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मिलिए बिहार के नीरज गिरि से, जिन्होंने अपने नाम करवायी चांद की एक एकड़ जमीन

नीरज बताते हैं कि उन्होंने अपने जन्मदिन पर 29 अक्टूबर 2019 को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया था. इसके बाद बीते 4 जुलाई 2020 को ई-मेल के जरिए उन्हें जानकारी दी गई कि चांद पर 'सपनों की झील' कहे जाने वाले जगह पर उन्हें एक एकड़ जमीन का मालिकाना हक दिया गया है.

Lunar republic citizenship
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Published : Jul 13, 2020, 7:08 PM IST

Updated : Jul 13, 2020, 7:38 PM IST

गया: जिले में एक शख्स ने चांद पर जमीन खरीदी है. बोधगया के बतसपुर गांव के रहने वाले नीरज गिरि बिहार के पहले शख्स हैं, जिन्होंने चांद पर एक एकड़ जमीन खरीदी है. चांद पर जमीन लेने के पीछे सपनों की कहानी है.

Lunar republic citizenship
नीरज गिरी

सपनों को हकीकत में बदला
रियल एस्टेट का काम करने वाले नीरज ने अपने बचपन के सपनों को हकीकत में बदलने के लिए ही चांद पर जमीन खरीदी है. देश में हर शख्स बचपन से ही चांद से जुड़ जाता है. चांद बचपन में मां की लोरी में, जवानी में ख्वाहिश और बुढ़ापे में यादों की रवानी में शामिल रहता है.

नीरज गिरि से खास बातचीत

जिंदगी के हर पल से जुड़ा चांद
अपने देश में चांद हमारी जिदंगी के हर पल से मानों जुड़ा ही रहता है. इसलिए उसे नजदीक से देखने की और उसपर बसने की ख्वाहिश भी प्रबल होगी. इसी ख्वाहिश को नीरज ने हकीकत में बदलने की कोशिश की है.

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चांद पर अपनी जमीन दिखाते नीरज

4 जुलाई 2020 को मिली 'सपनों की झील'
नीरज बताते हैं कि उन्होंने अपने जन्मदिन पर 29 अक्टूबर 2019 को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया था. इसके बाद बीते 4 जुलाई 2020 को ई-मेल के जरिए उन्हें जानकारी दी गई कि चांद पर 'सपनों की झील' कहे जाने वाले जगह पर उन्हें एक एकड़ जमीन का मालिकाना हक दिया गया है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

एक साल का लगा वक्त
नीरज ने बताया कि बचपन से ही मेरा सपना था कि मैं चांद पर जाऊं, उसे देखूं. उसी सपने को हकीकत में बदलने के लिए मैंने चांद पर एक एकड़ जमीन ली है. चांद पर जमीन लेना बहुत कठिन है. इसमें कई कागजात मांगे जाते हैं. चांद पर जमीन लेने में मुझे लगभग एक साल का वक्त लग गया. मुझे हाल ही में लूनर रिपब्लिक सिटिजनशिप भी मिली है. इसका प्रमाण पत्र लूनर सोसायटी की ओर से जारी किया गया है.

Lunar republic citizenship
लूनर सोसायटी की ओर से जारी किया गया प्रमाण पत्र

जयप्रकाश आंदोलन के सेनानी हैं पिता
नीरज के पिता कृष्णनंदन गिरी जयप्रकाश आंदोलन के सेनानी रह चुके हैं. उनका बचपन बोधगया में बीता है. उनकी पढ़ाई रांची में हुई है. अब तक चांद पर जमीन खरीदने वालों में देश के कारोबारी, फिल्म अभिनेता शाहरुख खान और दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत भी शामिल हैं.

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ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद मिला मालिकाना हक

देश के चौथे और बिहार के पहले शख्स नीरज
नीरज चांद पर जमीन खरीदने वाले देश के चौथे और बिहार के पहले शख्स है. हालांकि सुशांत सिंह राजपूत बिहार के रहने वाले थे, लेकिन उन्होंने चांद पर जमीन खरीदने के लिए अपना बिहार पटना का पता ना देकर मुंबई का पता दिया था. इस तरह नीरज गिरी बिहार के पहले शख्स बने हैं जिन्होंने चांद पर जमीन खरीदी है.

गया: जिले में एक शख्स ने चांद पर जमीन खरीदी है. बोधगया के बतसपुर गांव के रहने वाले नीरज गिरि बिहार के पहले शख्स हैं, जिन्होंने चांद पर एक एकड़ जमीन खरीदी है. चांद पर जमीन लेने के पीछे सपनों की कहानी है.

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नीरज गिरी

सपनों को हकीकत में बदला
रियल एस्टेट का काम करने वाले नीरज ने अपने बचपन के सपनों को हकीकत में बदलने के लिए ही चांद पर जमीन खरीदी है. देश में हर शख्स बचपन से ही चांद से जुड़ जाता है. चांद बचपन में मां की लोरी में, जवानी में ख्वाहिश और बुढ़ापे में यादों की रवानी में शामिल रहता है.

नीरज गिरि से खास बातचीत

जिंदगी के हर पल से जुड़ा चांद
अपने देश में चांद हमारी जिदंगी के हर पल से मानों जुड़ा ही रहता है. इसलिए उसे नजदीक से देखने की और उसपर बसने की ख्वाहिश भी प्रबल होगी. इसी ख्वाहिश को नीरज ने हकीकत में बदलने की कोशिश की है.

Lunar republic citizenship
चांद पर अपनी जमीन दिखाते नीरज

4 जुलाई 2020 को मिली 'सपनों की झील'
नीरज बताते हैं कि उन्होंने अपने जन्मदिन पर 29 अक्टूबर 2019 को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया था. इसके बाद बीते 4 जुलाई 2020 को ई-मेल के जरिए उन्हें जानकारी दी गई कि चांद पर 'सपनों की झील' कहे जाने वाले जगह पर उन्हें एक एकड़ जमीन का मालिकाना हक दिया गया है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

एक साल का लगा वक्त
नीरज ने बताया कि बचपन से ही मेरा सपना था कि मैं चांद पर जाऊं, उसे देखूं. उसी सपने को हकीकत में बदलने के लिए मैंने चांद पर एक एकड़ जमीन ली है. चांद पर जमीन लेना बहुत कठिन है. इसमें कई कागजात मांगे जाते हैं. चांद पर जमीन लेने में मुझे लगभग एक साल का वक्त लग गया. मुझे हाल ही में लूनर रिपब्लिक सिटिजनशिप भी मिली है. इसका प्रमाण पत्र लूनर सोसायटी की ओर से जारी किया गया है.

Lunar republic citizenship
लूनर सोसायटी की ओर से जारी किया गया प्रमाण पत्र

जयप्रकाश आंदोलन के सेनानी हैं पिता
नीरज के पिता कृष्णनंदन गिरी जयप्रकाश आंदोलन के सेनानी रह चुके हैं. उनका बचपन बोधगया में बीता है. उनकी पढ़ाई रांची में हुई है. अब तक चांद पर जमीन खरीदने वालों में देश के कारोबारी, फिल्म अभिनेता शाहरुख खान और दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत भी शामिल हैं.

Lunar republic citizenship
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद मिला मालिकाना हक

देश के चौथे और बिहार के पहले शख्स नीरज
नीरज चांद पर जमीन खरीदने वाले देश के चौथे और बिहार के पहले शख्स है. हालांकि सुशांत सिंह राजपूत बिहार के रहने वाले थे, लेकिन उन्होंने चांद पर जमीन खरीदने के लिए अपना बिहार पटना का पता ना देकर मुंबई का पता दिया था. इस तरह नीरज गिरी बिहार के पहले शख्स बने हैं जिन्होंने चांद पर जमीन खरीदी है.

Last Updated : Jul 13, 2020, 7:38 PM IST
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