गया: जिले के त्रिरत्ना केंद्र में पर्वत पुरुष दशरथ मांझी का 12वां महापरिनिर्वाण दिवस मनाया गया. इस मौके पर विधान पार्षद और जीतन राम मांझी के बड़े पुत्र संतोष कुमार सुमन ने कहा कि हम सरकार से यह मांग करते हैं कि, दशरथ मांझी को भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाए.
विधान पार्षद संतोष कुमार सुमन ने कहा कि उन्होंने 22 वर्षों तक पहाड़ को काटकर सुगम रास्ता बनाया. आज हमें उनसे सीख लेने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से दशरथ मांझी के द्वारा किए गए कार्यों को लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है.
लोगों को है सीखने की जरूरत- दुलाल भुइयां
इस कार्यक्रम में मौजूद झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री दुलाल भुइयां ने कहा कि मांझी और मुसहर समाज के लोग यह मांग करते हैं कि, बाबा दशरथ जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाए. साथ ही हम बिहार सरकार से भी यह मांग करते हैं कि इसके लिए प्रस्ताव बनाकर वह केंद्र सरकार को भेजे. ताकि पूरे देश में दशरथ मांझी का महापरिनिर्वाण दिवस एक साथ मनाया जा सके.
पूर्व मंत्री दुलाल भुइयां ने कहा कि आज नेपाल से भी कई कलाकार इस कार्यक्रम में शामिल हुए हैं. जिन्होंने अपनी प्रस्तुति के माध्यम से दशरथ मांझी के जीवनकाल के विभिन्न पहलुओं को दर्शाने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि दशरथ मांझी ने जो कार्य किया. वह अपने आप में सराहनीय और संकल्प लेने वाला है. इससे लोगों को सीख लेनी चाहिए.
अरुण जेटली के निधन पर 2 मिनट का शोक
वहीं, कार्यक्रम में शामिल दशरथ मांझी युवा शक्ति संघ के संयोजक राम स्नेही मांझी ने कहा कि दशरथ मांझी महापरिनिर्वाण दिवस के साथ-साथ हम पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली जी का भी शोक मना रहे हैं. इसके लिए दो मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई.
कई कार्यक्रमों का हुआ आयोजन
इस कार्यक्रम में बिहार, झारखंड, दिल्ली सहित नेपाल देश से भी समाज के लोगों ने शिरकत किया. कार्यक्रम में नेपाल से आए कलाकारों ने दशरथ मांझी के जीवन पर आधारित कई पहलुओं की प्रस्तुति दी.
इस मौके पर झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री दुलाल भुईयां, विधान पार्षद सह पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बड़े पुत्र संतोष कुमार सुमन, पूर्व सांसद राजेश मांझी सहित मांझी समाज के कई लोग शामिल हुए.