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न रास्ता, न बिजली, न भवन, 'ऐसे पढ़ेगा बिहार, तो कैसे बढ़ेगा बिहार?' - प्राथमिक विद्यालय कोहवरबा

प्रधानाध्यापक कमल वासिनी ने बताया कि रास्ता नहीं होने के कारण बच्चों के अलावा हम लोगों को भी स्कूल आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

दरभंगा का बदहाल स्कूल
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Published : Nov 23, 2019, 1:27 PM IST

दरभंगा: जिले के बहेरी प्रखंड स्थित गुजरौली रमौली पंचायत में सरकारी दावों की पोल खुल गई है. यहां प्राथमिक विद्यालय कोहवरबा जाने के लिए 13 सालों से रास्ता नहीं बना है. इस कारण इलाके के बच्चों को स्कूल जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

Darbhanga
प्राथमिक विद्यालय कोहवरबा

ग्रामीणों ने ईटीवी भारत को फोन कर दी जानकारी
इलाके के लोगों ने ईटीवी भारत को फोन कर गांव में विकास के आभाव की जानकारी दी. मौके पर पहुंचे ईटीवी भारत संवाददाता ने लोगों से बात की तो लोगों ने बताया कि पंचायत क्षेत्र में विकास का घोर अभाव है. विकास का पहिया गांव तक आते-आते रुक गया है. इलाके के लोगों ने बताया कि यहां प्राथमिक विद्यालय कोहवरबा जाने के लिए 13 सालों से रास्ता नहीं बना है. इस कारण स्कूली बच्चों को स्कूल जाने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

पेश है रिपोर्ट

स्कूल जर्जर, नहीं है बिजली
ईटीवी भारत की टीम ने मौजूदा स्थिति की जानकारी के लिए स्कूल की ओर रूख किया. वहां प्राथमिक विद्यालय कोहवरबा की प्रधानाध्यापक कमल वासिनी ने बताया कि रास्ता नहीं होने के कारण बच्चों के अलावा हम लोगों को भी आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. उन्होंने बताया कि बारिश के मौसम चारों तरफ पानी भर जाता है. तब बच्चों को पानी के बीच से गुजर के स्कूल आना पड़ता है. उन्होंने बताया कि स्कूल काफी जर्जर हो चुका है. बिजली की व्यवस्था भी नहीं है. यहां बहुत सारी समस्याएं हैं लेकिन कोई भी अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है. वहीं, दरभंगा बीडीओ विनोद दुहान ने मामले में संज्ञान लेते हुए प्रखंड शिक्षाधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा है. उन्होंने कहा कि जांच कर कार्रवाई की जाएगी.

दरभंगा: जिले के बहेरी प्रखंड स्थित गुजरौली रमौली पंचायत में सरकारी दावों की पोल खुल गई है. यहां प्राथमिक विद्यालय कोहवरबा जाने के लिए 13 सालों से रास्ता नहीं बना है. इस कारण इलाके के बच्चों को स्कूल जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

Darbhanga
प्राथमिक विद्यालय कोहवरबा

ग्रामीणों ने ईटीवी भारत को फोन कर दी जानकारी
इलाके के लोगों ने ईटीवी भारत को फोन कर गांव में विकास के आभाव की जानकारी दी. मौके पर पहुंचे ईटीवी भारत संवाददाता ने लोगों से बात की तो लोगों ने बताया कि पंचायत क्षेत्र में विकास का घोर अभाव है. विकास का पहिया गांव तक आते-आते रुक गया है. इलाके के लोगों ने बताया कि यहां प्राथमिक विद्यालय कोहवरबा जाने के लिए 13 सालों से रास्ता नहीं बना है. इस कारण स्कूली बच्चों को स्कूल जाने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

पेश है रिपोर्ट

स्कूल जर्जर, नहीं है बिजली
ईटीवी भारत की टीम ने मौजूदा स्थिति की जानकारी के लिए स्कूल की ओर रूख किया. वहां प्राथमिक विद्यालय कोहवरबा की प्रधानाध्यापक कमल वासिनी ने बताया कि रास्ता नहीं होने के कारण बच्चों के अलावा हम लोगों को भी आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. उन्होंने बताया कि बारिश के मौसम चारों तरफ पानी भर जाता है. तब बच्चों को पानी के बीच से गुजर के स्कूल आना पड़ता है. उन्होंने बताया कि स्कूल काफी जर्जर हो चुका है. बिजली की व्यवस्था भी नहीं है. यहां बहुत सारी समस्याएं हैं लेकिन कोई भी अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है. वहीं, दरभंगा बीडीओ विनोद दुहान ने मामले में संज्ञान लेते हुए प्रखंड शिक्षाधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा है. उन्होंने कहा कि जांच कर कार्रवाई की जाएगी.

Intro:दरभंगा ।जिले के बहेरी प्रखंड अंतर्गत गुजरौली रमौली पंचायत के प्राथमिक विद्यालय कोहवरबा में जाने की लिए रास्ता पिछले 13 वर्षों से नहीं रहने के कारण बच्चों को विद्यालय जाने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है इसकी सूचना ग्रामीणों ने ईटीवी भारत के टिम राजा कुमार दास को फोन पर दी । जब इसकी सूचना मिलने पर गुजरौली रमौली पंचायत के कोहवरवा पहुंचे और विद्यालय जाने के लिए रास्ता पूछे तो ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय के शिक्षक का गारी गांव के ही किसी व्यक्ति के दरवाजे पर लगाकर पांव पैदल खेत खलिहान के रास्ते जाते है मैं भी मक्का की खेत होते हुए पहुंचने पर विद्यालय देखकर दंग रह गए । प्राथमिक विद्यालय कोहवारवा में दो शिक्षक पदस्थापित थे वर्ग एक से पांच तक बच्चों की नामांकित संख्या 240 शिक्षकों द्वारा बताया गया जिसमें विद्यालय में मात्र वर्ग 1 से 5 तक में छात्र-छात्राओं की संख्या 18 थी जबकी शिक्षकों के द्वारा अपनी उपस्थिति पंजी पर 125 छात्र-छात्राओं की उपस्थिति दर्ज की हुई थी जब रास्ता से संबंधित बात करने पर प्राथमिक विद्यालय कोहवरवा के प्रधानाध्यापक कोमलवासनी कुमारी ने बताया कि रास्ता नहीं रहने के कारण बच्चों को आने जाने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है बारिश के मौसम में बच्चे पानी में तैरकर विद्यालय पहुंचते हैं विद्यालय की स्थापना वर्ष 2007 में हुई थी उस समय से ही बच्चो को कठिनाई होती रही है इस इस संबंध में दरभंगा जिला के सहायक जिला अधिकारी स बहेरी बीडिओ विनोद दुहान ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से स्पष्टीकरण मांगते हुए जांच कर कार्रवाई करने की बात कही ।Body:प्राथमिक विद्यालय कोहवरबा के रास्ता की स्थितिConclusion:प्राथमिक विद्यालय कोहवरवा के प्रधानाध्यापक कोमलवासनी का ब्याह
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