ETV Bharat / city

मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल: 12 से 16 दिसंबर तक होगा आयोजन, 6 देशों के साहित्यकार और कलाकार करेंगे शिरकत

दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के दरबार हॉल में 4 दिवसीय लिटरेचर फेस्टिवल का आयोजन किया जाएगा. इस फेस्टिवल का उद्देश्य आने वाली पीढ़ी को मिथिला के अतीत संस्कृति से अवगत कराना है.

मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल का 12 से 16 दिसंबर तक होगा आयोजन
मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल का 12 से 16 दिसंबर तक होगा आयोजन
author img

By

Published : Nov 22, 2021, 8:20 PM IST

दरभंगा: सेंटर फॉर स्टडीज ऑफ सिस्टम्स एंड ट्रेडिशन्स (CSTS) दिल्ली की ओर से चौथे मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल ( Literature Festival in Madhubani ) का आयोजन किया जाएगा. 12 से 16 दिसंबर तक कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के दरबार हॉल में आयोजन होगा. इस समारोह में भारत समेत 6 देशों अमेरिका, मलेशिया, इंडोनेशिया, नेपाल और भूटान के साहित्यकार और कलाकार शिरकत करेंगे. इस समारोह का उद्घाटन केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान करेंगे. जबकि मुख्य अतिथि भारत में श्रीलंका के राजदूत होंगे.

यह भी पढ़ें- उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने प्रशस्ति पत्र देकर साहित्यकारों को सम्मानित किया

इसको लेकर सोमवार को दरबार हॉल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया. जिसे फेस्टिवल की फाउंडर डॉ. सविता झा खान, संस्कृत विवि के कुलपति प्रो. शशिनाथ झा और ललित नारायण मिथिला विवि के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के निदेशक प्रो. अशोक कुमार मेहता ने संबोधित किया.

मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल का 12 से 16 दिसंबर तक होगा आयोजन

'12 से 16 दिसंबर तक फेस्टिवल का आयोजन कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विवि के दरबार हॉल और ललित नारायण मिथिला विवि के जुबली हॉल में होगा. इसमें मैथिली के अलावा कई भाषाओं के साहित्य, संगीत और पेंटिंग कला समेत कई विधाओं की प्रस्तुति होगी. कार्यक्रम का खास आकर्षण 'वैदेही सीता बियॉन्ड द बॉडी' ( Vaidehi Sita Beyond the Body ) पेंटिंग्स की प्रदर्शनी होगी. इसमें सीता के 150 अवतारों को अलग-अलग चित्रित किया गया है. इन चित्रों को भारत, अमेरिका, मलेशिया, इंडोनेशिया, नेपाल और भूटान के कलाकारों ने बनाया है. वे सभी कलाकार प्रदर्शनी में मौजूद रहेंगे.' -डॉ. सविता झा खान, फाउंडर, मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल

डॉ. सविता झा खान ने बताया कि इस फेस्टिवल में बिहार की उपमुख्यमंत्री रेणु देवी, सामाजिक चिंतक और राजनेता राम माधव, मैथिली की साहित्यकार पद्मश्री उषा किरण खान, लोक गायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी और साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित लेखिका चित्रा मुदगल समेत देश-विदेश के कई नामचीन साहित्यकार और कलाकार शामिल होंगे.

'मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल बहुत बड़ा आयोजन है. यह विवि के दरबार हॉल में होने जा रहा है. यह सरस्वती का मंदिर है और इस तरह के आयोजनों से इसकी सार्थकता बढ़ती है. उत्कृष्ट साहित्य और कला भारतीय संस्कृति की पहचान है, जिसे मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल बढ़ावा दे रहा है. आयोजक संस्था को इसके लिए धन्यवाद.' -प्रो. शशिनाथ झा, कुलपति, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विवि

यह भी पढ़ें- बिहार के गौरव रामधारी सिंह दिनकर, जिन्होंने भरे संसद में नेहरू के खिलाफ पढ़ी थी कविता

ऐसी ही विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

दरभंगा: सेंटर फॉर स्टडीज ऑफ सिस्टम्स एंड ट्रेडिशन्स (CSTS) दिल्ली की ओर से चौथे मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल ( Literature Festival in Madhubani ) का आयोजन किया जाएगा. 12 से 16 दिसंबर तक कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के दरबार हॉल में आयोजन होगा. इस समारोह में भारत समेत 6 देशों अमेरिका, मलेशिया, इंडोनेशिया, नेपाल और भूटान के साहित्यकार और कलाकार शिरकत करेंगे. इस समारोह का उद्घाटन केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान करेंगे. जबकि मुख्य अतिथि भारत में श्रीलंका के राजदूत होंगे.

यह भी पढ़ें- उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने प्रशस्ति पत्र देकर साहित्यकारों को सम्मानित किया

इसको लेकर सोमवार को दरबार हॉल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया. जिसे फेस्टिवल की फाउंडर डॉ. सविता झा खान, संस्कृत विवि के कुलपति प्रो. शशिनाथ झा और ललित नारायण मिथिला विवि के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के निदेशक प्रो. अशोक कुमार मेहता ने संबोधित किया.

मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल का 12 से 16 दिसंबर तक होगा आयोजन

'12 से 16 दिसंबर तक फेस्टिवल का आयोजन कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विवि के दरबार हॉल और ललित नारायण मिथिला विवि के जुबली हॉल में होगा. इसमें मैथिली के अलावा कई भाषाओं के साहित्य, संगीत और पेंटिंग कला समेत कई विधाओं की प्रस्तुति होगी. कार्यक्रम का खास आकर्षण 'वैदेही सीता बियॉन्ड द बॉडी' ( Vaidehi Sita Beyond the Body ) पेंटिंग्स की प्रदर्शनी होगी. इसमें सीता के 150 अवतारों को अलग-अलग चित्रित किया गया है. इन चित्रों को भारत, अमेरिका, मलेशिया, इंडोनेशिया, नेपाल और भूटान के कलाकारों ने बनाया है. वे सभी कलाकार प्रदर्शनी में मौजूद रहेंगे.' -डॉ. सविता झा खान, फाउंडर, मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल

डॉ. सविता झा खान ने बताया कि इस फेस्टिवल में बिहार की उपमुख्यमंत्री रेणु देवी, सामाजिक चिंतक और राजनेता राम माधव, मैथिली की साहित्यकार पद्मश्री उषा किरण खान, लोक गायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी और साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित लेखिका चित्रा मुदगल समेत देश-विदेश के कई नामचीन साहित्यकार और कलाकार शामिल होंगे.

'मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल बहुत बड़ा आयोजन है. यह विवि के दरबार हॉल में होने जा रहा है. यह सरस्वती का मंदिर है और इस तरह के आयोजनों से इसकी सार्थकता बढ़ती है. उत्कृष्ट साहित्य और कला भारतीय संस्कृति की पहचान है, जिसे मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल बढ़ावा दे रहा है. आयोजक संस्था को इसके लिए धन्यवाद.' -प्रो. शशिनाथ झा, कुलपति, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विवि

यह भी पढ़ें- बिहार के गौरव रामधारी सिंह दिनकर, जिन्होंने भरे संसद में नेहरू के खिलाफ पढ़ी थी कविता

ऐसी ही विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.