दरभंगा: गत 10 फरवरी को दरभंगा में जमीन विवाद (Land Dispute in Darbhanga) में भू-माफियाओं द्वारा 3 लोगों को जिंदा (Land Mafia Burnt Three people alive) जलाने और घर को जबरन जेसीबी से ढहाने की कोशिश की थी. इस घटना में 3 लोग झुलस गये थे. बुरी तरह झुलसे भाई व बहन की मौत हो (Two killed in Darbhanga burning case) गई है. मंगलवार की सुबह पिंकी झा की मौत हुई और भाई संजय झा की मौत भी इलाज के दौरान हो गई. पिंकी झा के गर्भ में पल रहे नवजात की पहली ही मौत हो चुकी थी. पिंकी की बहन निक्की भी इस घटना में घायल हुई थी.
दूसरी ओर इस घटना के मुख्यमंत्री शिवकुमार झा के नेपाल सीमा पर छिपे होने की सूचना पुलिस को मिली है. बताया जाता है कि मुख्य आरोपी शिव कुमार झा मधुबनी जिले में नेपाल सीमा पर छिपा हुआ है. दरभंगा पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए एक एसआईटी का गठन (SIT formed in Darbhanga case) किया है. टीम को दरभंगा के सदर एसडीपीओ कृष्ण नंदन कुमार लीड कर रहे हैं. दरभंगा के प्रभारी एसएसपी अशोक कुमार प्रसाद ने कहा शिव कुमार झा की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है.
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एसएसपी अशोक कुमार प्रसाद ने बताया कि इस मामले में पुलिस पहले ही आठ लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. मुख्य आरोपी शिव कुमार झा समेत कई अन्य लोगों की पहचान की गई है. उनकी गिरफ्तारी के लिए कुर्की-जब्ती की कार्रवाई भी की जा रही है. इस केस के उद्भेदन के लिए एक एसआईटी का गठन किया गया है. इसका नेतृत्व दरभंगा सदर एसडीपीओ कृष्ण नंदन कुमार कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इस टीम में इंस्पेक्टर मदन प्रसाद और इंस्पेक्टर शशिकांत सिंह समेत पुलिस लाइन के कई जवानों को शामिल किया गया है. इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में नगर थाना प्रभारी राकेश कुमार को लाइन हाजिर किया गया था. उसके बाद अब उन्हें निलंबित कर दिया गया है. एसएसपी ने कहा कि यह केस पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती है. इस मामले में सभी अभियुक्तों को सलाखों के पीछे पहुंचाना पुलिस का सबसे बड़ा मकसद है. पुलिस इस पर लगातार काम कर रही है.
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बता दें कि 10 फरवरी को नगर थाना क्षेत्र के जीएम रोड में भू-माफिया ने संजय झा के मकान में आग लगाकर 3 लोगों को जिंदा जलाने की कोशिश की थी. साथ ही उनके मकान को जेसीबी से ढहाने की भी कोशिश की गयी थी। इस आगजनी में गंभीर रूप से झुलसे संजय झा और उनकी गर्भवती बहन पिंकी की मौत मंगलवार को पटना के पीएमसीएच में हो गई. इसके 3 दिन पहले पिंकी के गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत हो गयी थी. पीड़ित परिवार ने इस मामले में पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है.
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