पटनासिटी: सिखधर्म के दसवें और अंतिम गुरु दशमेश पिता श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज (Shri Guru Gobind Singh Ji Maharaj) की जन्म स्थली तखत श्री हरमंदिर जी पटना साहिब गुरुद्वारा में कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी बलदेव सिंह को पंजप्यारे के समक्ष पदभार ग्रहण करवाया गया. ज्ञानी बलदेव सिंह को सर्वसम्मति से उन्हें तख्त साहिब का कार्यकारी जत्थेदार बनाया गया.
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गौरतलब है कि 56 वर्षीय सिंह साहिब बलदेव सिंह को पंजप्यारे के समक्ष पदभार ग्रहण करवाया गया. वही तख्त साहिब प्रबंधक कमेटी के महासचिव सरदार इंदरजीत सिंह ने कहा कि निर्वतमान जत्थेदार ज्ञानी रणजीत सिंह गौहरे मस्कीन को पाँच करोड़ रुपये के समान दान विवाद मामले में पंजप्यारे उन्हें तनखैया घोषित कर दिया है. उस परिस्थितियों में पंजप्यारे और प्रबंधक कमिटी ने 38 सालों से गुरुघर में सेवा दे रहे हैं ज्ञानी बलदेव सिंह को सर्वसम्मति से उन्हें तख्त साहिब का कार्यकारी जत्थेदार बनाया गया.
"निर्वतमान जत्थेदार ज्ञानी रणजीत सिंह गौहरे मस्कीन को पाँच करोड़ रुपये के समान दान विवाद मामले में पंजप्यारे उन्हें तनखैया घोषित कर दिया है. उस परिस्थितियों में पंजप्यारे और प्रवंधक कमिटी ने 38 सालों से गुरुघर में सेवा दे रहे हैं ज्ञानी बलदेव सिंह को सर्वसम्मति से उन्हें तख्त साहिब का कार्यकारी जत्थेदार बनाया गया है " - सरदार इंद्रजीत सिंह, महासचिव, पटना साहिब प्रवन्धक कमिटी
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