गया : बिहार में अग्निपथ योजना पर जमकर बवाल (Agnipath scheme protest) हो रहा है. गया में अग्निपथ का विरोध करने वाले उपद्रवियों ने ट्रेन की बोगियों में आग लगा दी है. मौके पर उपद्रवियों ने काफी हंगामा किया और बवाल काटा. इससे ट्रेन की कई बोगियां धू-धू कर जल गयी. मौके पर रेल प्रशासन की टीम पहुंची और आग बुझाने का प्रयास किया गया. जिस तरह से घटना को अंजाम दिया गया वह अपने आप में अनूठा था.
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गया के पेमार स्टेशन पर हुई घटना : जानकारी के अनुसार गया कियूल बख्तियारपुर ट्रेन पैमार स्टेशन पर खड़ी थी. इस बीच कियूल गया पैसेंजर एक्सप्रेस से अचानक उपद्रवी उतरे और ट्रेन की बोगियों में आग लगानी शुरू (Fire In Train At Gaya) कर दी. इससे गया कियूल बख्तियारपुर ट्रेन की बोगी धू धू कर जलने लगी. इस घटना से पेमार स्टेशन पर अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया. घटना की जानकारी के बाद जब तक रेल प्रशासन की टीम पहुंची थी तब तक उपद्रवी भाग निकलने में सफल हो गए थे.
एक ट्रेन से उतरकर दूसरे ट्रेन को फूंक डाला : बताया जा रहा है कि कियूल गया पैसेंजर एक्सप्रेस से उतरे उपद्रवियों ने गया कियूल बख्तियारपुर ट्रेन की बोगियों में आग लगाने के बाद काफी देर तक बवाल काटा और फिर कियूल गया पैसेंजर में ही बैठ कर भाग निकले. इस तरह नए तरीके से उपद्रवियों ने इस तरह की घटना को अंजाम दिया है. संभवत ऐसी पहली घटना है जब ट्रेन से उतर कर दूसरी ट्रेन की बोगियों में आग लगाया गया है.
RPF ने शुरू की कार्रवाई : रेल प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार गया क्यूल बख्तियारपुर ट्रेन का रैक खड़ा था. इस मामले में आरपीएफ की टीम कार्रवाई कर रही है. घटना करने वाले उपद्रवियों को चिन्हित करने का काम शुरू कर दिया गया है. हालांकि अभी तक इस घटना में शामिल किसी भी उपद्रवी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है.
बिहार में अग्निपथ योजना पर बवाल : अग्निपथ योजना के विरोध (Protest against Against Agnipath Scheme In Bihar) में आज तीसरे दिन भी बिहार के बक्सर, लखीसराय, समस्तीपुर, हाजीपुर, बेतिया, खगड़िया और आरा समेत कई जिलों में छात्र रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन कर रहे हैं. बक्सर डुमरांव रेलवे स्टेशन के अप और डाउन लाइन को जाम कर दिया गया. दिल्ली कोलकाता रेल मुख्य मार्ग जाम होने से कई ट्रेन घंटो फंसी रहीं. उधर लखीसराय में भी प्रदर्शकारी छात्रों ने विक्रमशिला एक्सप्रेस की 10 बोगियों को आग के हवाले कर दिया है. समस्तीपुर में जम्मूतवी-गुवाहाटी एक्सप्रेस ट्रेन में प्रदर्शनकारियों ने आग लगा दी है.
सेना बहाली से टीओटी हटाने की मांगः विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि नेता हो या विधायक सभी को 5 साल का समय मिलता है. हमारा 4 साल में क्या होगा. हमारे पास पेंशन की भी सुविधा नहीं है. 4 साल बाद हम रोड पर आ जाएंगे. चार साल पूरे होने के बाद भले ही 25 फीसदी अग्निवीरों को स्थायी कैडर में भर्ती कर लिया जाए. बाकी 75% का क्या होगा. ये कहां का न्याय है. वहीं, कुछ छात्रों का कहना है कि इस योजना से छात्र परेशान हैं और हमें जॉब की गारंटी नहीं मिल रही है. उनका ये भी कहना है कि सेना बहाली में टीओटी हटाया जाए.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया था भर्ती का ऐलानः बता दें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा अग्निपथ योजना की घोषणा करने के अगले ही दिन यानि बुधवार से ही प्रदर्शन शुरू हो गया था और आज तीसरे दिन भी कई जिलों में छात्रों ने रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया है. 14 जून को केंद्र सरकार ने सेना की तीनों शाखाओं- थलसेना, नौसेना और वायुसेना में युवाओं की बड़ी संख्या में भर्ती के लिए अग्निपथ भर्ती योजना शुरू की थी. जिसके तहत नौजवानों को सिर्फ 4 साल के लिए डिफेंस फोर्स में सेवा देनी होगी. सरकार ने यह कदम तनख्वाह और पेंशन का बजट कम करने के लिए उठाया है. इस योजना से नाराज छात्रों का कहना है कि ये योजना उनके भविष्य को बर्बाद कर देगी.
पुरुष और महिला दोनों की होगी भर्तीः बताया गया है कि अग्निपथ योजना के तहत, पुरुष और महिला (सेवा की जरूरत होने पर शामिल की जाएंगी) दोनों को अग्निवीर बनने का मौका दिया जाएगा. 17.5 साल से लेकर 21 साल तक के युवा इस सेवा में शामिल होने के लिए योग्य माने जाएं. वर्तमान में सेना के जो मेडिकल और फिजिकल स्टैंडर्ड हैं वही मान्य होंगे. 10वीं और 12वीं पास कर चुके युवा (सैन्य बलों की नियम और शर्तों के अनुसार) अग्निवीर बन सकते हैं. अग्निपथ योजना के तहत हर साल करीब 45 हजार युवाओं को सेना में भर्ती किया जाएगा.
ऐसे होगा वेतन का भुगतानः भारत सरकार द्वारा जिस अग्निपथ योजना की शुरुवात की गई है. उसमें बहाली के प्रथम वर्ष में 21 हजार रुपये वेतन के रूप में भारत सरकार के द्वारा प्रत्येक महीने भुगतान किया जाएगा. दूसरे वर्ष वेतन में वृद्धि कर 23 हजार 100 रुपये प्रत्येक महीने दिया जाएगा और तीसरे महीने 25 हजार 580 एवं चौथे वर्ष में 28 हजार रुपये वेतन के रूप में भुगतान करने के साथ ही उन युवाओं को रिटायर्ड कर दिया जाएगा. लेकिन इस योजना को लेकर बिहार में चारों तरफ हंगामा बरपा है.