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मधुबनीः मिट्टी खोदने के दौरान मिली सात सौ साल पुरानी ग्रेनाइट पत्थर से निर्मित देवी-देवताओं की मूर्ति - मिट्टी खोदने के दौरान मिली मूर्ती

मिट्टी खोदने के दौरान करीब सात सौ वर्ष पुरानी ग्रेनाइट पत्थर से निर्मित अलग-अलग दो टुकड़े में देवी देवताओं की मूर्ति मिली है. लोगों ने मूर्ती को स्थापित कर उसकी पूजा करनी शुरू कर दी है.

patna
मिट्टी खोदने के दौरान माली सात सौ साल पुरानी मूर्ति
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Published : May 27, 2021, 2:37 AM IST

Updated : May 27, 2021, 5:22 AM IST

मधुबनीः जिले के कुमरखत में मिट्टी खोदने के दौरान करीब सात सौ साल पुरनी ग्रेनाइट पत्थर से निर्मित देवी-देवताओं की मूर्ति मिली है. ये मूर्ती अलग अलग दो टुकड़े में मिली है. मूर्ती करीब साढ़े तीन फीट की है जो ग्रेनाइट पत्थर से बनी है. भगवान विष्णु की इस मूर्ति के दो भाग हैं जिसमें बाये भाग में मां लक्ष्मी और दाये भाग मां सरस्वती जी है. वहीं दूसरी मूर्ती करीब दो फीट की है जो भगवान शिव एवं गणेश जी की मूर्ति है.

इसे भी पढ़ेंः मिट्टी खुदाई के दौरान मिली भगवान विष्णु की प्रतिमा, पूजा करने के लिए जुटे लोग

खुदाई के दौरान माली मूर्ती
प्रखंड के कुमरखत गांव स्थित डीहवार स्थान परिसर में खुदाई के दौरान यह प्राचीन और दुर्लभ भूर्ती मिली है. मूर्ति मिलने की खबर सुनते ही लोग दर्शन भगवान के दर्शन के लिए पड़े. मूर्ति को पीपल पेड़ के नीचे स्थापित कर लोगों ने पूजा अर्चना भी शुरु कर दी है. इत बारे में ग्रामीणों ने बताया कि सैकड़ों वर्ष पूर्व में इस परिसर में मंदिर रहा होगा जो काल क्रम में जमींदोज हो गया होगा.

मिट्टी काटने के समय मूर्ति के कुछ हिस्से टूटे
लोगों ने बताया कि डीहवार स्थान परिसर में जनसहयोग से बाउंड्री करने का काम डब रहा है, जिसको लेकर जेसीबी मशीन से मिट्टी कटाई का काम जारी है. मिट्टी कटाई के दौरान ही लोगों को अवीज सुनाई पड़ी. मिट्टी निकालने के क्रम में अलग अलग दो ग्रेनाइट के पत्थरों के टुकड़े मिले. जिसमें न देवी देवताओं को उकेरा गया था. जेसीबी मशीन से मिट्टी काटने के समय मूर्ति के कुछ हिस्से टूट गए हैं.

डीएम व एसपी को दी गई है जानकारी
इधर महाराजा लक्ष्मेश्वर सिंह संग्रहालय के संग्रहालय अध्यक्ष डॉ. शिव कुमार मिश्र ने बताया कि खुदाई के दौरान मिले पत्थर करीब सात सौ वर्ष पुराना है. दो टूकड़े मिले हैं जिसमें एक करीब साढ़े तीन फीट लंबा जलधरि मकर मुख है. वहीं एक स्तम्भ है, जिसमें देवी देवताओं की मूर्ति उकेरी गई है. उन्होंने कहा कि सात सौ वर्ष पूर्व यहां मंदिर रहा होगा. जो काल क्रम में जमींदोज हो गया. डीएम व एसपी को इस बारे में जाहकारी दी गई है.

मधुबनीः जिले के कुमरखत में मिट्टी खोदने के दौरान करीब सात सौ साल पुरनी ग्रेनाइट पत्थर से निर्मित देवी-देवताओं की मूर्ति मिली है. ये मूर्ती अलग अलग दो टुकड़े में मिली है. मूर्ती करीब साढ़े तीन फीट की है जो ग्रेनाइट पत्थर से बनी है. भगवान विष्णु की इस मूर्ति के दो भाग हैं जिसमें बाये भाग में मां लक्ष्मी और दाये भाग मां सरस्वती जी है. वहीं दूसरी मूर्ती करीब दो फीट की है जो भगवान शिव एवं गणेश जी की मूर्ति है.

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खुदाई के दौरान माली मूर्ती
प्रखंड के कुमरखत गांव स्थित डीहवार स्थान परिसर में खुदाई के दौरान यह प्राचीन और दुर्लभ भूर्ती मिली है. मूर्ति मिलने की खबर सुनते ही लोग दर्शन भगवान के दर्शन के लिए पड़े. मूर्ति को पीपल पेड़ के नीचे स्थापित कर लोगों ने पूजा अर्चना भी शुरु कर दी है. इत बारे में ग्रामीणों ने बताया कि सैकड़ों वर्ष पूर्व में इस परिसर में मंदिर रहा होगा जो काल क्रम में जमींदोज हो गया होगा.

मिट्टी काटने के समय मूर्ति के कुछ हिस्से टूटे
लोगों ने बताया कि डीहवार स्थान परिसर में जनसहयोग से बाउंड्री करने का काम डब रहा है, जिसको लेकर जेसीबी मशीन से मिट्टी कटाई का काम जारी है. मिट्टी कटाई के दौरान ही लोगों को अवीज सुनाई पड़ी. मिट्टी निकालने के क्रम में अलग अलग दो ग्रेनाइट के पत्थरों के टुकड़े मिले. जिसमें न देवी देवताओं को उकेरा गया था. जेसीबी मशीन से मिट्टी काटने के समय मूर्ति के कुछ हिस्से टूट गए हैं.

डीएम व एसपी को दी गई है जानकारी
इधर महाराजा लक्ष्मेश्वर सिंह संग्रहालय के संग्रहालय अध्यक्ष डॉ. शिव कुमार मिश्र ने बताया कि खुदाई के दौरान मिले पत्थर करीब सात सौ वर्ष पुराना है. दो टूकड़े मिले हैं जिसमें एक करीब साढ़े तीन फीट लंबा जलधरि मकर मुख है. वहीं एक स्तम्भ है, जिसमें देवी देवताओं की मूर्ति उकेरी गई है. उन्होंने कहा कि सात सौ वर्ष पूर्व यहां मंदिर रहा होगा. जो काल क्रम में जमींदोज हो गया. डीएम व एसपी को इस बारे में जाहकारी दी गई है.

Last Updated : May 27, 2021, 5:22 AM IST
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