंगल सफारी के साथ प्राकृतिक वातावरण का मजा लेने लोग पहुंच रहे हैं.
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भीड़ को देखते हुए वीटीआर प्रशासन ने 1 जनवरी को वहां पिकनिक मनाने पर रोक लगा दी है ताकि एक जगह भीड़ जमा ना हो और कोरोना गाइडलाइंस का पालन किया जा सके. लेकिन जब बिहार में तमाम पार्क, उद्यान और जू एहतियातन बंद कर दिए गए हैं तो वाल्मिकी टाइगर रिजर्व को बंद क्यों नहीं किया गया.
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ईटीवी भारत की टीम ने इस बारे में वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह से बात की है. उन्होंने ईटीवी भारत को बताया कि वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में घूमने जाने वाले पर्यटकों को कहीं भी एक जगह इकट्ठा होने की जरूरत नहीं होती है. वहां पर्यटक अलग अलग गाड़ियों में अलग अलग घूमते हैं. वहां पर्यटकों के एक ही जगह जमा होने की कोई गुंजाइश नहीं है. इसीलिए फिलहाल वीटीआर में पर्यटकों की आवाजाही पर कोई रोक नहीं लगाई गई है.
यहां पार्क एरिया को जरूर बंद किया गया है लेकिन पर्यावरण विभाग की तरफ से चलाए जा रहे तीन दिवसीय और दो दिवसीय टूर पैकेज की बुकिंग 31 दिसंबर से 3 जनवरी तक फुल है. वीटीआर के तमाम होटल के कमरे भी बुक हैं. वीटीआर के निदेशक हेमकांत राय ने बताया कि कोरोना गाइडलाइन के तहत पर्यटकों को वीटीआर की सैर कराई जा रही है.यहां मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य है.
दो दिवसीय पैकेज में पर्यटकों को जंगल सफारी के अलावा साइकिल सफारी, गंडक में बोटिंग, गंडक बराज और वाल्मीकि आश्रम की सैर करायी जाएगी. उन्होंने आगे बताया कि 2 जनवरी तक एहतियातन इको पार्क को लेकर जिला और सांस्कृतिक कार्यक्रम को बंद किया गया है. जंगल सफारी के दौरान गाड़ी में 6 की जगह 4 लोगों को ही बैठने की इजाजत है.
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