नालंदा: बिहार के लिए जून का महीना मौत का महीना साबित हो रहा है. एक तरफ चमकी बुखार बच्चों पर कहर बनकर टूट रहा है तो दूसरी तरफ लू के थपेड़ों से कई लोगों ने दम तोड़ दिया है. जिले में अब तक लू की चपेट में आने से 17 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 57 मरीजों को बेहतर इलाज के लिए पावापुरी मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है. ये मरीज नवादा और नालंदा जिला के हैं.
58 मरीज अस्पताल में भर्ती
डाक्टरों के मुताबिक पावापुरी मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान 4 लोगों ने दम तोड़ दिया. जबकि दो अन्य लोगों की मौत रास्ते में अस्पताल आने के दौरान हो गई. सरकारी आंकड़ों के अनुसार अब तक नालंदा में 58 मरीजों का दाखिला पावापुरी मेडिकल कॉलेज में कराया जा चुका है. जिसमें 6 मरीजों की मौत केवल पावापुरी मेडिकल कॉलेज में हो चुकी है. इसमें कई मरीज नवादा जिले के हैं.
हड़ताल के कारण हो रही परेशानी
इधर, डॉक्टरों की हड़ताल के कारण भी मरीजों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ी. हालांकि हड़ताल के बावजूद पावापुरी मेडिकल कॉलेज में इमरजेंसी सेवाएं चालू रखी गई थी. इस बारे में कॉलेज सुपरिटेंडेंट ज्ञान भूषण ने बताया कि हमारे यहां लू के मरीजों के लिए व्यापक व्यवस्थाएं की गई हैं. किसी भी मरीज को किसी तरह की समस्या नहीं हो रही है.
17 लोगों की मौत की पुष्टि
जिले में लू से लगातार मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है. नालंदा में अब तक 17 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. साथ ही 13 अभी भी सदर अस्पताल में भर्ती हैं. इस दौरान गंभीर अवस्था वाले मरीजों को बेहतर इलाज के लिए नालन्दा के पावापुरी मेडिकल कॉलेज भेजा जा रहा है.