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अब किसी भी तरह के खाद्य पदार्थ बेचने वालों को लेना होगा लाइसेंस - FSSI Standards Licensing Process Started

राज्य सरकार बड़े पैमाने पर एफएसएसएआई मानकों के लाइसेंस देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इसे लेकर विभाग कार्रवाई कर रहा है. शनिवार के भी कैंप लगाकर दुकानदारों को लाइसेंस दिया गया.

FSSAI license
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Published : Jan 18, 2020, 10:21 PM IST

पटना: राजधानी में अब किसी भी तरह के खाद्य पदार्थ को बेचने के लिए लाइसेंस लेना होगा. इसके मद्देनजर विभाग कैंप लगाकर दुकानदारों को लाइसेंस दे रहा है. शनिवार को पटना के गार्डिनर रोड अस्पताल में फूड इंस्पेक्टर अजय कुमार की देखरेख में कई दुकानदारों को लाइसेंस दिया गया. राज्य सरकार लगातार वैसे दुकानों के सर्वे भी करवा रही है, जो बिना लाइसेंस के खाद्य पदार्थ बेच रहे हैं. ऐसे दुकानों को लाइसेंस लेने के लिए बाध्य किया जाएगा, जिससे मिलावटी या गलत खाद्य पदार्थ की बिक्री रोकी जा सके.

पटना में 10 हजार दुकानदारों को लाइसेंस
फूड इंस्पेक्टर अजय कुमार ने कहा कि दुकानदार किसी भी तरह के हों, अगर वो खाद्य पदार्थ बेचते हैं तो उन्हें ये लाइसेंस लेना ही होगा. अभी तक पटना में 10 हजार ऐसे दुकानदार हैं जिन्हें लाइसेंस दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि चाहे वह फुटपाथ पर ही कोई खाद्य पदार्थ बेच रहा हो, उसे भी लाइसेंस लेना ही पड़ेगा. उसके लिए भी अभियान चलाकर हम काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम ये चाहते हैं कि उपभोक्ता को सही सामान मिले. लाइसेंस जारी करने के बाद दुकानदार मिलावटी खाद्य पदार्थ बेचने से भी डरेंगे.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

एफएसएसएआई मानकों के लाइसेंस देने की प्रक्रिया शुरू
राज्य सरकार बड़े पैमाने पर एफएसएसएआई मानकों के लाइसेंस देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इसे लेकर विभाग कार्रवाई कर रहा है. शनिवार के भी कैंप लगाकर दुकानदारों को लाइसेंस दिया गया. विभाग का दावा है कि बहुत जल्द जितने भी रजिस्टर्ड दुकान हैं, सबको लाइसेंस दे दिए जाएंगे. इसके लिए छोटे दुकानदारों के लाइसेंस के लिए एक साल का 2000 रुपये देना होगा. बड़े दुकानदार को 3000 रुपये, जो दुकान खाद्य पदार्थ बनाते हैं उन्हें सालाना 5000 रुपये का भुगतान करना होगा.

पटना: राजधानी में अब किसी भी तरह के खाद्य पदार्थ को बेचने के लिए लाइसेंस लेना होगा. इसके मद्देनजर विभाग कैंप लगाकर दुकानदारों को लाइसेंस दे रहा है. शनिवार को पटना के गार्डिनर रोड अस्पताल में फूड इंस्पेक्टर अजय कुमार की देखरेख में कई दुकानदारों को लाइसेंस दिया गया. राज्य सरकार लगातार वैसे दुकानों के सर्वे भी करवा रही है, जो बिना लाइसेंस के खाद्य पदार्थ बेच रहे हैं. ऐसे दुकानों को लाइसेंस लेने के लिए बाध्य किया जाएगा, जिससे मिलावटी या गलत खाद्य पदार्थ की बिक्री रोकी जा सके.

पटना में 10 हजार दुकानदारों को लाइसेंस
फूड इंस्पेक्टर अजय कुमार ने कहा कि दुकानदार किसी भी तरह के हों, अगर वो खाद्य पदार्थ बेचते हैं तो उन्हें ये लाइसेंस लेना ही होगा. अभी तक पटना में 10 हजार ऐसे दुकानदार हैं जिन्हें लाइसेंस दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि चाहे वह फुटपाथ पर ही कोई खाद्य पदार्थ बेच रहा हो, उसे भी लाइसेंस लेना ही पड़ेगा. उसके लिए भी अभियान चलाकर हम काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम ये चाहते हैं कि उपभोक्ता को सही सामान मिले. लाइसेंस जारी करने के बाद दुकानदार मिलावटी खाद्य पदार्थ बेचने से भी डरेंगे.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

एफएसएसएआई मानकों के लाइसेंस देने की प्रक्रिया शुरू
राज्य सरकार बड़े पैमाने पर एफएसएसएआई मानकों के लाइसेंस देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इसे लेकर विभाग कार्रवाई कर रहा है. शनिवार के भी कैंप लगाकर दुकानदारों को लाइसेंस दिया गया. विभाग का दावा है कि बहुत जल्द जितने भी रजिस्टर्ड दुकान हैं, सबको लाइसेंस दे दिए जाएंगे. इसके लिए छोटे दुकानदारों के लाइसेंस के लिए एक साल का 2000 रुपये देना होगा. बड़े दुकानदार को 3000 रुपये, जो दुकान खाद्य पदार्थ बनाते हैं उन्हें सालाना 5000 रुपये का भुगतान करना होगा.

Intro:एंकर राजधानी पटना में अब किसी भी तरह के खाद्य पदार्थ को बेचने के लिए लाइसेंस लेना होगा बिभाग इसको लेकर कैम्प लगाकर दुकानदारों को लाइसेंस दे रही है आज पटना के गार्डिनर रोड अस्पताल में फ़ूड इंस्पेक्टर अजय कुमार के देखरेख में कई दुकानदारों को लाइसेंस दिया गया राज्य सरकार लगातार वैसे दुकान का सर्वे भी करवा रही है जो बिना लाइसेंस के खाद्य पदार्थ बेच रहे हैं निश्चित तौर पर उसे लाइसेंस लेने को बाध्य किया जाएगा जिससे मिलावटी या गलत खाद्य पदार्थ की बिक्री रुके


Body:फ़ूड इस्पेक्टर अजय कुमार ने कहा कि दुकानदार किसी भी तरह को हों अगर वो खाद्य पदार्थ बेचते हैं तो उन्हें ये लाइसेंस लेना ही होगा अभी तक पटना में 10 हजार ऐसे दुकानदार है जिन्हें लाइसेंस दिया जा रहा है साथ ही उन्होंने कहा कि चाहे वह फुटपाथ पर ही कोईं खाद्य पदार्थ बेच रहा हो उसे भी लाइसेंस लेना पड़ेगा उसके लिए भी अभियान चलाकर हम काम कर रहे हैं निश्चित तौर पर हम ये चाहते हैं कि उपभोक्ता को सही समान मिले कहीं से कोई मिलावटी पदार्थ नही बेच जाय निश्चित तौर पर लाइसेंस को निर्गत करने के बाद दुकानदार मिलावटी खाद्य पदार्थ बेचने से भी डरेंगे


Conclusion:निश्चित तौर पर राज्य सरकार के द्वारा बड़े पैमाने पर एफ एस एस आई मानक के लाइसेंस देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और इसको लेकर विभाग कार्रवाई भी कर रही है आज जिस तरह से कैंप लगाकर के दुकानदारों को लाइसेंस किया गया विभाग का दावा है कि बहुत जल्द जितनी भी दुकान रजिस्टर्ड है हमारे डाटा में सबको खाद्य पदार्थ बेचने के लाइसेंस देंगे साथ ही विभाग ने इसको लेकर जो राशि रखी है वह जो छोटे दुकानदार हैंउन्हें लाइसेंस के लिए एक साल का 2000 रुपये देना होगा एक साल के लाइसेंस के लिए उससे बड़े दुकानदार को ₹3000 रुपये देने होगा और जो खाद्य पदार्थ का निर्माण करते हैं ₹5000 सालाना भुगतान करना होगा बिभाग इसको लेकर बड़े पैमाने पर अभियान चला रखा है बाइट अजय कुमार फ़ूड इंस्पेक्टर पटना
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