गया: कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए देश के जिलों को तीन श्रेणियों में बांटा गया है. जिला में कोरोना संक्रमित एक मरीज होने के बावजूद जिला को रेड जोन में शामिल कर दिया गया है. गया को रेड जोन में शामिल करने पर आम से लेकर खास तक नाराजगी जता रहे हैं. कृषि मंत्री प्रेम कुमार भी इस फैसले पर अपनी सरकार से नाखुश दिखें. इस सिलसिले में उन्होंने कहा कि गया को ऑरेंज या ग्रीन जोन में शामिल करने को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को को पत्र लिखा है.
रेड जोन में शामिल है गया
कोरोना वायरस से बचाव को लेकर देश में तीसरे चरण का लॉक डाउन लागू कर दिया गया है. उसी के तहत गया रेड जोन में शामिल किया गया है, लोग इसका विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है बिहार के अन्य जिले जहां दर्जनों कोरोना संक्रमित मरीज मिले है उस जिले को ऑरेंज और ग्रीन जोन में शामिल किया गया है. जबकि गया में अब तक 6 कोरोना संक्रमित मरीज मिले जिसमे 5 ठीक हो गए, 1 मरीज इलाजरत है, इसके बावजूद गया को रेड जोन में शामिल किया गया है.
प्रेम कुमार ने सरकार पर सवाल उठाया
गया को रेड जोन में शामिल करने को लेकर कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने प्रेसवार्ता कर सरकार पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा इस संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. देश को कई जोन में बांटा गया हैं. जिले को रेड जोन में शामिल किया गया है, मुझे यह संतुष्ट नहीं कर रहा है. राज्य के कई जिलो को कोरोना संक्रमित मरीज अधिक रहने के बावजूद ऑरेंज जोन में रखा गया है. वहीं गया को रेड जोन में शामिल किया गया है सरकार के इस निर्णय से गया वासियों में नाराजगी हैं.
'गया को ऑरेंज या ग्रीन जोन में शामिल किया जाए'
कृषि मंत्री ने कहा गया के लोगों ने मुझसे संपर्क किया मैंने भी अध्ययन किया और जिलाधिकारी से बात की है. मैंने गया वासियों के भावना को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. मुख्यमंत्री इस दिशा में कोशिश करें और गया को ऑरेंज या ग्रीन जोन में शामिल किया जाए. गया जिले में अबतक कोरोना संक्रमित मरीजो की संख्या 6 हैं, जिसमें 5 मरीज ठीक होकर घर लौट गए है. वहीं अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मगध क्षेत्र के अलावा रोहतास और कैमूर के 19 कोरोना संक्रमित मरीज इलाजरत हैं.