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बिहार के छात्र शैलेंद्र को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 24 सितंबर को NSS अवॉर्ड से करेंगी सम्मानित - फल्गु नदी के किनारे लगाए थे हजारों पौधे

गया के लाल शैलेंद्र को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 24 सितंबर को सम्मानित करेंगी. राष्ट्रीय सेवा को बढ़ावा देने के लिए होता है यह चयन किया गया. (Shailendra Kumar to be awarded by President )

शैलेंद्र
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Published : Sep 19, 2022, 10:46 PM IST

गया: बिहार के गया के लाल शैलेंद्र कुमार को 24 सितंबर को राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा. मगध विश्वविद्यालय बोधगया राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक शैलेंद्र कुमार को 24 सितंबर को राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया जाएगा. राष्ट्रीय सेवा को बढ़ावा देने के उद्देश्य इस तरह का पुरस्कार दिया जाता है. मगध विश्वविद्यालय कैंपस में स्नातकोत्तर भूगोल विभाग के छात्र शैलेंद्र कुमार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के द्वारा एनएसएस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा.


शैलेंद्र कुमार को यह अवार्ड राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय सेवा योजना के स्थापना दिवस कार्यक्रम 24 सितंबर 2022 को दिया जाएगा. शैलेंद्र कुमार गया जिले के नीमचक बथानी प्रखंड के खुखरी गांव के रहने वाले हैं. इन्होंने प्राथमिक पढ़ाई अपने गांव के प्राथमिक विद्यालय खुखरी, माध्यमिक आदर्श मध्य विद्यालय सरबहदा और हाई स्कूल की पढ़ाई आदर्श उच्च विद्यालय खुदाई सरबहदा से की. गया के छोटकी नवादा में अपने मौसी सियापति देवी के मकान में रहकर इंटर और फिर जगजीवन महाविद्यालय गया से भूगोल विषय में ग्रेजुएशन किया. जगजीवन कॉलेज में पढ़ाई करते 2016 में राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) से जुड़े और सामाजिक गतिविधियों में भाग लेना शुरू कर दिया.



फल्गु नदी के किनारे लगाए थे हजारों पौधेः शैलेंद्र के सक्रिय सामाजिक कार्यों को देखते हुए वर्ष 2018 में जगजीवन महाविद्यालय के तत्कालीन प्रधानाचार्य डॉ सुमन और प्रोग्राम ऑफिसर डॉ रतिकांत दास ने कॉलेज के एनएसएस टीम लीडर की जिम्मेदारी सौंपी थी. जिसमें डॉ दास और शैलेंद्र कुमार टीम ने जगजीवन महाविद्यालय परिसर फल्गु नदी के किनारे और अगल बगल के गांव में हजारों पौधे लगाए. आज ये बड़े वृक्ष के रूप में हैं. इसके बाद 2019 में तत्कालीन प्रभारी प्रधानाचार्य प्रो. सत्यरतन प्रसाद और कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ अनु रानी के निर्देशन में सात दिवसीय स्पेशल कैंप का नेतृत्व में शैलेंद्र कुमार ने किया था.



एडस पर जागरूकता का किया कामः एनएसएस प्रोग्राम ऑफिसर डॉ अनु रानी के साथ मिलकर शैलेंद्र ने कई स्वच्छता अभियान, वृक्षारोपण कार्यक्रम, जनसंख्या नियंत्रण, एड्स से बचाव, यौन शोषण के विरुद्ध जागरूकता कार्य, गरीब बच्चो को शिक्षिका देने का कार्य किया. इनका चयन एडवेंचर कैंप, मनाली (हिमाचल प्रदेश) और पूर्व गणतंत्र दिवस परेड, ग्वालियर (मध्य प्रदेश) राज्य स्तरीय शिविर राजस्थान, अंतरराष्ट्रीय यूथ लीडरशिप कैंप अरुणाचल प्रदेश और मोतिहारी जैसे विभिन राष्ट्रीय शिविर एवं कई अंतरराष्ट्रीय शिविरों में हुआ. शैलेंद्र का नेतृत्व देखते हुए जगजीवन महाविद्यालय की ओर से बेस्ट स्वयंसेवक अवार्ड भी दिया गया.

"2017 से 2019 तक तत्कालिक राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉक्टर ब्रजेश राय के निर्देशन में मगध विश्वविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजन के ग्रुप लीडर सूरज सिंह एवं सीनियर स्वयंसेवक करण कुमार के नेतृत्व मगध विश्वविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना के कई विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेकर समाज सेवा करने का अवसर मिला. इन सभी नेतृत्व में कई कार्यक्रमों के माध्यम से छात्र-छात्राओं के बीच एड्स जागरूकता अभियान, प्लास्टिक से होने वाले नुकसान, गरीब छात्र-छात्राओं के बीच पठन-पाठन सामग्री का वितरण, गरीब छात्र छात्राओं को निशुल्क शिक्षा, स्लम एरिया में साफ-सफाई, स्लम एरिया में कई जागरूकता कार्यक्रम, नुक्कड़ नाटक के माध्यम से महिला सुरक्षा अभियान सहित कई महत्वपूर्ण जागरूकता अभियान चलाकर समाज में परिवर्तन लाने का कार्य किया"- शैलेंद्र कुमार


मगध विश्वविद्यालय के कुलपति ने किया था सम्मानितः उन्हें मगध विश्वविद्यालय के कुलपति के द्वारा सम्मानित किया गया था. वहीं कोविड-19 के समय एनएसएस समन्वयक डॉक्टर बृजेश राय के द्वारा 5 टीम बनाए गए, जिसमें जगजीवन महाविद्यालय टीम का नेतृत्व शैलेंद्र कुमार ने किया. तत्कालीन जगजीवन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर स्व. कुमार राजीव रंजन के सहयोग से गया मानपुर के गलियों मोहल्ला, सड़कों पर साइकिल और पैदल घूम घूम कर कोविड-19 जागरूकता कार्य, मास्क सैनिटाइजर वितरण, साबुन, बच्चों को पढ़ने के लिए कॉपी किताब वितरण, सोशल मीडिया, दीवाल पेंटिंग द्वारा जागरूकता कार्य किया। जिसमें जिला प्रशासन गया का भी सहयोग रहा.

भूगोल विभाग में पीजी की कर रहे हैं पढ़ाईः वर्तमान में शैलेंद्र कुमार मगध विश्वविद्यालय, बोधगया के भूगोल विभाग में पीजी की पढ़ाई कर रहे हैं और वर्तमान एनएसएस समन्वयक डॉ अंजनी घोष व कार्यक्रम पदाधिकारी वीरेंद्र कुमार के निर्देशन में कोविड-19 टीकाकरण जागरूकता अभियान, जलवायु परिवर्तन, वृक्षारोपण स्वच्छता अभियान, नारी सशक्तिकरण, मतदाता जागरूकता कार्यक्रम और जिला प्रशासन के साथ मिलकर नशा मुक्ति अभियान में अपना योगदान दिया.


स्लम एरिया में जन्मदिन मनाते रहेः स्लम एरिया में रह रहे गरीब बच्चों के लिए अपने जन्मदिवस पर और समय-समय पर कॉपी किताब जैसे शिक्षण सामग्री वितरण, ठंड के दिनों में गर्म वस्त्र वितरण करते रहे हैं. शैलेंद्र कुमार के सामाजिक कार्यों को देखते हुए गया लोकसभा के सांसद विजय मांझी, बिहार सरकार के पूर्व कृषि मंत्री व गया नगर के विधायक प्रेम कुमार, अतरी के विधायक अजय कुमार उर्फ़ रंजीत यादव, नीमचक बथानी के पूर्व प्रमुख मनोज कुशवाहा, खुखरी पंचायत के पूर्व मुखिया बेबी देवी ने भी प्रशस्ति पत्र देकर प्रोत्साहित कर चुके हैं.

गया: बिहार के गया के लाल शैलेंद्र कुमार को 24 सितंबर को राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा. मगध विश्वविद्यालय बोधगया राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक शैलेंद्र कुमार को 24 सितंबर को राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया जाएगा. राष्ट्रीय सेवा को बढ़ावा देने के उद्देश्य इस तरह का पुरस्कार दिया जाता है. मगध विश्वविद्यालय कैंपस में स्नातकोत्तर भूगोल विभाग के छात्र शैलेंद्र कुमार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के द्वारा एनएसएस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा.


शैलेंद्र कुमार को यह अवार्ड राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय सेवा योजना के स्थापना दिवस कार्यक्रम 24 सितंबर 2022 को दिया जाएगा. शैलेंद्र कुमार गया जिले के नीमचक बथानी प्रखंड के खुखरी गांव के रहने वाले हैं. इन्होंने प्राथमिक पढ़ाई अपने गांव के प्राथमिक विद्यालय खुखरी, माध्यमिक आदर्श मध्य विद्यालय सरबहदा और हाई स्कूल की पढ़ाई आदर्श उच्च विद्यालय खुदाई सरबहदा से की. गया के छोटकी नवादा में अपने मौसी सियापति देवी के मकान में रहकर इंटर और फिर जगजीवन महाविद्यालय गया से भूगोल विषय में ग्रेजुएशन किया. जगजीवन कॉलेज में पढ़ाई करते 2016 में राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) से जुड़े और सामाजिक गतिविधियों में भाग लेना शुरू कर दिया.



फल्गु नदी के किनारे लगाए थे हजारों पौधेः शैलेंद्र के सक्रिय सामाजिक कार्यों को देखते हुए वर्ष 2018 में जगजीवन महाविद्यालय के तत्कालीन प्रधानाचार्य डॉ सुमन और प्रोग्राम ऑफिसर डॉ रतिकांत दास ने कॉलेज के एनएसएस टीम लीडर की जिम्मेदारी सौंपी थी. जिसमें डॉ दास और शैलेंद्र कुमार टीम ने जगजीवन महाविद्यालय परिसर फल्गु नदी के किनारे और अगल बगल के गांव में हजारों पौधे लगाए. आज ये बड़े वृक्ष के रूप में हैं. इसके बाद 2019 में तत्कालीन प्रभारी प्रधानाचार्य प्रो. सत्यरतन प्रसाद और कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ अनु रानी के निर्देशन में सात दिवसीय स्पेशल कैंप का नेतृत्व में शैलेंद्र कुमार ने किया था.



एडस पर जागरूकता का किया कामः एनएसएस प्रोग्राम ऑफिसर डॉ अनु रानी के साथ मिलकर शैलेंद्र ने कई स्वच्छता अभियान, वृक्षारोपण कार्यक्रम, जनसंख्या नियंत्रण, एड्स से बचाव, यौन शोषण के विरुद्ध जागरूकता कार्य, गरीब बच्चो को शिक्षिका देने का कार्य किया. इनका चयन एडवेंचर कैंप, मनाली (हिमाचल प्रदेश) और पूर्व गणतंत्र दिवस परेड, ग्वालियर (मध्य प्रदेश) राज्य स्तरीय शिविर राजस्थान, अंतरराष्ट्रीय यूथ लीडरशिप कैंप अरुणाचल प्रदेश और मोतिहारी जैसे विभिन राष्ट्रीय शिविर एवं कई अंतरराष्ट्रीय शिविरों में हुआ. शैलेंद्र का नेतृत्व देखते हुए जगजीवन महाविद्यालय की ओर से बेस्ट स्वयंसेवक अवार्ड भी दिया गया.

"2017 से 2019 तक तत्कालिक राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉक्टर ब्रजेश राय के निर्देशन में मगध विश्वविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजन के ग्रुप लीडर सूरज सिंह एवं सीनियर स्वयंसेवक करण कुमार के नेतृत्व मगध विश्वविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना के कई विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेकर समाज सेवा करने का अवसर मिला. इन सभी नेतृत्व में कई कार्यक्रमों के माध्यम से छात्र-छात्राओं के बीच एड्स जागरूकता अभियान, प्लास्टिक से होने वाले नुकसान, गरीब छात्र-छात्राओं के बीच पठन-पाठन सामग्री का वितरण, गरीब छात्र छात्राओं को निशुल्क शिक्षा, स्लम एरिया में साफ-सफाई, स्लम एरिया में कई जागरूकता कार्यक्रम, नुक्कड़ नाटक के माध्यम से महिला सुरक्षा अभियान सहित कई महत्वपूर्ण जागरूकता अभियान चलाकर समाज में परिवर्तन लाने का कार्य किया"- शैलेंद्र कुमार


मगध विश्वविद्यालय के कुलपति ने किया था सम्मानितः उन्हें मगध विश्वविद्यालय के कुलपति के द्वारा सम्मानित किया गया था. वहीं कोविड-19 के समय एनएसएस समन्वयक डॉक्टर बृजेश राय के द्वारा 5 टीम बनाए गए, जिसमें जगजीवन महाविद्यालय टीम का नेतृत्व शैलेंद्र कुमार ने किया. तत्कालीन जगजीवन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर स्व. कुमार राजीव रंजन के सहयोग से गया मानपुर के गलियों मोहल्ला, सड़कों पर साइकिल और पैदल घूम घूम कर कोविड-19 जागरूकता कार्य, मास्क सैनिटाइजर वितरण, साबुन, बच्चों को पढ़ने के लिए कॉपी किताब वितरण, सोशल मीडिया, दीवाल पेंटिंग द्वारा जागरूकता कार्य किया। जिसमें जिला प्रशासन गया का भी सहयोग रहा.

भूगोल विभाग में पीजी की कर रहे हैं पढ़ाईः वर्तमान में शैलेंद्र कुमार मगध विश्वविद्यालय, बोधगया के भूगोल विभाग में पीजी की पढ़ाई कर रहे हैं और वर्तमान एनएसएस समन्वयक डॉ अंजनी घोष व कार्यक्रम पदाधिकारी वीरेंद्र कुमार के निर्देशन में कोविड-19 टीकाकरण जागरूकता अभियान, जलवायु परिवर्तन, वृक्षारोपण स्वच्छता अभियान, नारी सशक्तिकरण, मतदाता जागरूकता कार्यक्रम और जिला प्रशासन के साथ मिलकर नशा मुक्ति अभियान में अपना योगदान दिया.


स्लम एरिया में जन्मदिन मनाते रहेः स्लम एरिया में रह रहे गरीब बच्चों के लिए अपने जन्मदिवस पर और समय-समय पर कॉपी किताब जैसे शिक्षण सामग्री वितरण, ठंड के दिनों में गर्म वस्त्र वितरण करते रहे हैं. शैलेंद्र कुमार के सामाजिक कार्यों को देखते हुए गया लोकसभा के सांसद विजय मांझी, बिहार सरकार के पूर्व कृषि मंत्री व गया नगर के विधायक प्रेम कुमार, अतरी के विधायक अजय कुमार उर्फ़ रंजीत यादव, नीमचक बथानी के पूर्व प्रमुख मनोज कुशवाहा, खुखरी पंचायत के पूर्व मुखिया बेबी देवी ने भी प्रशस्ति पत्र देकर प्रोत्साहित कर चुके हैं.

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