गयाः बिहार में बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच जनाधिकार पार्टी के प्रमुख पप्पू यादव लगातार अस्पतालों में छापेमार कार्रवाई कर रहे हैं. इसी दौरान जाप प्रमुख गया के कोविड अस्पताल में भी पहुंचे थे और निरीक्षण किया था. इसे लेकर पप्पू यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुआ है. इसी के विरोध में जाप नेताओं ने धरना दिया.
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मुकदमा वापस लेने की मांग कर रहे हैं जाप नेता
राजीव कुमार कन्हैया ने भी मानपुर प्रखण्ड के लखीबाग स्थित आज अपने आवास पर अपने समर्थकों के संग एकदिवसीय धरना दिया. उन्होंने बताया कि पप्पू यादव पर राज्य सरकार के इशारे पर फर्जी मुकदमे किए जा रहे हैं. जो किसी भी तरह से उचित नहीं है. पप्पू यादव कोरोना काल में कोविड-19 पीड़ितों के लिए मसीहा बनकर उभरे हैं.
"वे कोविड मरीजों की मदद करने के लिए खुद जान हथेली पर रखकर, कोविड-19 अस्पतालों का निरीक्षण कर रहे हैं. एक तरफ सरकार को उन्हें उत्साहित करना चाहिए था. लेकिन सरकार संकुचित मानसिकता से ग्रसित होकर उन पर फर्जी मुकदमें दर्ज करवा रही है". राजीव कुमार कन्हैया, जाप नेता
जाप नेता ने भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी के यहां मिले एम्बुलेंस का जिक्र किया. उन्होंने करते हुए कहा कि आपदा को अवसर में बदलने वाले सांसद द्वारा पार्टी दफ्तर में 39 एंबुलेंस को छुपा कर रख जाने पर महामारी एक्ट के तहत तत्काल मुकदमा दर्ज होना चाहिए था. लेकिन भाजपा सांसद पर अभी तक एफआईआर नहीं हुआ है. उन्होने भाजपा सांसद के एनजीओ के फर्जीवाड़े की जांच सीबीआई से कराने की मांग की. साथ ही पप्पू यादव पर दर्ज मुकदमें वापस लिये जायें.