दरभंगा: सोमवार को बकरीद है. ऐसे में कुर्बानी के लिए बाजारों में तरह-तरह के बकरों की खरीद-फरोख्त का दौर तेज है. बिहार के दरभंगा जिले में एक बकरा सबके आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. इसकी कीमत 80 हजार और वजन 80 किलो है.
बाजारों में बढ़ी चहल-पहल
दरभंगा के लहेरियासराय के बाकरगंज बाजार और दरभंगा टावर के सामने जामा मस्जिद के पास बकरों के बाजार से चहल-पहल काफी बढ़ गई है. दरअसल बकरीद के अवसर पर कुर्बानी देने की प्रथा काफी प्राचीन है. लोग अपनी हैसियत के हिसाब से बाजारों में खरीदारी कर रहे हैं.
महंगे बकरे बढ़ा रहे शोभा
वैसे तो बाजार में 8 हजार से लेकर 30 हजार तक के बकरे उपलब्ध हैं. लेकिन महंगे दाम वाले बकरे सिर्फ बाजार की शोभा बढ़ा रहे हैं. ज्यादातर ग्राहक 8 हजार से 15 हजार तक के बकरे की खरीदारी कर रहे हैं. इस बार बाजार में देसी नस्ल के अलावा कई अन्य नस्ल के बकरे भी उपलब्ध हैं.
80 हजार का 'मल्लू' बकरा
बाजार की शोभा बढ़ा रहे मल्लू बकरे के मालिक फूल हसन ने कहा कि उन्होंने इस बकरे को कोलकाता से दो साल पहले लाया था. जिस समय इन्होंने इस बकरे की खरीदारी की थी, उस वक्त इसका वजन 17 किलो था. 500 रुपये प्रति किलो के हिसाब से इसकी खरीदारी की थी. मल्लू तोतापरी नस्ल का बकरा है, दो सालों में इसका वजन 80 किलो हो गया है. अब मल्लू की कीमत 80 हजार रुपये है. लेकिन खरीदार इसकी कीमत 40 से 45 हजार रुपये ही लगा रहे हैं.
बाजार में खरीदारों की उमड़ी भीड़
बकरे की खरीदारी करने पहुंचे मोहम्मद मोइन ने कहा कि पिछले साल की अपेक्षा इस साल बकरे की कीमत ज्यादा है. उन्होंने कहा कि बकरीद में कुर्बानी करना फर्ज है, फिर महंगा हो या सस्ता बकरा तो लेना ही है. वैसे तो बाजार में 40 हजार से लेकर 60 हजार रुपये तक के बकरे भी उपलब्ध हैं. मोहम्मद मोइन ने कहा कि कल इसी मंडी में 70 हजार के बकरे की बिक्री हुई है.
बकरीद का महत्व
बता दें कि बकरीद का दिन फर्ज-ए-कुर्बान का दिन होता है. इस्लाम में गरीबों और मजलूमों का खास ध्यान रखने की परंपरा है. इसी वजह से बकरीद पर भी गरीबों का विशेष ध्यान रखा जाता है. इस दिन कुर्बानी के बाद गोश्त के तीन हिस्से किए जाते हैं.