कटिहार: जिले में राजद का स्वयं सहायता आन्दोलन जारी है. नगर निगम के भगवान चौक और केबी झा कॉलेज के आस-पास गरीब मजदूरों की बस्तियों में राजद नेता समरेंद्र कुणाल के साथ पहुंचे दर्जनों स्थानीय युवाओं ने साफ सफाई के साथ ब्लीचिंग पाउडर के छिड़काव में हाथ बटाया.
दीपावली और छठ महापर्व के अवसर पर इलाके की सड़कों और घरों में नाली का गंदा पानी घुसने के कारण लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं.
कई शिकायतों के बाद भी नहीं हुई सफाई
राजद नेता समरेंद्र कुणाल ने बताया कि दो सौ मास्क और सौ किलो डीडीटी कीटनाशक पाऊडर का छिड़काव किया गया है. उन्होंने बताया कि जानलेवा मच्छर कीड़े-मकौड़े और बदबू से लोग बेहाल हैं. पिछले तीन महीने से दूषित पानी में गंदगी जमा है. स्थानीय लोगों के जरिए नगर निगम को कई बार सूचना देने के बावजूद पानी निकालने और सफाई का कोई काम नहीं किया गया है. उन्होने कहा कि राजद का स्वयं सहायता आंदोलन सरकार की असंवेदनशील नीति के खिलाफ एक सकारात्मक आंदोलन है. शहर के लोगों ने जिन्हें साफ-सफाई, सड़क, बिजली, नाला-नाली, स्वास्थ्य, शिक्षा और शुद्ध पेय जल मुहैया कराने की जिम्मेदारी दी वे मौज कर रहें हैं. उन्होंने कहा कि हम ऐसी नीति के खिलाफ लोगों को जागरूक कर रहें हैं. इस आंदोलन से सरकार बेचैन है.
3 महीने से जलमाव की स्थिति
इलाके के राजा पासवान ने बताया कि इलाकें में पिछले 3 महीने से जलजमाव की स्थिति है. नगर निगम कई दफा शिकायत के बावजूद अधिकारियों के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है. हालात ऐसे हैं कि लोग इस इलाके में आने से मना कर देते हैं. दीपावली का त्योहार नजदीक हैं. वहीं, जलजमाव और गंदगी के चलते इलाके के लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इलाके के लोगों का कहना है कि हम लोगों के लिए दीपावली और छठ का त्योहार मनाना, मुश्किल हो गया है.
'नगर निगम की नींद टूटने तक जारी रहेगा आंदोलन'
कुणाल बताते हैं कि शहर के झुग्गी-झोपड़ी वाले इलाकों में जलजमाव वाले इलाकों में दूषित पानी जमा है. दीपावली में दीया जलाने की भी जगह नहीं है. कुणाल ने कहा बारिश शुरू होने के समय जब नगर निगम को शहर में गंदगी, जल जमाव जैसी विकट समस्याओं पर मास्टर प्लान तैयार करना था. तब नगर निगम में कुर्सी के लिए महाभारत चल रही थी. उन्होनें कहा कि निगम के सफाई उपकरण सिर्फ शोभा बनकर रह गया है. दीपावली और छठ पर्व के कारण शहर के सभी घरों में सफाई का काम चल रहा है. जिसका कूड़ा, करकट और गंदगी सड़कों पर निकलकर आ रही है. कचड़ा उठाने का काम काफी धीमी गति में है. सफाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है. उन्होने बताया कि राजद का स्वयं सहायता आन्दोलन तबतक जारी रहेगा. जबतक नगर निगम की नींद न टूट जाए.