गयाः बिहार की राजधानी पटना में इन दिनों आतंकी गतिविधियों की खुलती परतों के बीच राज्य के गया जिले को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है. बोधगया में वर्ष 2013 और 2018 में आतंकी गतिविधियां सामने आई थी. हालांकि इसके बाद इस तरह की गतिविधियां सामने नहीं आई है. लेकिन अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल (International Tourist Destination) होने के कारण गया जिले में भी चौकसी बढ़ा दी गई है. वहीं बोधगया स्थित विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता करने का निर्णय लिया गया है. गया एसएसपी हरप्रीत कौर (Gaya SSP Harpreet Kaur Statement On Mahabodhi Temple Security) ने बताया कि सीसीटीवी की क्वालीटि बढ़ाने, अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरा लगाने के साथ एक अतिरिक्त कंपनी सुरक्षाबल तैनात करने का निर्णय लिया गया है.
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"पटना में सामने आए हालिया गतिविधियों को लेकर भी अलर्ट है, क्योंकि बोधगया इंटरनेशनल लेवल का टूरिस्ट प्लेस है. यहां देश-विदेश से लोग आते हैं, इसलिए यहां चौकसी हमेशा रहती है. एक अतिरक्त कंपनी सुरक्षा बल की तैनाती की जायेगी. अतिरिक्त कंपनी मंदिर के बाहर की सुरक्षा में लगाए जाएंगे. वहीं सीसीटीवी हाई क्वालिटी वाले लगाए जाने हैं. पूर्व के भी सीसीटीवी कैमरे लगे हैं और हर गतिविधियों की निगरानी होती रहती है."- हरप्रीत कौर, गया एसएसपी
एक अतिरिक्त कंपनी पुलिस बल की होगी तैनातीः महाबोधि मंदिर की सुरक्षा में एक कंपनी और बल लगाए जाएंगे. वहीं हाई क्वालिटी के सीसीटीवी कैमरे भी लगाने की रणनीति तैयार कर ली गई है. सीसीटीवी को लेकर बीटीएमसी को लिखा भी जा चुका है. महाबोधि मंदिर के बाहर की सुरक्षा के लिए एक कंपनी और बल लगाए जाएंगे. इसकी सरकार से बल की मांग की गई है.
पटना में आतंकी गतिविधियों को लेकर भी चौकसीः इस हफ्ते पटना में आतंकी गतिविधियों के खुलासे को देखते हुए महाबोधि मंदिर की व्यवस्था को और पुख्ता बनाया जा रहा है. यहां होने वाली पुलिस पेट्रोलिंग की समीक्षा लगातार हो रही है. वाच टावरों से हर गतिविधियों की निगरानी की जा रही है.
बीसैप की तीन कंपनियां अंदर की सुरक्षा में है तैनातः गया की एसएसपी हरप्रीत कौर ने बताया है कि महाबोधि मंदिर की सुरक्षा को लेकर गया पुलिस अलर्ट है. अंदर की सुरक्षा बी सैप की तीन कंपनियों के जिम्मे है, जिसके इंचार्ज भी बी सैप के एडिशनल एसपी हैं. उसमें जिला बल के भी एक इंस्पेक्टर की तैनाती है. वही बाहर की सुरक्षा पर जिला बल की निगरानी होती है. पेट्रोलिंग हमेशा रहती है और इसकी समीक्षा भी की जाती है. वॉच टावर से महाबोधि मंदिर की सुरक्षा की निगरानी हो रही है. वहीं स्केनर से भी सही तरीके से काम लिया जा रहा है.
11 जुलाई को हुई थी बीटीएमसी की बैठकः इधर, बोधगया टेंपल मैनेजमेंट कमिटी अध्यक्ष सह जिला पदाधिकारी गया डॉ. त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में बीते 11 जुलाई को बोधगया टेंपल मैनेजमेंट कमिटी (बीटीएमसी) की त्रैमासिक समीक्षा बैठक हुई थी. बैठक में भी महाबोधि मंदिर की सुरक्षा संबंधी निर्णय लिए गए थे. बीटीएमसी के सुरक्षा को लेकर बाउंड्री वाल को ऊंचा एवं आकर्षक बनाने पर सहमति जताइ गई थी. साथ ही सीसीटीवी कैमरे और अधिक संख्या में लगाने की आवश्यकता को देखते हुए सीसीटीवी अधिष्ठापन करवाने का निर्णय लिया गया है, ताकि मंदिर की सुरक्षा को और मजबूत किया जा सके.
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