नालंदा: नालंदा महिला कॉलेज की सैंकड़ो छात्राओं ने नामांकन को लेकर मैनेजमेंट पर भेदभाव का आरोप लगाया है. छात्रों का कहना है कि तीन महीने से चक्कर लगाने के बाद भी नामांकन नहीं हो सका है. जिसके चलते उन्हें काफी परेशानियां का सामना करना पड़ रहा हैं.
![नालंदा](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/4021944_nalanda-2.jpg)
छात्राओं ने बताया कि वह पिछले 3 महीने से इस कॉलेज के चक्कर काट-काट के थक चुकी हैं, लेकिन कॉलेज प्रबंधन द्वारा नामांकन करने के नाम पर उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है. छात्राओं ने बताया कि कॉलेज प्रबंधन नामांकन को लेकर आज कल का हवाला देते हुए बहाने बना रहा है. जिससे उनका भविष्य अंधेरे में दिख रहा है.
छात्रा ने कर ली थी खुदकुशी
नामांकन कराने आई छात्राओं ने बताया कि पिछले दिनों नामांकन नहीं होने के कारण अंजली कुमारी नाम की छात्रा बहुत परेशान चल रही थी. वह पढ़ना चाहती थी लेकिन नामांकन नहीं मिला. तो उसने जहर खाकर खुदकुशी कर ली. उसके बावजूद प्रबंधन पर इसका कोई फर्क नहीं पड़ा.
क्या बोले जिलाधिकारी
वहीं जिलाधिकारी ने इस मामले में कहा कि इसके लिए शिक्षा पदाधिकारी को निर्देशित किया गया है. अगर ऑनलाइन सिस्टम में किसी भी तरह की कोई समस्या आ रही है, तो उसको दिखवाया जाएगा. इस परेशानी को अविलंब दूर कराया जाएगा.