दरभंगा: शादी में साथ जीने-मरने की कसमें खाने वाले तो आपको कदम-कदम पर नजर आएंगे लेकिन इस कसम को निभानेवाले विरले ही होते हैं. शादी के समय जन्म-जन्म का साथ निभाने की शपथ को निभानेवाली ऐसी ही एक जोड़ी थी, सुधीर झा और निर्मला देवी की. जिसने इसे सच साबित किया. तारडीह प्रखंड के मछैता पचही टोला के इस पति-पत्नी की मौत (Husband And Wife Died Together in Darbhanga) आठ घंटे के भीतर ही हो गई. पहले पति की मौत हुई उसके बाद पत्नी ने भी दुनिया छोड़ दिया. इसके बाद दोनों का अंतिम संस्कार एक साथ, एक ही चिता पर हुआ. दोनों की शवयात्रा भी साथ-साथ निकाली गई.
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पति पत्नी की एक साथ हुई मौत : मिली जानकारी के अनुसार 63 वर्षीय सुधीर झा बीमार थे. बेहतर इलाज के लिए पटना के एक निजी अस्पताल (A Private Hospital In Patna) ले जाया गया था. उपचार के दौरान पटना में ही उनका निधन हो गया. शव को लेकर उनकी पत्नी निर्मला देवी और छोटे बेटे कुंदन झा गांव पहुंचे. उनका बड़ा बेटा बाद में मुंबई से गांव आया. बड़े बेटे के घर आने के बाद सुधीर झा की पत्नी निर्मला देवी ने भी अंतिम सांस ले ली. पति की मौत के 8 घंटे के भीतर निर्मला ने भी दुनिया छोड़ दी. इसके बाद भी पति-पत्नी दोनों की अंतिम यात्रा एक साथ निकाली गई और उनका अंतिम संस्कार एक साथ एक ही चिता पर ही किया गया. यह दृश्य देखकर लोगों की आंखें नम हो गईं. इस घटना की चर्चा जिले भर में हो रही है.
'उनकी मां और पिताजी में बहुत प्रेम था. दोनों में लड़ाई-झगड़ा या मनमुटाव शायद ही कभी होता था. उन्हें विश्वास ही नहीं हो रहा है कि उनके सिर से माता-पिता का साया एक ही बार उठ गया. ईश्वर दोनों की आत्मा को शांति दें और हर जन्म में वे ही उनके माता-पिता के रूप में मिलें, यही कामना करते हैं.' - आशीष झा, मृतक सुधीर झा और निर्मला देवी के बड़े बेटे
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