मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में पीएनबी से करीब 5 करोड़ रुपये के साइबर फ्रॉड मामले की जांच के लिए ईडी की टीम पहुंची (ED Investigation In Muzaffarpur Cyber Fraud Case) हैं. इस मामले की जांच कर रहे नगर थाने के दारोगा ओमप्रकाश से ईडी के अधिकारियों ने मिलकर रिटायर प्रोफेसर मीना कुमारी के खाते से 1.07 करोड़ और रिटायर बीएसएनएल कर्मी रामदेव राम के खाते से 22.4 लाख रुपये की फर्जी निकासी में चिह्नित 15 आरोपियों का ब्योरा लिया है.
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आरोपियों का ब्योरा देने के लिए अतिरिक्त समय की मांग: बता दें कि, केस आईओ ने आरोपियों के संबंध में अधूरे कागजात ही ED (Enforcement Directorate) को सौंपा है. पूरा ब्योरा देने के लिए पुलिस ने ईडी के अधिकारी से समय मांगा है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) संपत्ति निरुपण पीएमएलए (Prevention of Money Laundering Act) के तहत फ्रॉड से अर्जित आरोपियो की अवैध संपत्ति की जांच कर रही है. नगर थाने के अलावा सदर और काजी मोहम्मदपुर पुलिस से भी ईडी के अधिकारियों ने संपर्क किया लेकिन इन दोनों थानों की पुलिस ने अबतक जिले के साइंस कॉलेज के प्रोफेसर. ज्योति नारायण सिंह और पीएमसीएच के डॉक्टर के खाते से 50 लाख रुपये की फर्जी निकासी मामले में FIR के आगे कोई कार्रवाई नहीं होने की जानकारी दी. नगर थानेदार अनिल कुमार ने बताया कि ईडी की टीम आयी और संबंधित केस के आईओ ने उन्हें जरूरी कागजात सौंपा है और हमारे तरफ से हर संभव मदद की जाएगी.
PNB से 5 करोड़ रुपये के साइबर फ्रॉड मामले की जांच: दरअसल, 14 अगस्त 2021 को नगर थाना में लाखों रुपये फ्रॉड केस में जांच करने के दौरान पुलिस ने इस करोड़ो रूपये की साइबर फ्रॉड का खुलासा किया था. जिले के सदर थाना क्षेत्र के गोबरसही पीएनबी ब्रांच के कैशियर नीतेश कुमार, कोल्हुआ पैगम्बरपुर के जफर इकबाल, मयंक कुमार सिंह, राजेश कुमार सिंह, कुंदन कुमार, मुकेश शर्मा, संतोष आनंद, प्रभात रंजन, बीएसएनएल कर्मी आरके पाठक, मो. वजफ, समीर दास, मो. सइद उर्फ मो. शाहिद, मो. साहिल, मो. सादिक, दिलीप मंडल और अन्य के खिलाफ पीएमएलए के तहत जांच की जा रही है.
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मुजफ्फरपुर में साइबर फ्रॉड का खुलासा: इस मामले में नगर डीएसपी राम नरेश पासवान ने कहा कि, करोड़ों रुपए के साइबर फ्रॉड का खुलासा पुलिस ने किया था उसी केस के सिलसिले में जांच के लिए ईडी की टीम मुजफ्फरपुर पहुंची है और दो तीन दिन यहां रूक कर साक्ष्य इकट्ठा करेगी. केस से संबंधित थाना के जांच अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि जो भी जरूरी कागजात और जांच की रिपोर्ट को उन्हें शेयर की जाए. ताकि इस पूरे प्रकरण में शामिल अन्य शातिरों को भी दबोचा जा सके. हमारी पुलिस टीम की साइबर फ्रॉड केस में ये बहुत बड़ी उपलब्धि रही है. कोई भी जांच टीम आएगी उसे हर संभव मदद मिलेगी.
अंतरराज्यीय गिरोह का हुआ था भंडाफोड़: बताते चलें कि बीते 14 अगस्त 2021 को एसएसपी जयंतकांत ने पीएनबी में हुए बड़े साइबर फ्रॉड केस का उद्भेदन किया था. इसमे 11.24 लाख कैश, 12 मोबाइल, 12 पासबुक, तीन लैपटॉप, एक कार, 20 आधार कार्ड, सात पैन कार्ड और पॉश मशीन बरामद किया था. साथ ही 22 घोस्ट खाता में 82 लाख 43 हजार 6215 रुपये फ्रिज कराए थे. यह कार्रवाई बीएसएनएल के रिटायर्ड कर्मी रामदेव राम के खाता से 22 लाख 40 हजार का फ्रॉड होने पर नगर थाना में दर्ज केस में किया गया था. पूरे प्रकरण में एसएसपी ने कहा था कि अब तक तीन करोड़ से अधिक का फ्रॉड का पता चला है लेकिन जांच में यह राशि पांच करोड़ से अधिक हो जायेगी. उसके बाद जांच शुरू हुई थी. परत दर परत खुलासा होते गया. जिसमें पांच करोड़ के फर्जीवाड़े की रिपोर्ट एसएसपी ने मुख्यालय भेजी थी. इसमे अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ हुआ था.
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