गया: बिहार के गया में 9 सितंबर से 25 सितंबर तक चलने वाला विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला का रविवार को विधिवत रूप से समापन हो (Pitru Paksha Mela concludes In Gaya) गया है. इस मेले में देश-विदेश से पहली बार लगभग 12 लाख तीर्थयात्री का आगमन हुआ. विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला 2022 महा संगम के अंतिम दिन तीर्थ यात्रियों ने फल्गु नदी के जल से पितरों को तर्पण कर कर्मकांड किया. इस बार पितृपक्ष मेला 2022 को ऐतिहासिक बनाने के लिए काफी व्यवस्थाएं की गई थी.
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गया का विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला समाप्त : पितृपक्ष मेले को ऐतिहासिक बनाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा काफी व्यवस्थाएं की गई थी. तीर्थ यात्रियों के लिए इस बार गयाजी डैम बन जाने के कारण श्रद्धालुओं को फल्गु नदी का पानी उपलब्ध कराया गया. साथ ही श्रद्धालुओं के लिए इस बार गांधी मैदान में टेंट सिटी का निर्माण किया गया, जहां लगभग 25 हजार यात्रियों ने लाभ उठाया. पहली बार मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित किया गया.
43 जोन में बंटा था मेला क्षेत्र : सभी घाटों पर प्रकाश की व्यवस्था की गई. पर्याप्त संख्या में शौचालय, शुद्ध पेयजल, स्वास्थ्य शिविर, पुलिस शिविर की व्यवस्था किया गया. मेला क्षेत्र को 43 जोन बांटकर 209 सेक्टर आधारित पर्यवेक्षक की व्यवस्था की गई. साथ ही 4000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी. इसके बारे में गया के डीएम तत्यागराजन एसएम और एसएसपी हरप्रीत कौर ने संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विस्तृत रूप से जानकारी दी. वहीं, समापन समारोह के दौरान डीएम, एसएसपी और नगर आयुक्त को सम्मानित भी किया गया.