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पहले बाढ़ अब बारिश ने तोड़ी किसानों की कमर, सब्जी के खेतों में भरा पानी

मुजफ्फरपुर में लगातार हो रही बारिश ने किसानों की मुसीबतें बढ़ा दी है. कांटी और मीनापुर प्रखंड के कई इलाकों में हजारों हेक्टेयर में लगी सब्जी की फसलें पानी की वजह से बर्बाद हो गई हैं. पढ़िए पूरी खबर..

Rain in Muzaffarpur
Rain in Muzaffarpur
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Published : Aug 17, 2021, 12:56 PM IST

मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर में हो रही बारिश (Rain in Muzaffarpur) के कारण पूरा शहर पानी-पानी हो गया है. अधिकांश सड़कों पर जलजमाव (Water logging) की स्थिति बन गई है. कुदरत की मार झेल रहे मुजफ्फरपुर के अन्नदाताओं की मुश्किलें भी कम होने का नाम नहीं ले रही है. बाढ़ से हुए फसल के नुकसान के सदमे से किसान अभी उबर भी नहीं पाए थे. वहीं पिछले एक सप्ताह से हो रही भारी बारिश ने किसानों की मुश्किल और बढ़ा दी है.

यह भी पढ़ें- मुजफ्फरपुर: भारी बारिश से नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी, DM ने गंडक नदी के तटबंध का किया निरीक्षण

ऊपरी इलाकों में लगी सब्जियों की खेती भी अब पानी की वजह से बर्बाद होने के कगार पर हैं. लगातार हो रही बारिश से हालात एक बार फिर बाढ़ जैसे हो गए हैं. सब्जियों से लदे खेत पानी से लबालब भर चुके हैं. किसानों को अपनी जमा पूंजी डूबने का डर सताने लगा है.

देखें वीडियो

मुजफ्फरपुर से सटे कांटी और मीनापुर प्रखंड के कई इलाकों में हजारों हेक्टेयर में सब्जी की फसलें लगी हुई हैं. लेकिन बारिश की वजह से सब्जियां बर्बार हो रही हैं. ऐसे में किसान पानी में डूबे हुए खेतो से किसी तरह बची खुची सब्जियों को निकालने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं.

बारिश की वजह से बैंगन, भिंडी, लौकी, कद्दू, करेला, बरबटी, मिर्च,और खीरा की खेती सबसे अधिक प्रभावित हुई हैं. लगातार हो रही बारिश और खेतो में जलजमाव की वजह से ये सारी सब्जियां सड़ने लगीं हैं. किसानों की मानें तो बारिश के थमने और धूप निकलने के बाद अब अधिकांश सब्जियां सूख जाएंगी.

अपनी सारी जमा पूंजी अन्नदाताओं ने खेतों में लगा दी थी. ऐसे में अब किसानों को आमदनी का जरिया खत्म होता दिखाई दे रहा है. किसानों की माने तो अत्यधिक बारिश की वजह से इन सब्जियों की बेल सुख रही है. जिसके चलते सब्जियों की फसल पूरी तरह से खराब हो रही है. बारिश से हालत यह है कि लागत भी निकालना मुश्किल है.

जिले के ऊंचे जमीनी हिस्से में लगी 85 फीसदी से अधिक सब्जियों की खेती को पानी से नुकसान हुआ है. इस कारण सब्जियों की खेती करने वाले किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें उभर आई हैं. कांटी के सबसे बड़े सब्जी उत्पादक इलाके के रूप में मशहूर गोसाईपुर में बारिश से सबसे अधिक सब्जियों की खेती प्रभावित हुई है.

इस बार हमें भरपुर क्षति हुई है. कद्दू, करेला, बैंगन सब बह गया. वार्ड 11 पानी से प्रभावत है. कोई प्रशासन का नुमाइंदा देखने के लिए भी नहीं आया है. रहने में भी हमें कठिनाई हो रही है.- उमेश सहनी, किसान एवं पूर्व पार्षद, कांटी नगर परिषद

गोसाईपुर में किसानों ने काफी मेहनत से सब्जियों की फसलों की खेती की थी लेकिन बिगड़े मौसम और लगातार हो रही बारिश ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया है. किसान अब सब्जियों को बचाने के लिए संघर्ष कर रहें है लेकिन पानी की वजह से अधिकांश सब्जियों की फसल नष्ट होने लगी है.

सब्जी पानी बर्दाश्त नहीं कर पा रहा जिसके कारण पेड़ पौधे सब गल रहे हैं. पानी खेत में जमा होने के कारण समस्या बढ़ गई है. पानी निकलने का रास्ता ही नहीं है.- विजय सहनी, किसान,गोसाई टोला, कांटी

गोसाई टोला के विजय साहनी ने करीब एक लाख की पूंजी लगाकर डेढ़ एकड़ में कद्दू ,खीरा और हरी मिर्च की खेती की थी. जिससे उनको अच्छी आमदनी हो रही थी,लेकिन अब बारिश ने सब कुछ तबाह कर दिया है. खेतो में बने मचान पर लदी कद्दू और खीरा की फसल नष्ट होने लगी है. वहीं बारिश से इस बार भिंडी की फसल भी पानी में डूब गई है.

बारिश के कारण सब्जी की खेती बर्बाद हो गई है. पानी हटते ही फसल सुख जाएगा. हमारी आमदनी का जरिया खत्म हो चुका है.- संतोष कुमार, किसान, गोसाई टोला, कांटी

विजय सब्जियों की खेती से दो लाख रुपए कमा लेते थे लेकिन अब लागत निकालना भी मुश्किल होगा. सब्जियों की खेती से परिवार का खर्च चलता है. विजय के अनुसार अब परिवार का खर्च चलाना मुश्किल हो जाएगा. बहरहाल सब्जियों के इस तरह बर्बाद होने का असर किसानों के चेहरे पर साफ नजर आ रहा है.

यह भी पढ़ें- बारिश के बाद मुजफ्फरपुर शहर 'पानी-पानी', अस्पताल तक जलमग्न

यह भी पढ़ें- Muzaffarpur: लगातार हो रही भारी बारिश से नदियों के जलस्तर में वृद्धि

मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर में हो रही बारिश (Rain in Muzaffarpur) के कारण पूरा शहर पानी-पानी हो गया है. अधिकांश सड़कों पर जलजमाव (Water logging) की स्थिति बन गई है. कुदरत की मार झेल रहे मुजफ्फरपुर के अन्नदाताओं की मुश्किलें भी कम होने का नाम नहीं ले रही है. बाढ़ से हुए फसल के नुकसान के सदमे से किसान अभी उबर भी नहीं पाए थे. वहीं पिछले एक सप्ताह से हो रही भारी बारिश ने किसानों की मुश्किल और बढ़ा दी है.

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ऊपरी इलाकों में लगी सब्जियों की खेती भी अब पानी की वजह से बर्बाद होने के कगार पर हैं. लगातार हो रही बारिश से हालात एक बार फिर बाढ़ जैसे हो गए हैं. सब्जियों से लदे खेत पानी से लबालब भर चुके हैं. किसानों को अपनी जमा पूंजी डूबने का डर सताने लगा है.

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मुजफ्फरपुर से सटे कांटी और मीनापुर प्रखंड के कई इलाकों में हजारों हेक्टेयर में सब्जी की फसलें लगी हुई हैं. लेकिन बारिश की वजह से सब्जियां बर्बार हो रही हैं. ऐसे में किसान पानी में डूबे हुए खेतो से किसी तरह बची खुची सब्जियों को निकालने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं.

बारिश की वजह से बैंगन, भिंडी, लौकी, कद्दू, करेला, बरबटी, मिर्च,और खीरा की खेती सबसे अधिक प्रभावित हुई हैं. लगातार हो रही बारिश और खेतो में जलजमाव की वजह से ये सारी सब्जियां सड़ने लगीं हैं. किसानों की मानें तो बारिश के थमने और धूप निकलने के बाद अब अधिकांश सब्जियां सूख जाएंगी.

अपनी सारी जमा पूंजी अन्नदाताओं ने खेतों में लगा दी थी. ऐसे में अब किसानों को आमदनी का जरिया खत्म होता दिखाई दे रहा है. किसानों की माने तो अत्यधिक बारिश की वजह से इन सब्जियों की बेल सुख रही है. जिसके चलते सब्जियों की फसल पूरी तरह से खराब हो रही है. बारिश से हालत यह है कि लागत भी निकालना मुश्किल है.

जिले के ऊंचे जमीनी हिस्से में लगी 85 फीसदी से अधिक सब्जियों की खेती को पानी से नुकसान हुआ है. इस कारण सब्जियों की खेती करने वाले किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें उभर आई हैं. कांटी के सबसे बड़े सब्जी उत्पादक इलाके के रूप में मशहूर गोसाईपुर में बारिश से सबसे अधिक सब्जियों की खेती प्रभावित हुई है.

इस बार हमें भरपुर क्षति हुई है. कद्दू, करेला, बैंगन सब बह गया. वार्ड 11 पानी से प्रभावत है. कोई प्रशासन का नुमाइंदा देखने के लिए भी नहीं आया है. रहने में भी हमें कठिनाई हो रही है.- उमेश सहनी, किसान एवं पूर्व पार्षद, कांटी नगर परिषद

गोसाईपुर में किसानों ने काफी मेहनत से सब्जियों की फसलों की खेती की थी लेकिन बिगड़े मौसम और लगातार हो रही बारिश ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया है. किसान अब सब्जियों को बचाने के लिए संघर्ष कर रहें है लेकिन पानी की वजह से अधिकांश सब्जियों की फसल नष्ट होने लगी है.

सब्जी पानी बर्दाश्त नहीं कर पा रहा जिसके कारण पेड़ पौधे सब गल रहे हैं. पानी खेत में जमा होने के कारण समस्या बढ़ गई है. पानी निकलने का रास्ता ही नहीं है.- विजय सहनी, किसान,गोसाई टोला, कांटी

गोसाई टोला के विजय साहनी ने करीब एक लाख की पूंजी लगाकर डेढ़ एकड़ में कद्दू ,खीरा और हरी मिर्च की खेती की थी. जिससे उनको अच्छी आमदनी हो रही थी,लेकिन अब बारिश ने सब कुछ तबाह कर दिया है. खेतो में बने मचान पर लदी कद्दू और खीरा की फसल नष्ट होने लगी है. वहीं बारिश से इस बार भिंडी की फसल भी पानी में डूब गई है.

बारिश के कारण सब्जी की खेती बर्बाद हो गई है. पानी हटते ही फसल सुख जाएगा. हमारी आमदनी का जरिया खत्म हो चुका है.- संतोष कुमार, किसान, गोसाई टोला, कांटी

विजय सब्जियों की खेती से दो लाख रुपए कमा लेते थे लेकिन अब लागत निकालना भी मुश्किल होगा. सब्जियों की खेती से परिवार का खर्च चलता है. विजय के अनुसार अब परिवार का खर्च चलाना मुश्किल हो जाएगा. बहरहाल सब्जियों के इस तरह बर्बाद होने का असर किसानों के चेहरे पर साफ नजर आ रहा है.

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